ब्रिटिश एयरवेज में पायलट बता इंस्टाग्राम पर दोस्ती, फिर 61 साल की महिला को गिफ्ट भेजने के बहाने ठगे 2 करोड़

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ब्रिटिश एयरवेज में पायलट बता इंस्टाग्राम पर दोस्ती, फिर 61 साल की महिला को गिफ्ट भेजने के बहाने ठगे 2 करोड़

ब्रिटिश एयरवेज में पायलट बता इंस्टाग्राम पर दोस्ती, फिर 61 साल की महिला को गिफ्ट भेजने के बहाने ठगे 2 करोड़

गुरुग्राम: इंस्टाग्राम पर बने दोस्त ने खुद को पॉयलट बता महिला से कहा कि मैं आपके लिए गिफ्ट पार्सल भेज रहा हूं। इसमें गोल्ड जूलरी के अलावा विदेशी मुद्रा भी है। फिर एयरपोर्ट के कस्टमर डिपार्टमेंट के अधिकारी, यूएन के आतंक विरोधी दस्ते समेत अन्य अधिकारी बनकर महिला से 1 करोड़ 80 लाख रुपये आरोपियों ने अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करा लिए। महिला भी आरोपियों की बातों में आ गई और अपना प्लॉट बेचने के साथ ही रिश्तेदारों से भी करीब 25 लाख रुपये उधार लेकर ट्रांसफर कर दिए। पिछले दिनों मामले का खुलासा तब हुआ जब महिला ने अपने व अपने बेटे के जॉइंट खाते से रुपये ट्रांसफर किए। महिला से जब बेटे ने पूछा कि इतने रुपयों की क्या जरूरत पड़ गई तो उसने कहा कि उसके दोस्त ने विदेश से गिफ्ट पार्सल भेजा है, जिसे क्लियर कराने के लिए वह रुपये ट्रांसफर कर रही है।

सॉफ्टवेयर इंजीनियर बेटे ने बताया कि ऐसा कुछ नहीं होता, ये सब ठगी करते हैं। तब महिला ने बताया कि वह तो अब तक करीब 1 करोड़ 80 लाख रुपये ट्रांसफर कर चुकी है। सोमवार को मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाना मानेसर में दी गई।

2022 में इंस्टाग्राम पर हुई दोस्ती

पुलिस को शिकायत देने वाली 61 साल की महिला सेक्टर-86 एरिया की पॉश सोसायटी में रहती हैं। उनका कहना है कि इंस्टाग्राम व वॉट्सऐप के जरिये वह सोशल मीडिया पर मौजूद रहती हैं। दिसंबर 2022 में इंस्टाग्राम पर एलेक्स विली नाम से बने प्रोफाइल से उसे फ्रेंड रिकवेस्ट आई जो एक्सेप्ट कर ली। फिर वॉट्सऐप पर दोनों में बात होने लगी।

इस तरह करते रहे ठगी

एलेक्स ने कहा कि वह ब्रिटिश एयरवेज में पायलट है। फिर उसने कहा कि मैं आपके लिए गिफ्ट पार्सल भेज रहा हूं। जिसमें आईफोन, जूलरी, घड़ी व अन्य सामान होगा। उसने महिला से पता पूछ लिया और बोला कि पार्सल दुबई से आएगा। फिर एक नंबर से कॉल आया और आरोपी ने कस्टम विभाग का अधिकारी बनकर 35 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए। जिसके बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी, यूएन एंटी टेरेरिस्ट डिपार्टमेंट के अधिकारी बनकर रुपये ट्रांसफर कराते रहे।

आरोपियों ने महिला को पीएनबी डेबिट कार्ड भी भेजा और कहा कि ये आपकी ओर से जमा कराई गई राशि के रिफंड का कार्ड है। इससे महिला 20 हजार रुपये निकाल पाई। महिला को आरोपियों पर थोड़ा भरोसा हो गया और बाद में उनकी बातों में आकर व केस के डर से और रुपये जमा करा दिए।

30 बैंक खातों में जमा कराई गई रकम

आरोपियों ने आरबीएस बैंक का भी डेबिट कार्ड महिला को भेजा लेकिन इससे कोई निकासी नहीं कर सकी। कुल 30 बैंक खातों में महिला से ये राशि जमा कराई गई। महिला ने मुथूट फाइनैस से अपनी जूलरी पर लोन लिया और वह राशि भी ट्रांसफर कर दी। तिरुपति में अपना प्लॉट बेचकर 50 लाख रुपये जुटाए और वह भी ट्रांसफर कर दिए। 24 लाख 50 हजार रुपये महिला ने अपने परिचितों से भी उधार लिए। साइबर क्राइम थाना मानेसर एसएचओ इंस्पेक्टर नरेश ने बताया कि अज्ञात के खिलाफ ठगी व आईटी एक्ट की धारा में एफआईआर दर्ज की गई है। जांच की जा रही है।

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