पिटाई से दम तोड़ने वाले छात्र का अभी तक नहीं हुआ अंतिम संस्कार…. परिजन अड़े- रखी 50 लाख के मुआवजे सहित ये मांगे

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पिटाई से दम तोड़ने वाले छात्र का अभी तक नहीं हुआ अंतिम संस्कार…. परिजन अड़े- रखी 50 लाख के मुआवजे सहित ये मांगे

पिटाई से दम तोड़ने वाले छात्र का अभी तक नहीं हुआ अंतिम संस्कार…. परिजन अड़े- रखी 50 लाख के मुआवजे सहित ये मांगे

जालोर: राजस्थान के जालोर जिले में दलित छात्र की मौत के बाद अभी भी आक्रोश जारी है। एक तरफ जहां जिले में इंटरनेट बंद है। वहीं छात्र की मौत के बाद परिजनों ने भी सरकार के सामने अपनी मांग रख दी है। मिली जानकारी के अनुसार छात्र का अहमदाबाद के अस्पताल में पोस्टमार्टम हो गया है। वहीं सुबह परिजन शव को लेकर सायला पहुंच गए हैं। लेकिन अभी तक मृतक छात्र का अंतिम संस्कार नहीं किया गया है। आक्रोशित दलित समाज और परिजनों ने राज्य सरकार के सामने कुछ मांग रखी है, जिसके बाद ही अंतिम संस्कार होने की बात की जा रही है।


50 लाख के मुआवजे की मांग, मिले परिजन को सरकारी नौकरी
मिली जानकारी के अनुसार समाज के लोगों और परिजनों की ओर से 50 लाख के मुआवजे की मांग की गई है। वहीं परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दिए जाने को लेकर डिमांड रखी गई है। परिजनों की सुरक्षा भी मांगी जा रही है। बता दें कि राज्य सरकार की ओर से मृतक के परिवार को 5 लाख की आर्थिक मदद का ऐलान पहले ही किया जा चुका है।

इधर जिस स्कूल में छात्र इंद्रकुमार पढ़ता था, उसकी मान्यता रद्द करने और जिला शिक्षा अधिकारी को निलंबित करने को लेकर भी दवाब बनाया जा रहा है। दलित समाज के लोगों का यह भी कहना है कि सरकार आसपास के जिलों में दलित एसपी लगाए, ताकि उन पर होने वाले अत्याचारों पर रोक लग सके।

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पुलिसकर्मियों ने परिजनों के मोबाइल किए थे जब्त
बताया जा रहा है कि अस्पताल के पोस्टमार्टम के बाद छात्र इंद्रकुमार का शव जालोर लाए जाने के दौरान पुलिसकर्मियों ने परिजनों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए थे। परिजन पुलिकर्मियों के व्यवहार को ध्यान में रखते हुए उन पर भी कार्रवाई की मांग रहे हैं। साथ ही शिक्षक की पिटाई के बाद छात्र की मौत मामले में हुए मुकदमें को फास्ट ट्रेक ले जाने की सरकार से गुहार लगा रहे हैं।

क्या है पूरा घटनाक्रम जानिए
मिली जानकारी के अनुसार जालोर के सायला थाना क्षेत्र के एक प्राइवेट स्कूल में दलित छात्र की टीचर ने पिटाई कर दी थी। पिटाई कथित तौर पर दलित छात्र के मटके से पानी पीने पर की गई। बताया जा रहा है कि टीचर ने बच्चे को इतने जोर से थप्पड़ जड़ा की उसकी तबीयत बिगड़ गई। कई दिनों तक बच्चे के परिजन उसे अलग-अलग शहरों के अस्पतालों में इलाज को लेकर भटकते रहे। पर सही इलाज ना हो सका और 13 अगस्त शनिवार को बच्चे ने सिविल अस्पताल में दम तोड़ दिया।

3 कक्षा में पढ़ता था इंद्र कुमार, मटकी से पानी पीने पर पीटा
सायला थाने में दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक सुराणा निवासी किशोर कुमार पुत्र पोलाराम मेघवाल ने मामला दर्ज कराया है। इसमें बताया कि उसके भाई देवाराम का बेटा इन्द्र कुमार सुराणा की सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल में कक्षा तीसरी में पढ़ता था। 20 जुलाई को इन्द्र कुमार स्कूल पढ़ने के लिए गया था। इस दौरान करीब 10:30 बजे शिक्षक छैलसिंह ने इन्द्रकुमार के साथ मारपीट की। आरोप है कि बच्चे ने मटकी से पानी पीया था।

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बच्चे के कान और आंख में अंदरुनी चोटें आईं
रिपोर्ट में बताया गया कि थप्पड़ के कारण बच्चे के दाहिने कान और आंख पर अंदरूनी चोटें आईं। कान में ज्यादा दर्द होने पर इन्द्रकुमार स्कूल के सामने अपने पिता देवाराम की दुकान पर गया और घटना की जानकारी देवाराम को दी। इसके बाद देवाराम बच्चे को सुराणा मेडिकल की दुकान से दवाई दिलाकर घर ले गया, लेकिन बाद में बच्चे की तकलीफ बढ़ती ही चली गई और आखिरकार शनिवार को अस्पताल में बच्चे की मौत हो जाने का दुखद समाचार मिला।

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