यूक्रेन और रूस तनाव से सहमे 18 हजार भारतीय छात्र, बोले- कभी भी छिड़ सकती है जंग

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यूक्रेन और रूस तनाव से सहमे 18 हजार भारतीय छात्र, बोले- कभी भी छिड़ सकती है जंग

यूक्रेन और रूस के बीच जारी तनाव के बीच भारत के लिए बड़ी समस्या 18 हजार भारतीय छात्र हैं, जो यूक्रेन के अलग-अलग विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, इन छात्रों में यूक्रेन और रूस के बीच संघर्ष को लेकर डर बना हुआ है। इन छात्रों का कहना है कि वे देश में संघर्ष नहीं चाहते हैं, ताकि हमारी पढ़ाई बाधित न हो। इसके लिए छात्रों ने यूक्रेन की राजधानी कीव में भारतीय दूतावास से संपर्क किया है। छात्रों को इस बात का डर सता रहा है कि यूक्रेन और रूस के बीच कभी भी जंग छिड़ सकती है।

यूक्रेन और रूस एक लंबे संघर्ष में फंस गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, यूक्रेन की सीमा पर रूस बड़ी संख्या में अपने सैनिकों और सैन्य उपकरणों की फौज खड़ी कर रहा है। इस बीच यूक्रेन के अलग-अलग विश्वविद्यालयों में इंजीनियरिंग और डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे 18000 छात्रों को दोनों देशों के बीच जंग का डर सता रहा है। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के करीब 200 छात्र यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे हैं। छात्रों ने कीव में भारतीय दूतावास के पास अपना पंजीकरण कराया है।

हैदराबाद के मोतीनगर के सोहेल मोहम्मद, जो यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे हैं, ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा कि हम नहीं जानते कि मामला क्या है लेकिन हम नहीं चाहते कि हमारी पढ़ाई बाधित हो। हमें सूचित किया गया है कि हमारा अगला सेमेस्टर 1 फरवरी से शुरू होगा। 

राजेंद्रनगर के धीरज, जो यूक्रेन में डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे हैं, ने कहा कि अगर स्थिति और खराब होती है, तो दूतावास उन्हें देश से बाहर निकालेगा। दूतावास के अधिकारियों ने छात्रों से नाम, उम्र, लिंग, पासपोर्ट नंबर, यूक्रेन में स्थान और वे भारत में रहने वाले राज्य जैसे विवरण प्रदान करने के लिए कहा था। यूक्रेन और भारत में उनके संपर्क नंबर लिए गए हैं। छात्रों को उस विश्वविद्यालय का उल्लेख करने के लिए कहा गया जिसमें वे पढ़ रहे हैं। 

दूतावास की वेबसाइट के अनुसार, लगभग 18,000 भारतीय छात्र यूक्रेन के विभिन्न विश्वविद्यालयों में चिकित्सा और इंजीनियरिंग का अध्ययन कर रहे हैं। उधर, यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे सोहेल के भाई हसीब मोहम्मद ने कहा “जब मैंने अपने भाई को फोन किया, तो उसने मुझे बताया कि निप्रो शहर में माहौल शांतिपूर्ण है जहां वह रहता है और पढ़ता है। लेकिन जब से मैं समाचार देख रहा हूं और पिछले 15 दिनों से बैचेन हूं। मैंने उससे इलाके को लेकर लगातार अपडेट ले रहा हूं। उसे सतर्क रहने के लिए कहा है।

गौरतलब है कि यूक्रेन और रूस के बीच जारी तनाव को लेकर भारत सरकार ने पहली बार आधिकारिक तौर पर अपनी बात रखी है। मीडिया से बात करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने शुक्रवार को कहा था कि हम यूक्रेन के हालात पर बारीकी ने नजर बनाए हुए हैं। हम चाहते हैं कि क्षेत्र के दीर्घकालिक शांति और स्थिरता के लिए लगातार राजनयिक कोशिशों के जरिए स्थिति के शांतिपूर्ण समाधान हो।
 



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