डीजल अनुदान के लिए आवेदन जारी, अब तक 1010 किसानों को मिला अनुदान

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डीजल अनुदान के लिए आवेदन जारी, अब तक 1010 किसानों को मिला अनुदान

डीजल अनुदान के लिए आवेदन जारी, अब तक 1010 किसानों को मिला अनुदान


सिंघौल। निज संवाददाता

खरीफ़ सीजन में किसानों को अपने खेतों की सिंचाई करने के लिए अधिकतम आठ एकड़ खेत के लिए तीन सिंचाई करने के लिए डीजल अनुदान देने का प्रावधान है। यह जानकारी जिला कृषि अधिकारी राजेन्द्र कुमार वर्मा ने हिंदुस्तान को दी। उन्होंने बताया कि सोमवार तक जिले के कुल 1010 किसानों को अनुदान के रूप में आठ लाख 23 हजार 337 रुपये का भुगतान किया जा चुका है। डीएओ ने जिले के।किसानों को डीजल अनुदान प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की अपील की। उन्होंने बताया कि आवेदन करने के 2-3 दिनों के अंदर तत्परता के साथ अनुदान राशि लाभुकों के खाते में भेजी जा रही है। गौरतलब है कि जिले में करीब एक लाख हेक्टेयर में खरीफ़ फसल का आच्छादन हुआ है। जुलाई और अगस्त माह में हुई 48 प्रतिशत कम बारिश के कारण खरीफ़ फसलों में भी सिंचाई करनी पड़ रही है।

बछवाड़ा में डीजल अनुदान के 55 फीसदी आवेदन रिजेक्ट

जटिल प्रक्रियाओं के कारण 18 पंचायतों से महज 344 आवेदन ही किए गए जमा

145 किसानों के ही आवेदन किए गए स्वीकृत

बाढ़ व सुखाड़ के कारण इलाके में 80 फीसदी खरीफ फसलें मारी गई

बछवाड़ा, निज संवाददाता। खरीफ फसलों के लिए सरकार की ओर से दी जाने वाली डीजल अनुदान की राशि का भुगतान वर्तमान में शत प्रतिशत लंबित है। प्रखंड कृषि कार्यालय से प्राप्त आंकड़े के अनुसार प्रखंड अंतर्गत कुल 344 किसानों ने डीजल अनुदान के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। इनमें 192 किसानों के आवेदन विभिन्न कारणों से रिजेक्ट कर दिए गए हैं। 145 किसानों के आवेदन अप्रूव किए गए तथा सात किसानों के आवेदन पेंडिंग पड़े हैं। प्रखंड कृषि अधिकारी डॉ दयानंद सिंह ने बताया कि डीजल अनुदान के लिए किसानों के द्वारा कृषि समन्वयकों के आईडी पर दिए गए आवेदन पत्रों का सत्यापन किया जा चुका है। स्वीकृत आवेदन के आलोक में किसानों को डीजल अनुदान की राशि का भुगतान शीघ्र ही किया जाना है। खरीफ फसलों के लिए सरकार एक लीटर डीजल पर 60 रुपये अनुदान की राशि तय की थी। खरीफ फसल धान, मक्का और बाकी खरीफ फसलों के अंतर्गत दलहनी, तिलहनी व मौसमी सब्जी के अधिकतम तीन सिंचाई के लिए प्रति एकड़ 1800 रुपये की दर से डीजल अनुदान की राशि दी जानी है। इधर, कई किसानों ने बताया कि प्रखंड के सभी 18 पंचायतों में से पांच पंचायतों में इस साल बाढ़ से फसलें मारी गई वहीं शेष 13 पंचायतों में सुखाड़ से करीब 80 फीसदी खरीफ फसलें बर्बाद हो गई। जिन किसानों ने महंगे दर पर डीजल खरीदकर पंपसेट के जरिए धान व मक्का के फसलों की पटवन की है, उन्हें फिलहाल लागत पूंजी पलटने पर भी संकट की स्थिति बनी हुई है। सरकार की ओर से डीजल अनुदान के लाभ के लिए आवेदन करने की जटिल प्रक्रिया के कारण सैकड़ों किसान अब तक आवेदन जमा करने से भी वंचित रह गए हैं। यही कारण है कि सभी 18 पंचायतों से अभी तक महज 344 आवेदन ही ऑनलाइन जमा किए गए। कई किसानों ने कहा कि जटिल प्रक्रिया के कारण ही जमा किए गए 344 आवेदनों में से 192 आवेदन पत्रों को अस्वीकृत कर दिया गया। किसानों ने कहा कि इस साल सुखाड़ की स्थिति से निबटने में डीजल अनुदान भी कारगर साबित नहीं हो सकी। किसानों ने बाढ़ व सुखाड़ से मारी गई फसलों के एवज में फसल सहायता राशि का भुगतान करवाने की मांग कृषि अधिकारियों से की है।

