जसप्रीत बुमराह का कमाल, बल्लेबाज छोड़ता रह गया और ऑफ स्टंप ले उड़ी गेंद
सेंचुरियन
पहली नजर में देखने में लगता है कि गलती बल्लेबाज की है। और कुछ हद तक है भी… लेकिन उससे भी ज्यादा यह कमाल है जसप्रीत बुमराह का। रोसी वेन डर डुसां यूं तो 64 गेंद खेल चुके थे। कुछ पर चूके और कुछ पर पूरे संयम और धैर्य के साथ। लेकिन इस गेंद पर वह जरा सा चूके। लेकिन उन्हें यह चूक करने पर मजबूर किया जसप्रीत बुमराह ने। बल्लेबाज ने गेंद छोड़ने का फैसला किया। उसे लगा कि गेंद ऑफ स्टंप से बाहर रहेगी।
लेकिन सेंचुरियन के इस मैदान पर बुमराह का स्पेशल खेल दिखा। यह लेथ बॉल थी। ऑफ स्टंप के बाहर। बुमराह की इस गेंद का असल कमाल था क्रीज का इस्तेमाल। वह क्रीज के कोने पर गए। गेंद ने टप्पा खाया और तेजी से कटकर अंदर आई। बल्लेबाज अपने हिसाब से तैयार था। रोसी वेन डर डुसां फ्रंट फुट पर आए। उन्हें लगा लाइन कवर है। दोनों हाथ ऊपर थे। गेंद को छोड़ने के लिए पूरी तरह तैयार। लेकिन गेंद का इरादा कुछ अलग दिखा। वह ऑफ स्टंप से टकराई। गिल्लियां हवा में उछलीं। बल्लेबाज को यकीन नहीं हुआ लेकिन बुमराह के चेहरे की खुशी बता रही थी कि जैसे उनका प्लान काम कर गया।
उस समय कॉमेंट्री कर रहे महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर भी बुमराह की इस गेंद के फैन हो गए। उन्होंने कहा, ‘बुमराह की यह गेंद कमाल की थी। असल में उन्होंने क्रीज का बहुत सही इस्तेमाल किया।’ गावस्कर ने कहा कि अगर आपका ऑफ स्टंप जरा सा भी कवर नहीं है तो इस रफ्तार के साथ गेंद जो स्टंप से टकराएगी तो आउट होना तय है।
इसके बाद दिन की आखिरी गेंद पर बुमराह ने केशव महाराज को बोल्ड कर भारत को एक और कामयाबी दी।
मैच की बात करें तो भारतीय टीम सेंचुरियन में इतिहास रचने के करीब है। भारत ने इस मैदान पर कोई मुकाबला नहीं जीता है। साल 2010 और 2018 में टीम इंडिया यहां हारी थी। अब वह जीत से छह विकेट दूर है।
भारत ने पहली पारी में 327 रन बनाने के बाद साउथ अफ्रीका को 197 रन पर आउट कर दिया था इस हिसाब से उसने 130 रन की बढ़त हासिल की। भारत ने दूसरी पारी में 174 रन बनाए। साउथ अफ्रीका के सामने जीत के लिए 305 रन का टारगेट है। चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक चार विकेट पर 94 रन थे। दिन की आखिरी गेंद पर बुमराह ने केशव महाराज को बोल्ड कर दिया।
पहली नजर में देखने में लगता है कि गलती बल्लेबाज की है। और कुछ हद तक है भी… लेकिन उससे भी ज्यादा यह कमाल है जसप्रीत बुमराह का। रोसी वेन डर डुसां यूं तो 64 गेंद खेल चुके थे। कुछ पर चूके और कुछ पर पूरे संयम और धैर्य के साथ। लेकिन इस गेंद पर वह जरा सा चूके। लेकिन उन्हें यह चूक करने पर मजबूर किया जसप्रीत बुमराह ने। बल्लेबाज ने गेंद छोड़ने का फैसला किया। उसे लगा कि गेंद ऑफ स्टंप से बाहर रहेगी।
लेकिन सेंचुरियन के इस मैदान पर बुमराह का स्पेशल खेल दिखा। यह लेथ बॉल थी। ऑफ स्टंप के बाहर। बुमराह की इस गेंद का असल कमाल था क्रीज का इस्तेमाल। वह क्रीज के कोने पर गए। गेंद ने टप्पा खाया और तेजी से कटकर अंदर आई। बल्लेबाज अपने हिसाब से तैयार था। रोसी वेन डर डुसां फ्रंट फुट पर आए। उन्हें लगा लाइन कवर है। दोनों हाथ ऊपर थे। गेंद को छोड़ने के लिए पूरी तरह तैयार। लेकिन गेंद का इरादा कुछ अलग दिखा। वह ऑफ स्टंप से टकराई। गिल्लियां हवा में उछलीं। बल्लेबाज को यकीन नहीं हुआ लेकिन बुमराह के चेहरे की खुशी बता रही थी कि जैसे उनका प्लान काम कर गया।
उस समय कॉमेंट्री कर रहे महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर भी बुमराह की इस गेंद के फैन हो गए। उन्होंने कहा, ‘बुमराह की यह गेंद कमाल की थी। असल में उन्होंने क्रीज का बहुत सही इस्तेमाल किया।’ गावस्कर ने कहा कि अगर आपका ऑफ स्टंप जरा सा भी कवर नहीं है तो इस रफ्तार के साथ गेंद जो स्टंप से टकराएगी तो आउट होना तय है।
इसके बाद दिन की आखिरी गेंद पर बुमराह ने केशव महाराज को बोल्ड कर भारत को एक और कामयाबी दी।
मैच की बात करें तो भारतीय टीम सेंचुरियन में इतिहास रचने के करीब है। भारत ने इस मैदान पर कोई मुकाबला नहीं जीता है। साल 2010 और 2018 में टीम इंडिया यहां हारी थी। अब वह जीत से छह विकेट दूर है।
भारत ने पहली पारी में 327 रन बनाने के बाद साउथ अफ्रीका को 197 रन पर आउट कर दिया था इस हिसाब से उसने 130 रन की बढ़त हासिल की। भारत ने दूसरी पारी में 174 रन बनाए। साउथ अफ्रीका के सामने जीत के लिए 305 रन का टारगेट है। चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक चार विकेट पर 94 रन थे। दिन की आखिरी गेंद पर बुमराह ने केशव महाराज को बोल्ड कर दिया।