बच्चों को इस्लाम की शिक्षा देती थी उइगर महिला, कुरान छिपाने के ‘जुर्म’ में चीन ने सुनाई क्रूर सजा

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बच्चों को इस्लाम की शिक्षा देती थी उइगर महिला, कुरान छिपाने के ‘जुर्म’ में चीन ने सुनाई क्रूर सजा

हाइलाइट्स

  • चीन में चार साल पहले अगवा हुई उइगर महिला को सुनाई 14 साल जेल की सजा
  • पड़ोसी बच्चों को इस्लाम पढ़ाती थी उइगर महिला, कुरान की प्रतियां छिपाने का आरोप
  • महिला के पति को भी गिरफ्तार कर जेल भेज चुके हैं चीनी अधिकारी, अलगाववाद के आरोप

पेइचिंग
उइगर मुस्लिमों पर चीन के जुल्मों की एक और कहानी सामने आई है। करीब चार साल पहले चीन के पश्चिमी शिनजियांग क्षेत्र में एक महिला को आधी रात में अपने घर से अगवा कर लिया गया था। महिला पर आरोप लगाए गए कि वह पड़ोस में कुछ बच्चों को धार्मिक शिक्षा प्रदान करती है और उसने कुरान की कुछ प्रतियां छिपाई हैं। अब इस उइगर महिला को चार साल जेल की सजा सुनाई गई है। स्थिति की जानकारी रखने वाले सूत्रों और स्थानीय पुलिस ने इसकी जानकारी रेडियो फ्री एशिया को दी।

RFA की रिपोर्ट के मुताबिक हसीयत एहमत की उम्र 57 साल है। वह शिनजियांग के मानस काउंटी की निवासी हैं। मई 2017 में अधिकारियों ने उनका अपहरण कर लिया था जिसके बाद से उनके बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई थी। जानकारी के मुताबिक पुलिस आधी रात को हसीयत के घर में घुसी और उसके चेहरे पर एक काला नकाब पहना दिया। अधिकारियों ने हसीयत को न ही बाकी कपड़े पहनने दिए और न ही दवाइयां खाने दी।
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महिला के पति भी काट रहे जेल में सजा
मानस काउंटी कोर्ट के अधिकारी ने पुष्टि की है कि हसीयत को 14 साल की सजा सुनाई गई है। अधिकारियों ने कहा कि उन्हें यह सजा बच्चों को कुरान पढ़ाने और कुरान की दो प्रतियां छिपाने के कारण दी गई है। हसीयत की गिरफ्तारी से नौ साल पहले उनके पति को ‘अलगाववाद’ के आरोपों में दोषी ठहराया गया था और 2009 में उन्हें जेल की सजा सुनाई थी। हसीयत स्वास्थ्य कारणों के चलते अपनी गिरफ्तारी से दो साल पहले ही बच्चों को पढ़ाना बंद कर चुकी हैं।

चीन के क्रूर डिटेंशन कैंप्स में बंद उइगर समुदाय
रिपोर्ट में कहा गया है कि हसीयत अक्सर सार्वजनिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने से परहेज करती हैं। चीनी अधिकारियों ने कथित तौर पर ‘धार्मिक उग्रवाद’ और ‘आतंकवादी गतिविधियों’ को रोकने के लिए शिनजियांग में कई उइगर व्यापारियों, बुद्धिजीवियों और सांस्कृतिक और धार्मिक हस्तियों को निशाना बनाया और गिरफ्तार किया है। ऐसा माना जाता है कि चीन ने लाखों उइगर मुस्लिमों को 2017 से शिनजियांग में बने डिटेंशन कैंप्स में रखा हुआ है, जिसकी तसदीक कई बार सैटेलाइट तस्वीरें और खोजी रिपोर्ट कर चुकी हैं।

अमेरिका ने चीन पर लगाए प्रतिबंध
अमेरिका ने दिसंबर में उइगर मुस्लिमों के मानवाधिकार हनन को लेकर चीन के खिलाफ नए प्रतिबंधों की घोषणा की थी। बाइडन प्रशासन ने कहा था कि वह शिनजिंयाग प्रांत में मानवाधिकार हनन के लिए चीन की कई बायोटेक और निगरानी कंपनियों पर नए प्रतिबंध लगा रहा है। वाणिज्य विभाग चीन की सैन्य चिकित्सा विज्ञान अकादमी और इसके 11 शोध संस्थानों पर निशाना साध रहा है जो चीनी सेना की मदद के लिए जैव-प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित करते हैं।



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