लाहौर के पागलखाने पहुंचीं इमरान खान की ‘रहस्यमय’ बेगम बुशरा बीबी

83


लाहौर के पागलखाने पहुंचीं इमरान खान की ‘रहस्यमय’ बेगम बुशरा बीबी

हाइलाइट्स

  • पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की बेगम बुशरा बीबी अक्सर चर्चा में रहती हैं
  • कभी अपने बयानों से हलचल पैदा कर देती हैं तो कभी रुतबे को लेकर वह मशहूर रहती हैं
  • अब चर्चा है उनके लाहौर स्थित ‘पागलखाने’ जाने की है, और लोग कयास लगा रहे हैं

लाहौर
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की बेगम बुशरा बीबी अक्सर चर्चा में रहती हैं। कभी अपने बयानों से हलचल पैदा कर देती हैं तो कभी इमरान की पार्टी के अंदर अपने रुतबे को लेकर वह मशहूर रहती हैं। अब चर्चा है उनके लाहौर स्थित ‘पागलखाने’ जाने की। बुशरा बुधवार को लाहौर के इंस्टिट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ पहुंची थीं।

यहां उन्होंने हालात का जायजा लिया और भर्ती किए जाने वाले लोगों के बारे में स्टाफ से जानकारी भी ली। उन्होंने वहां मौजूद मरीजों और उनके तीमारदारों से बातचीत भी की। इससे पहले मार्च में उन्होंने लाहौर के हजरत दाता गंज बख्‍श की दरगाह के पास स्थित पनाहगाह का दौरा किया था। इस दौरान उन्‍होंने कहा था कि लाहौर का यह शेल्‍टर होम मुझे खुश कर देता है।
हक्‍कानी पर ‘झूठा ज्ञान’ देकर बुरी तरह से फंसे पाकिस्‍तानी पीएम इमरान खान, अपनों ने घेरा
पार्टी में अपना अलग धड़ा?
बुशरा बीबी ने पनाहगाह में बनाए जा रहे खाने को खुद ही चखा और उसकी क्‍वॉलिटी की जांच की। पाकिस्‍तान की प्रथम महिला ने लोगों की श‍िकायतें सुनीं और उनको जल्‍द हल करने का आश्‍वासन दिया। पाकिस्तानी मीडिया में इस बात की चर्चा रहती है कि बुशरा ने PTI के अंदर अपना अलग धड़ा बना रखा है। बड़ी संख्या में उनके समर्थक उनके प्रति वफादारी रखते हैं। इमरान के बारे में भी कहा जाता है कि वह पार्टी के अंदर विरोध के स्वर या महिलाओं की नाराजगी पर बुशरा को आगे कर देते हैं। इसके चलते उन्हें ‘गॉडमदर’ तक का दर्जा दिया गया है।

navbharat times -
यहां तक कि यह भी कहा जाता है कि पार्टी के सदस्यों की पार्टी से ज्यादा बुशरा के प्रति वफादारी है। दिलचस्प बात यह है कि बुशरा को ‘काला जादू’ करने वाला बताया जाता है। वह खुद को मिस्टिक और आध्यात्मिक हीलर बताती हैं। कहा जाता है कि वह काफी गुस्से वाली बुशरा ने 20 पाकिस्तानी अधिकारियों का ट्रांसफर सिर्फ इसलिए करा दिया था, क्योंकि वह उनके लिए दरवाजा खोलने में देर कर रहे थे। पर्दे में रहने पर उन्‍होंने एक बार सफाई दी थी। बुशरा ने कहा, ‘सिर्फ पर्दा नहीं करने से कोई मॉर्डन नहीं हो सकता। मैं हमेशा पर्दे में रहती हूं और इसके लिए मुझ पर कोई दबाव नहीं है। यह अल्लाह से वास्ता रखने का मेरा अपना तरीका है।’



Source link