रोहिणी की राजनीति में एंट्री; लालू यादव ने बेटी से कराया लोगों का अभिवादन, पहली बार सियासी मंच पर दिखीं

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रोहिणी की राजनीति में एंट्री; लालू यादव ने बेटी से कराया लोगों का अभिवादन, पहली बार सियासी मंच पर दिखीं

रोहिणी की राजनीति में एंट्री; लालू यादव ने बेटी से कराया लोगों का अभिवादन, पहली बार सियासी मंच पर दिखीं

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राजद सुप्रीमो लालू यादव के परिवार से अब बेटी रोहिणी आचार्य की भी राजनीति में एंट्री हो गई। 3 मार्च को पटना में आयोजति जन विश्वास महारैली में वो पहली बार यादव परिवार के साथ सियासी मंच पर नजर आईं। पहली बार गांधी मैदान के ऐतिहासिक मंच पर पहुंची। पिता लालू के कहने पर उन्होंने समर्थकों का अभिवादन भी किया। राबड़ी, तेजस्वी, तेज प्रताप और मीसा भारती के बाद अब रोहिणी आचार्य के सक्रिय राजनीति में शामिल होने की अटकलें तेज हो गईं हैं।

महारैली में लालू प्रसाद ने अपने संबोधन के दौरान रोहिणी आचार्य का जिक्र भी किया और कहा बताया कि किडनी डोनेट कर उन्होंने जीवनदान दिया है। वहीं, मंच पर सांसद डॉ. मीसा भारती भी अपनी मां पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के साथ मौजूद रही। आपको बता दें बीते कुछ महीनों ने रोहिणी आचार्य सोशल मीडिया के जरिए बिहार की एनडीए सरकार और बीजेपी पर लगातार हमलावर होती रही हैं। कई बार उनके निशाने पर सीएम नीतीश कुमार भी रहे हैं। और अब लालू यादव ने खुद उनकी एंट्री जन विश्वास महारैली के मंच से राजनीति में करा दी है। 

इससे पहले जब रोहिणी आचार्य अपने ससुराल काराकाट के दाउदनगर पहुंची थी। तो चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होने कहा था कि अगर क्षेत्र की जनता की इच्छा होगी तो वह चुनाव लड़ेंगी। और अब राजनीति में एंट्री के बाद उनके लोकसभा चुनाव में उतरने की अटकलें तेज हो गई है। वे काराकाट लोकसभा क्षेत्र में वह उतर सकती हैं। फिलहाल जदयू के महाबली सिंह इस सीट से सांसद हैं। आपको बता दें लालू यादव की बेटी रोहिणी अपने पति के साथ सिंगापुर में रहती हैं। लेकिन, बिहार और राष्ट्रीय स्तर की हर घटना पर वह सोशल मीडिया के माध्यम से एक्टिव रहती हैं और अपनी प्रतिक्रिया देती रहती हैं।

पिता लालू यादव को रोहिणी ने अपनी किडनी दी। उसके बाद से रोहिणी की लोकप्रियता काफी बढ़ गई है। लोगों ने उन्हें एक जिम्मेदार और संवेदनशील बेटी बताया और जमकर तारीफ की। पार्टी की ओर से भी रोहिणी की सराहना की गयी। ऐसे में रोहिणी को टिकट मिलने में भी कोई दिक्कत नहीं होगी। लालू प्रसाद की दूसरी बेटी रोहिणी आचार्य की शादी 23 मई 2002 को हिच्छन बिगहा निवासी मुंबई के पूर्व आयकर अधिकारी राव रणविजय सिंह के बेटे समरेश सिंह से हुई थी। यह शादी समारोह काफी चर्चा में रही।

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वहीं महारैली में लालू प्रसाद ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री के पास तो परिवार ही नहीं है। ज्यादा संतान होने वाले लोगों को बोला जाता है कि परिवारवाद है, परिवार के लिए लड़ रहा है। केंद्र सरकार की वादाखिलाफी पर बोलते हुए लालू ने कटाक्ष किया और कहा कि मुझे सात पुत्रियां व दो बेटे हैं और मैं पति-पत्नी। सब का खाता खुलवा दिया था ताकि 15-15 लाख रुपया आएगा। सोचा करोड़ रुपये तो आ ही जाएगा, लेकिन कुछ भी नहीं आया।

मुख्य मंच पर भाषण की शुरुआत पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम ने की और कहा कि लालू व तेजस्वी को होते हुए कोई माई का लाल आरक्षण छीन नही सकता। गांधी मैदान में संबोधित करने वालों में देवेंद्र प्रसाद यादव, कांति सिंह, जय प्रकाश नारायण यादव, पूर्व मंत्री अब्दुलबारी सिद्दीकी, तेज प्रताप यादव, अनिता देवी, कुमार सर्वजीत, आलोक मेहता, विधायक भाई वीरेंद्र, रणविजय साहू, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, अवध बिहारी चौधरी आदि शामिल रहे।

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