बिहार चुनाव: किसके सिर पर सजेगा बिहार का ताज? इस सीट पर आएंगे सबसे पहले नतीजे

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पटना: बिहार विधान सभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) में अधिकांश एग्जिट पोल (Exit Poll) में राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के नेतृत्व में पांच दलों के महागठबंधन को जीत हासिल होने का पूर्वानुमान व्यक्त किए जाने के बीच मंगलवार को मतगणना होगी.

राज्य में मंगलवार को 38 जिलों के 55 केंद्रों पर मतगणना होगी और इसके परिणाम नीतीश कुमार सरकार का भविष्य तय करेंगे.  नीतीश कुमार पिछले 15 वर्षो से बिहार के मुख्यमंत्री हैं. कुछ दिनों पहले अधिकांश एग्जिट पोल में जदयू-भाजपा गठबंधन की पराजय और राजद नीत महागठबंधन की जीत का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है. 31 वर्षीय तेजस्वी यादव महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं.

पुख्ता इंतजाम के बीच होगी वोटों की गिनती
चुनाव आयोग ने मतगणना सुचारू रूप से कराने के लिए पुख्ता प्रबंध किया है और इस बात का ध्यान रखा है कि मतों की गिनती की प्रक्रिया में कोई बाधा नहीं आए. मुख्य निर्वाचन अधिकारी एचआर श्रीनिवास ने बताया कि मतदान होने के बाद जिन स्ट्रांग रूम में ईवीएम मशीनों को रखा गया है, वहां पर केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बलों को तैनात किया गया है और मंगलवार को डाक मतपत्रों की गिनती के बाद इसे खोला जाएगा.

इन सीटों पर होंगी सबकी निगाहें
बिहार में 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए मतदान में वैशाली जिले के राघोपुर सीट पर सभी निगाहें लगी हुई हैं जहां से तेजस्वी यादव चुनावी मैदान में हैं. बहरहाल, नीतीश कुमार बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं और उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा है. राघोपुर सीट पर पूर्व में लालू प्रसाद और राबड़ी देवी प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. तेजस्वी के बड़े भाई तेज प्रताप यादव ने समस्तीपुर जिले के हसनपुर सीट से चुनाव लड़ा है.

इन विधान सभा क्षेत्रों के परिणाम पहले आने की उम्मीद
चुनाव आयोग के अधिकारियों के मुताबिक, सबसे पहले बैलेट पेपर से डाले गए मतपत्रों की गणना होगी. सुबह 8:15 बजे ईवीएम से गणना की शुरुआत हो पाएगी. अधिकारियों का कहना है कि ईवीएम से एक राउंड की गणना करने में 15 से 20 मिनट का समय लगेगा. इसलिए पहला रुझान सुबह 8:30 बजे तक आने की संभावना है. जानकारी के अनुसार, पटना के 14 विधान सभा क्षेत्रों में से सबसे पहले फतुहा विधान सभा और बख्तियारपुर विधान सभा क्षेत्र के परिणाम घोषित किए जाएंगे. इन दो विधान सभा क्षेत्रों में मतदान केंद्रों की संख्या अन्य विधान सभा क्षेत्रों की तुलना में कम है. फतुहा विधान सभा में 405 और बख्तियारपुर विधान सभा में 410 मतदान केंद्र हैं. इसलिए इन दो विधान सभा क्षेत्रों में परिणाम जल्दी आने की संभावना है. वहीं दीघा, कुम्हरार और बांकीपुर विधानसभा के परिणाम देर से आएंगे. दीघा की गिनती देर तक चलती रहेगी. 

इन नेताओं पर भी रहेगी लोगों की नजर
इसके अलावा जिन नेताओं पर लोगों की नजर रहेगी उनमें पटना साहिब से नंद किशोर यादव, मोतिहारी से प्रमोद कुमार, मधुबनी से राणा रणधीर, मुजफ्फरपुर से सुरेश शर्मा, नालंदा से श्रवण कुमार, दिनारा से जय कुमार सिंह, जहानाबाद से कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा शामिल हैं. अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, वी आई पी के नेता मुकेश सहनी, खेल से राजनीति में आईं श्रेयसी सिंह, प्लूरल्स पार्टी की नेता पुष्पम प्रिया चौधरी आदि शामिल हैं.

इस बार ये रहे बड़े चुनावी मुद्दे
चुनाव प्रचार के दौरान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के नेताओं ने लालू राबड़ी के 15 वर्षो के शासन काल के दौरान पूर्व में कानून व्यवस्था की खराब स्थिति का आरोप लगाते हुए लोगों के सामने राजद से ‘जंगलराज’ को जोड़कर बात रखने का प्रयास किया था. वहीं, महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव ने अपनी चुनावी सभाओं में लगातार इस वादे को दोहराया कि उनकी सरकार बनी तब पहली कैबिनेट में 10 लाख लोगों को नौकरी देने पर मुहर लगाई जाएगी.

चुनाव में दो बाहुबलियों अनंत सिंह (मोकामा) और रीतलाल यादव (दानापुर) पर भी नजर रहेगी. दोनों ने राजद के टिकट पर चुनाव लड़ा है. गौरतलब है कि पिछले वर्ष लोक सभा चुनाव में राजद के एक भी सीट नहीं जीतने के बाद तेजस्वी यादव के नेतृत्व पर सवाल उठाया गया. पिछले लोकसभा चुनाव में राज्य की 40 सीटों में से राजग ने 39 सीटें जीत ली थी और कांग्रेस को एक सीट हासिल हुई थी.

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