डीजल अनुदान के मामले में गढ़पुरा की किसान काफी पीछे

89 आवेदन हुए रिजेक्ट, जबकि 31 आवेदन है लंबित

सबसे अधिक 77 आवेदन दुनहीं पंचायत से

गढ़पुरा। निज संवाददाता

डीजल अनुदान के लिए ऑनलाइन आवेदन के मामले में गढ़पुरा प्रखंड के किसान काफी पीछे चल रहे हैं। कृषि विभाग की ओर से सोमवार को जारी आकड़ों के अनुसार अनुदान के लिए गढ़पुरा प्रखंड में अब तक 274 किसानों ने आवेदन किये हैं। यह आंकड़ा जिले के अन्य प्रखंडों से काफी पीछे है। आवेदनों के सत्यापन की जिम्मेदारी कृषि समन्वयक को दी गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस प्रखंड में कुल 274 आवेदन में 154 को अप्रूव किया गया है। 31 आवेदन लंबित है, जबकि 89 आवेदन नियमानुसार नहीं होने के कारण रिजेक्ट कर दिया गया है। किसानों के खाते में राशि भेजने की प्रक्रिया भी चल रही है। बीएओ अशोक पंजियार ने बताया कि कृषि विभाग द्वारा डीजल अनुदान के लिए जो शर्तें निर्धारित की गई हैं उसके अनुसार ही आवेदन को स्वीकृत किया जा रहा है। इसके लिए कृषि समन्वयक और किसान सलाहकार के माध्यम से गांवों में किसानों के बीच प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है, ताकि सरकार द्वारा घोषित डीजल अनुदान का ज्यादा से ज्यादा किसान लाभ ले सकें। कुम्हारसों के किसान राजीव कुमार ने बताया कि बारिश की स्थिति खराब होने से किसान परेशान हैं। उसपर से डीजल अनुदान के भुगतान में विलंब से परेशानी और बढ़ गयी है। आवेदन कि प्रक्रिया 29 जुलाई से शुरू की गई है जो 30 अक्टूबर तक चलेगी। इसके तहत पंप सेट के माध्यम से सिंचाई करने पर प्रति लीटर 75 रुपये की दर से 750 रुपये प्रति एकड़ दी जाएगी। अधिकतम तीन सिंचाई का डीजल अनुदान की सहायता राशि ही दी जाएगी। किसान अधिकतम आठ एकड़ तक ही डीजल अनुदान राशि ले सकते हैं। गढ़पुरा प्रखंड में सबसे अधिक दुनहीं पंचायत के 77 किसानों ने आवेदन दिया है, जिसमें 50 किसानों को डीजल अनुदान का लाभ मिल चुका है। उसके बाद मौजी हरि सिंह के 45 किसानों में 24 किसानों के खाते में डीजल अनुदान की राशि भेजी गई है। सोनमा पंचायत के 40 में 29 किसानों को डीजल अनुदान का लाभ मिल चुका है। मालीपुर के 14 में तीन, कोरैय के आठ में चार, गढ़पुरा के 28 में 12, रजौड़ के 18 में नौ, कुम्हारसों के 35 में 20 और कोरियामा के नौ में तीन किसान डीजल अनुदान से लाभान्वित हुए हैं।

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