सीईटी के रिजल्ट में आरक्षण भूला एनटीए

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सीईटी के रिजल्ट में आरक्षण भूला एनटीए

– देर से भी दुरुस्त रिजल्ट तैयार नहीं करा सकी डीएवीवी, आरक्षित वर्ग के परीक्षार्थी की बढ़ी उलझन

 

इंदौर.

देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी की इस सत्र की सीईटी (कॉमन इंट्रेंस टेस्ट) में एक और विवाद जुड़ गया है। लंबे इंतजार के बाद रविवार शाम को सीईटी का रिजल्ट जारी हुआ मगर, ये रिजल्ट आरक्षित वर्ग के हजारों विद्यार्थियों को मायूस करने वाला रहा। रिजल्ट में आरक्षण पूरी तरह से हटा दिया गया है। यूनिवर्सिटी प्रबंधन परेशान है कि आधे-अधूरे रिजल्ट से काउंसलिंग कैसे कराई जाएं वही, परीक्षार्थी भी ये तय नहीं कर पा रहे कि अनारक्षित श्रेणी वालों के बीच उनकी क्या पोजिशन है।

2021-22 में दाखिले के लिए हुई सीईटी का जिम्मा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को सौंपा गया है। कई दिनों से सीईटी कमेटी और एनटीए के अधिकारियों के बीच रिजल्ट जारी करने के लिए चर्चा चली। डीएवीवी प्रबंधन ने रिजल्ट के प्रारूप की विस्तार से जानकारी दी थी। माना जा रहा था कि रिजल्ट जारी होते ही परीक्षार्थियों का इंतजार खत्म हो जाएगा। लेकिन, रविवार शाम को जो रिजल्ट जारी हुआ वह कई विद्यार्थियों की समझ से परे था। प्रवेश व भर्ती परीक्षाओं के रिजल्ट में अनारक्षित श्रेणी की रैंक के साथ आरक्षित श्रेणी की रैंक भी जारी होती है। एनटीए ने सीईटी का जो रिजल्ट जारी किया उसमें आरक्षित वर्ग का कोई उल्लेख ही नहीं है। रिजल्ट जारी होने के बाद आरक्षित वर्ग के कुछ विद्यार्थियों ने सीईटी की हेल्पलाइन व अधिकारियों से भी संपर्क किया। मगर, उन्हें निराशा हाथ लगी। इस साल सीईटी को लेकर दूसरी बार विवाद की स्थिति बनी है। इससे पहले सीईटी तब विवाद में आई जब इंदौर के आवेदकों को भोपाल, ग्वालियर और अन्य दूर-दराज के शहरों के केंद्र अलॉट कर दिए गए। भारी विरोध और हंगामे के बाद इंदौर के विद्यार्थियों के लिए इंदौर में ही 4 सितंबर को दूसरे चरण की परीक्षा कराई गई। इसका रिजल्ट दो सप्ताह में जारी होने की उम्मीद थी। 22 दिन बाद आए रिजल्ट भी आरक्षित वर्ग के आवेदकों को निराश करने वाले रहे।

2500 से ज्यादा सीट पर होना है एडमिशन

सीईटी के जरिए 16 विभाग के 41 कोर्स की 2515 सीट पर दाखिले होना है। दोनों चरणों की सीईटी में 14 हजार 544 छात्र-छात्राएं शामिल हुए है। काउंसलिंग में हिस्सा लेने वालों को सीईटी की मेरिट के आधार पर ही सीट अलॉट होगी। सीईटी के रिजल्ट में महिला, एससी-एसटी, ओबीसी, दिव्यांग आरक्षण का जिक्र नहीं होने से आरक्षित वर्ग के विद्यार्थियों में नाराजगी है। सीईटी कमेटी के चेयरमैन डॉ.कन्हैया आहूजा का कहना है कि काउंसलिंग से पहले तक आरक्षण की मेरिट भी जारी कर दी जाएगी।

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काउंसलिंग के लिए सीईटी का रिजल्ट जारी करना हमारी प्राथमिकता थी। एनटीए से रिजल्ट के प्रारूप के संबंध में विस्तृत चर्चा हो चुकी थी। सभी विद्यार्थियों का रिजल्ट रविवार को आ चुका है। एक-दो दिन में आरक्षित वर्ग के विद्यार्थियों की भई मेरिट जारी होगी।

– प्रो.रेणु जैन, कुलपति







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