यूपी एसटीएफ को बड़ी कामयाबी, 5000 कुन्तल कोयले के साथ सरगना समेत 15 तस्कर गिरफ्तार, जानिए कहां से हुई गिरफ्तारी | 15 smugglers including gangster arrested with 5000 quintals coal | Patrika News

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यूपी एसटीएफ को बड़ी कामयाबी, 5000 कुन्तल कोयले के साथ सरगना समेत 15 तस्कर गिरफ्तार, जानिए कहां से हुई गिरफ्तारी | 15 smugglers including gangster arrested with 5000 quintals coal | Patrika News

वाराणसी फील्ड यूनिट को मिली थी जांच सोनभद्र एवं इसके आस-पास के जिलों में अवैध रूप से कोयले की तस्करी के संबंध में एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी को जांच मिली थी। वाराणसी एसटीएफ की टीम मिर्जापुर में मौजूद थी। तभी विश्वस्त सूत्रों सूचना मिली कि थाना अदलहाट क्षेत्र में अन्नपूर्णा धर्मकांटा एवं श्रीसाई धर्मकांटा के पास भारी संख्या में चोरी का कोयला खरीदने व बेचने वाले गिरोह के सदस्य कोयला लदे ट्रकों व टैक्टरों के साथ मौजूद हैं। इस सूचना पर प्रभारी निरीक्षक अदलहाट से सम्पर्क किया गया तथा बताये गये स्थान पर पहुंच कर उक्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी करते हुये उपरोक्त बरामदगी की गयी।

खदानों के आस-पास खोल रखे थे डिपो गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि सोनभद्र, छत्तीसगढ एवं झारखण्ड में कई कोयले की खदानें स्थित हैं। इन कोयलों की खदानों से कोयला खरीद-फरोख्त के लिए इसके आस-पास काफी लोगों ने अपना-अपना कोल डिपो खोल रखा है। अमिल वन राजमिलन सिंगरौली में कोयला तस्कर धनंजय सिंह ने भी अपना कोल डिपो वैष्णो इण्टरप्राईजेज के नाम से खोल रखा है। जिसके संबंध में अभिसूचना संकलन से पाया गया कि धनंजय सिंह व इसके जैसे नारायण अग्रवाल अनपरा (सोनभद्र) तथा अन्य कोयला तस्कर अपने-अपने सहयोगियों के माध्यम से विभिन्न तरीकों से कोयले की तस्करी व कालाबाजारी करते हैं।

40-50 कुन्तल अधिक कोयला लदवा लेते थे इनके सहयोगी विभिन्न कोयला खदानों से बिल में अंकित वजन से लगभग 40-50 कुन्तल अधिक कोयला खदान कर्मचारियों की मिलीभगत से अपने ट्रकों में लोड कर कोयला तस्करों के बताये गये विभिन्न स्थानों पर लाते हैं और अतिरिक्त लोड किये गये कोयले को अनलोड कर देते हैं।

फर्जी कागज बनवाकर बेच देते थे कोयला जब इस प्रकार से काफी कोयला एकत्रित हो जाता है तो कोयला तस्कर अपने फर्म का कूटरचित कागजात बनाकर विभिन्न कोयला मण्डियों आदि में भारी मूल्य पर ये लोग 50 हजार रुपये से कम मूल्य का बिल तैयार करते हैं, उसमें भी कोयले की बिक्री दर वास्तविक मूल्य से लगभग 1/10 के बराबर रखते हैं, जिससे ये लोग जीएसटी की भी चोरी करते हैं।

जीएसटी की भी करते थे चोरी एसटीएफ के अनुसार वस्तुओं के परिवहन पर नियमानुसार ई-वे बिल नहीं बनाना पड़ता है। धनंजय सिंह एवं इसके जैसे अन्य कोयला तस्कर एक ट्रक में लोड लगभग 3.50 लाख रुपये के कोयले की फर्जी बिल 50 हजार रूपये से कम मूल्य की बना देते हैं। जिससे कि ई-वे बिल जनरेट ही नहीं होता है और जिससे इसकी सूचना कर विभाग को नहीं हो पाती है और इस प्रकार इनके द्वारा फर्जी कागजात के आधार पर इन कोयलों को भी विभिन्न स्थानों पर बेच दिया जाता है।

इनकी हुई गिरफ्तारी गैंग सरगना धनंजय सिंह, विकास कुमार सिंह, निखिल सिंह, वकील यादव, हिमांशु कुमार यादव, पंकज यादव, रामसजीवन, वीरेन्द्र सिंह, मैनेजर, संजय कुमार, भगत सिंह, संजय सिंह, चन्द्रराज सिंह, कामेन्द्र मिश्रा और जय प्रकाश सिंह यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया।



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