तेजप्रताप के ‘राजनीति सीखो-नेतृत्व करो’ कार्यशाला Vs Doctors Dialogue With Tejashwi

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तेजप्रताप के ‘राजनीति सीखो-नेतृत्व करो’ कार्यशाला Vs Doctors Dialogue With Tejashwi

हाइलाइट्स

  • तेजप्रताप ने छात्र जनशक्ति परिषद को ‘राजनीति सीखो-नेतृत्व करो’ का पढ़ाया पाठ
  • बिहार उपचुनाव के सवाल पर तेजप्रताप ने क्यों कहा महागठबंधन से पूछिए
  • रविवार को तेजस्वी यादव का Dialogue With Doctors
  • क्या अलग पार्टी बनाने वाले हैं लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ?

पटना।
लोक जनशक्ति पार्टी पर कब्जे को लेकर चिराग पासवान और उनके चाचा पशुपति पारस के बीच घमासान जारी है। बढ़ते विवाद की वजह से चुनाव आयोग ने रामविलास पासवान की पार्टी का चुनाव चिन्ह ‘फ्रीज’ कर दिया है। दूसरी तरफ राष्ट्रीय जनता दल के अंदर भी दो भाइयों के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा। बताया जाता है कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटे तेजप्रताप और तेजस्वी के बीच दूरियां बढ़ती जा रही है।

लालू प्रसाद यादव को कुछ लोगों ने बंधक बना रखा है
छात्र जनशक्ति परिषद की कार्यशाला में तेजप्रताप यादव ने कहा कि पार्टी में कुछ लोग ऐसे है जो लालू यादव को बंधक बना रखा है। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद जी को महीने भर से ज्यादा हो गए जमानत मिले हुए लेकिन उन्हे दिल्ली से पटना आने से रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि लालू यादव से बिहार की जनता रूबरू होना चाहती है लेकिन कुछ लोग सपना देख रहे हैं कि वो राष्ट्रीय अध्यक्ष बन जाएंगे, लेकिन उनका सपना पूरा नहीं होगा। उन्होंने तेजस्वी पर इशारों में हमला करते हुए कहा कि कुछ लोग पिता जी मेरें विषय में गलत जानकारी देते हैं।

‘राजनीति सीखो-नेतृत्व करो’ कार्यशाला
लालू के बड़े लाल तेज प्रताप यादव ने छात्र जनशक्ति परिषद के नाम से एक नया संगठन खड़ा किया है। बताया जाता है कि तेज प्रताप की इस संगठन से उत्तर प्रदेश के कई युवा, डॉक्टर, इंजीनियर और वकील जुड़ चुके हैं। तेजप्रताप ने पटना में छात्र जनशक्ति परिषद द्वारा ‘राजनीति सीखो, नेतृत्व करो’ विषय पर आयोजित कार्यशाला में भाग लिया और परिषद के संविधान का लोकार्पण भी किया। इसके साथ ही तेजप्रताप यादव ने पहले से चल रहे अपने ग़ैर राजनीतिक संगठन ‘DSS’ और ‘यदुवंशी सेना’ को छात्र जनशक्ति परिषद में विलय कराया।

बिहार उपचुनाव के सवाल पर तेजप्रताप ने कहा महागठबंधन से पूछिए
पार्टी दफ्तर से अलग छात्र जनशक्ति परिषद की बैठक को संबोधित कर बाहर निकले तेज प्रताप यादव से जब यह पूछा गया कि बिहार में दो विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं लेकिन अभी तक महागठबंधन की ओर से उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की गई है। इस सवाल के जवाब में तेज प्रताप यादव ने कहा कि यह महागठबंधन से पूछिए, यह महागठबंधन जाने। वह तो अपने छात्र जनशक्ति परिषद के नौजवानों को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। हालांकि तेज प्रताप यादव ने नीति आयोग की रिपोर्ट को लेकर नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें अधिकारी जो पढ़ाते हैं वही बात बोलते हैं।

तेजस्वी का Dialogue With Doctors
रविवार को लालू यादव के छोटे बेटे और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर डॉक्टर से बात करेंगे। तेजस्वी यादव का कहना है कि बिहार के लोगों ने बीजेपी और नीतीश जी को जितना समय और मौका देना चाहिए था, उससे कहीं ज्यादा मौका दिया है। 16 साल के शासन के बाद भी सीएम नीतीश कुमार और उनके अक्षम सहयोगी बहाना पेश कर सकते हैं। लेकिन सच तो यह है कि शिक्षा के अलावा स्वास्थ्य विभाग उनकी विफलताओं का एक और उदाहरण है।

