ध्वनि प्रदूषण में दिल्ली से कहीं आगे हैं जयपुर, शांत रहने वाली गुलाबीनगरी क्यों बढ़ा शोर?

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ध्वनि प्रदूषण में दिल्ली से कहीं आगे हैं जयपुर, शांत रहने वाली गुलाबीनगरी क्यों बढ़ा शोर?

रामस्वरूप लामरोड़,जयपुर:स्वच्छता की रैंकिंग में भले ही जयपुर शहर ने ऊंची छलांग लगाई हो , लेकिन ध्वनि प्रदूषण के मामले में जयपुर देश के सबसे ज्यादा प्रदूषित 5 शहरों में शामिल हैं। यह चौंकाने वाला खुलासा यूनाइटेड नेशन्स इन्वॉयरमेंट प्रोग्राम की रिपोर्ट से हुआ है। यूएनईपी की ओर से हाल ही में ध्वनि प्रदूषित शहरों की रिपोर्ट जारी की गई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश का मुरादाबाद शहर दुनिया में दूसरा सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर है। जबकि पहले स्थान पर बांग्लादेश की राजधानी ढाका है। जयपुर का बात करें ,तो जयपुर देश के टॉप 5 ध्वनि प्रदूषित शहरों में शामिल है। भारत में पहले स्थान पर मुरादाबाद, दूसरे स्थान पर कोलकाता, तीसरे पर आसनसोल, चौथे पर जयपुर और पांचवें स्थान पर दिल्ली का नाम सामने आया है।

दुनिया के टॉप 15 देशों में भारत के 3 शहर शामिल
दुनिया में सबसे ज्यादा ध्वनि प्रदूषण वाले 15 शहरों में 3 शहर भारत के हैं। मुरादाबाद दूसरे स्थान पर है, कोलकाता 14वें स्थान पर है ,जबकि आसनसोल 15वें स्थान पर है। यूनाइडेट नेशन्स इन्वॉयरमेंट प्रोग्राम के मुताबिक दुनिया में सबसे ज्यादा ध्वनि प्रदूषण बांग्लादेश की राजधानी ढाका में है जहां ध्वनि प्रदूषण 119 डेसिबल दर्ज किया गया है।

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इसके बाद मुरादाबाद (भारत), इस्लामाबाद (पाकिस्तान), राजशाही (बांग्लादेश), हो चिन मिन सिटी (वियतनाम), इबादान (नाइजीरिया), कुपॉडोले (नेपाल), इल्जाइर्स (अल्जीरिया), बैंकॉक (थाइलैंड), न्यूयॉर्क (अमरीका), डमैस्कस (सीरिया) मनीला (फिलिपींस) और हॉन्गकॉन्ग (चीन) सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों की सूची में शामिल है।

60 डेसिबल से ज्यादा शोर होता है घातक
ध्वनि का मापक डेसिबल है। डॉक्टरों के मुताबिक 60 डेसिबल से ज्यादा शोर होना स्वास्थ्य के लिए घातक होता है। सामान्य तौर पर जो बारिश की आवाज आती है ,वह करीब 50 डेसिबल होती है और सामान्य बातचीत की आवाज 60 डिसेबल होती है। इससे ज्यादा ध्वनि होना शोर की श्रेणी में आती है जो कि स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं होती है।

जानिए कौन- कौन से यंत्र फैलाते हैं आवाज
आमतौर पर व्यस्ततम सड़कों पर ट्रैफिक का शोर होता है उसकी मात्रा 90 डेसिबल होती है। एम्बुलेंस के सायरन की आवाज 100 डेसिबल तक होती है। बिजली कड़कने की आवाज 110 डेसिबल, ड्रिलिंग मशीन की आाज 120 डेसिबल, विमान टेकऑफ की आवाज 130 और गोली की आवाज 140 सेडिबल की होती है।

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एम्बुलेंस के सायरन से ज्यादा शोर है मुरादाबाद में
दुनिया के सबसे ज्यादा ध्वनि प्रदूषित शहर ढाका में 119 डेसिबल दर्ज किया गया है। यानी कि वहां आमतौर पर ड्रीलिंग मशीन जैसा शोर सुनाई पड़ता रहता है। दूसरे स्थान पर उत्तर प्रदेश का मुरादाबाद शहर में 114 डेसिबल दर्ज किया गया,अर्थात वहां एम्बुलेस के सायरन से ज्यादा शोर होता रहता है।

भारत में 89 डेसिबल दर्ज केस आसपास तक का शोर
इस्लामाबाद (पाकिस्तान) में 105 डेसिबल, राजशाही (बांग्लादेश) में 105 डेसिबल, हो चिन मिन सिटी (वियतनाम) में103 डेसिबल, इबादान (नाइजीरिया) 101 डेसिबल, कुपॉडोले (नेपाल) में 100 डेसिबल, इल्जाइर्स (अल्जीरिया) 100 डेसिबल, बैंकॉक (थाइलैंड) में 99 डेसिबल, न्यूयॉर्क (अमरीका) में 95 डेसिबल, डमैस्कस (सीरिया) में 94 डेसिबल, मनीला (फिलिपींस) में 92 डेसिबल, हॉन्गकॉन्ग (चीन) में 89 डेसिबल, कोलकाता (भारत) में 89 डेसिबलऔर आसनसोल (भारत) में 89 डेसिबल दर्ज किया गया है। दिल्ली का ध्वनि प्रदूषण 83 डेसिबल है जबकि जयपुर का ध्वनि प्रदूषण 84 डेसिबल दर्ज किया गया है।

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