गैंगस्टर अब्दुल रज्जाक की पत्नी, भाई और बहू के नाम पर हथियारों के लाइसेंस, कटनी कलेक्टर ने किए निरस्त
हाइलाइट्स
- कटनी कलेक्टर ने गैंगस्टर अब्दुल रज्जाक के रिश्तेदारों के लाइसेंस निरस्त किए
- पत्नी, भाई और बहू के नाम पर गैंगस्टर ने कटनी से लिए थे लाइसेंस
- इन हथियारों का इस्तेमाल अब्दुल समाज में दहशत फैलाने के लिए करता था
- कटनी कलेक्टर ने सभी हथियारों को जबलपुर के ओमती नगर थाने में जमा करवाने के निर्देश दिए
कटनी
जबलपुर के हिस्ट्रीशीटर अब्दुल रज्जाक और उसके परिजनों के नाम कटनी से जारी हुए करीब दर्जन भर शस्त्र लाइसेंस कटनी कलेक्टर ने निरस्त (Abdul Razzaq Arms Licenses Cancel) कर दिए हैं। रज्जाक ने कटनी जिले में संचालित निमास और जुजावल स्थित अपनी मार्बल माइंस के पते पर पत्नी, भाई और बहू के नाम पर बंदूको के लाइसेंस जारी कराए थे। जबलपुर में अब्दुल रज्जाक के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई है।
रज्जाक के ठिकानों पर हुई कार्रवाई के दौरान बंदूकों का जखीरा मिला था। पुलिस की छानबीन में पता चला था कि उसके घर पर मिली बंदूकों के शस्त्र लाइसेंस कटनी से जारी किए गए थे। जबलपुर पुलिस की कार्रवाई और जबलपुर पुलिस अधीक्षक पत्र के आधार पर कटनी कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने शस्त्र लाइसेंसों को निरस्त करने की कार्रवाई की है।
इनके नाम पर था लाइसेंस
अब्दुल रज्जाक की पत्नी सुबीना बेगम के नाम से राइफल और 12 बोर सिंगल बैरल बंदूक का लाइसेंस कटनी से लिया गया था। इसके अलावा रज्जाक का भाई मोहम्मद महमूद के नाम से एनपी बोर शस्त्र लाइसेंस, सुल्ताना बेगम पति मोहम्मद महमूद के नाम से एनपी बोर का लाइसेंस प्राप्त किया गया था। रज्जाक के दूसरे भाई मोहम्मद रियाज की पत्नी शमीम बानो के नाम से भी एनपी बोर के दो शस्त्र लाइसेंस , रज्जाक ने बेटे मोहम्मद सरुराज की पत्नी सबा आरा के नाम से भी एनपी बोर शस्त्र लाइसेंस ले रखा था।
वहीं, रज्जाक के एक अन्य भाई मोहम्मद रियाज पिता अब्दुल वहीद के नाम पर एनपी बोर और राइफल के तीन शस्त्र लाइसेंस भी जारी थे। गौरतलब है कि हिस्ट्रीशीटर अब्दुल रज्जाक और उसके गुर्गों पर जबलपुर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। आरोपी रज्जाक और उसके गुर्गे, परिजनों, रिश्तेदारों और परिवार की महिलाओं के नाम पर शस्त्र लाइसेंस लेकर उसका उपयोग अपराध और समाज में भय व्याप्त करने के लिए कर रहा था।
पुलिस अधीक्षक जबलपुर से प्राप्त अनुशंसा के आधार पर कलेक्टर मिश्रा ने लोक शांति और सुरक्षा की दृष्टि से कटनी से सभी जारी हुए शस्त्र लाइसेंसों को निरस्त कर दिया है। साथ ही आदेश दिया है कि, सभी शस्त्रों को लोक शांति और सुरक्षा के लिए तत्काल थाना ओमती जबलपुर में जमा कराएं।
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हाइलाइट्स
- कटनी कलेक्टर ने गैंगस्टर अब्दुल रज्जाक के रिश्तेदारों के लाइसेंस निरस्त किए
- पत्नी, भाई और बहू के नाम पर गैंगस्टर ने कटनी से लिए थे लाइसेंस
- इन हथियारों का इस्तेमाल अब्दुल समाज में दहशत फैलाने के लिए करता था
- कटनी कलेक्टर ने सभी हथियारों को जबलपुर के ओमती नगर थाने में जमा करवाने के निर्देश दिए
कटनी
जबलपुर के हिस्ट्रीशीटर अब्दुल रज्जाक और उसके परिजनों के नाम कटनी से जारी हुए करीब दर्जन भर शस्त्र लाइसेंस कटनी कलेक्टर ने निरस्त (Abdul Razzaq Arms Licenses Cancel) कर दिए हैं। रज्जाक ने कटनी जिले में संचालित निमास और जुजावल स्थित अपनी मार्बल माइंस के पते पर पत्नी, भाई और बहू के नाम पर बंदूको के लाइसेंस जारी कराए थे। जबलपुर में अब्दुल रज्जाक के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई है।
रज्जाक के ठिकानों पर हुई कार्रवाई के दौरान बंदूकों का जखीरा मिला था। पुलिस की छानबीन में पता चला था कि उसके घर पर मिली बंदूकों के शस्त्र लाइसेंस कटनी से जारी किए गए थे। जबलपुर पुलिस की कार्रवाई और जबलपुर पुलिस अधीक्षक पत्र के आधार पर कटनी कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने शस्त्र लाइसेंसों को निरस्त करने की कार्रवाई की है।
इनके नाम पर था लाइसेंस
अब्दुल रज्जाक की पत्नी सुबीना बेगम के नाम से राइफल और 12 बोर सिंगल बैरल बंदूक का लाइसेंस कटनी से लिया गया था। इसके अलावा रज्जाक का भाई मोहम्मद महमूद के नाम से एनपी बोर शस्त्र लाइसेंस, सुल्ताना बेगम पति मोहम्मद महमूद के नाम से एनपी बोर का लाइसेंस प्राप्त किया गया था। रज्जाक के दूसरे भाई मोहम्मद रियाज की पत्नी शमीम बानो के नाम से भी एनपी बोर के दो शस्त्र लाइसेंस , रज्जाक ने बेटे मोहम्मद सरुराज की पत्नी सबा आरा के नाम से भी एनपी बोर शस्त्र लाइसेंस ले रखा था।
वहीं, रज्जाक के एक अन्य भाई मोहम्मद रियाज पिता अब्दुल वहीद के नाम पर एनपी बोर और राइफल के तीन शस्त्र लाइसेंस भी जारी थे। गौरतलब है कि हिस्ट्रीशीटर अब्दुल रज्जाक और उसके गुर्गों पर जबलपुर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। आरोपी रज्जाक और उसके गुर्गे, परिजनों, रिश्तेदारों और परिवार की महिलाओं के नाम पर शस्त्र लाइसेंस लेकर उसका उपयोग अपराध और समाज में भय व्याप्त करने के लिए कर रहा था।
पुलिस अधीक्षक जबलपुर से प्राप्त अनुशंसा के आधार पर कलेक्टर मिश्रा ने लोक शांति और सुरक्षा की दृष्टि से कटनी से सभी जारी हुए शस्त्र लाइसेंसों को निरस्त कर दिया है। साथ ही आदेश दिया है कि, सभी शस्त्रों को लोक शांति और सुरक्षा के लिए तत्काल थाना ओमती जबलपुर में जमा कराएं।