तेजस्वी यादव ने नीति आयोग का हवाला देते हुए कहा है कि बिहार का स्वास्थ्य विभाग सड़ रहा है। नीतीश सरकार डॉक्टरों, चिकित्सा कर्मचारियों और गरीब मरीजों की दुर्दशा से अंधी हो गई है। तेजस्वी ने कहा कि रविवार को डॉक्टर से बातचीत के दौरान वे बिहार की चिकित्सा प्रणाली से पीड़ित हर बीमारी की तह में जाने की कोशिश करेंगे।

क्या अलग पार्टी बनाने वाले हैं तेज प्रताप यादव ?
तेज प्रताप यादव ने अपने करीबी मित्र आकाश यादव को छात्र राजद के अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद, छात्र जनशक्ति परिषद नाम से एक नया संगठन खड़ा किया है। शनिवार को तेजप्रताप ने छात्र जनशक्ति परिषद में ‘DSS’ और ‘यदुवंशी सेना’ का विलय करा कर उसकी ताकत बढ़ाने का काम किया है। बताया जाता है कि तेज प्रताप के छात्र जनशक्ति परिषद में झारखंड और उत्तर प्रदेश के कई छात्र वकील डॉक्टर और इंजीनियर की जुड़ रहे हैं। हालांकि इस बात की जानकारी नही मिल सकी कि उत्तर प्रदेश चुनाव में छात्र जनशक्ति परिषद के उम्मीदवार होंगे या नही। बीजेपी और जेडीयू नेताओं का कहना है कि पार्टी में हो रही लगातार उपेक्षा की वजह से तेजप्रताप अलग पार्टी बनाने की कोशिश में लगे हैं।

बता दें कि बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और राजद के गढ़ हसनपुर से विधायक तेज प्रताप यादव ने छात्र जनशक्ति परिषद का गठन कर उसका सिंबल ‘हाथ में लालटेन’ रखा था और उसके लेटर पैड पर राजद लिखवाया था। लेकिन इस सिंबल को लेकर राजद के अंदर ही ऐतराज जताया गया और सत्ता पक्ष की ओर से भी इसे दो भाईयों के बीच वर्चस्व की लड़ाई बताया जाने लगा। इसके बाद तेज प्रताप यादव ने छात्र जनशक्ति परिषद सिंबल बदल कर बांसुरी रखने के साथ संगठन के नये पैड से राजद शब्द को भी हटा दिया।

कई महीनों से राजद में अलग-थलग पड़े हैं तेजप्रताप
लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव भले ही बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हों, लेकिन सुर्खियों में हमेशा तेज प्रताप यादव ही रहते हैं। तेज प्रताप को कभी पोस्टर में जगह नहीं दी जाती, तो कभी वे पार्टी के बड़े कार्यक्रम में भी नजर नहीं आते। तेज प्रताप यादव कभी जगदानंद सिंह पर हमलावर होकर तेजस्वी यादव को अर्जुन और खुद को कृष्ण बताते हैं। फिर अपने अर्जुन के राजनीतिक सलाहकार संजय यादव पर ही जोरदार हमला बोलते हैं। लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों के बीच चल रहे इस शीत युद्ध को सत्ता पक्ष की ओर से भी हवा दी जा रही है।

कुछ दिन पहले राष्ट्रीय जनता दल कार्यकर्ताओं के लिए ट्रेनिंग कैंप का आयोजन किया गया था। पटना में रहने के बावजूद तेज प्रताप यादव आरजेडी के इस ट्रेनिंग कैंप में नहीं दिखे न ही किसी पोस्टर में उनकी तस्वीर नजर आई। इतना ही नहीं ट्रेनिंग कैंप के दूसरे दिन आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कार्यकर्ताओं को 20 मिनट तक संबोधित किया। लालू प्रसाद यादव ने अपने 20 मिनट के संबोधन में यह तो कहा कि तेजस्वी के नेतृत्व को अब सभी ने स्वीकार कर लिया है। लेकिन आरजेडी सुप्रीमो ने अपने संबोधन में एक बार भी तेज प्रताप यादव का नाम नहीं लिया था।

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