​​​Aadhaar Card की फोटोकॉपी फाड़ दी, बचाने की खूब की कोशिश, G club firing के बदमाश आखिरकार ऐसे चढ़े पुलिस के हत्थे

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​​​Aadhaar Card की फोटोकॉपी फाड़ दी, बचाने की खूब की कोशिश, G club firing के बदमाश आखिरकार ऐसे चढ़े पुलिस के हत्थे

​​​Aadhaar Card की फोटोकॉपी फाड़ दी, बचाने की खूब की कोशिश, G club firing के बदमाश आखिरकार ऐसे चढ़े पुलिस के हत्थे


जयपुर: 28 जनवरी की आधी रात को दुर्गापुरा स्थित जी क्लब पर अंधाधुंध फायरिंग हुई थी। क्लब के ऑनर अक्षय गुरनानी को जान से मारने की धमकी देकर लॉरेंस बिश्नोई गैंग (Lawaernce Bishnoi Gang) के गुर्गे करोड़ों रुपए हड़पना चाहते थे। फायरिंग की घटना के बाद जयपुर पुलिस ने हमलावरों की पहचान कर ली। दो दिन बाद ही पीछा करते हुए आगरा से चार बदमाशों को दबोच लिया था। पुलिस जांच के दौरान पता चला कि फायरिंग करने वाले आरोपी जिस होटल में ठहरे थे। उस होटल के संचालक ने बदमाशों को बचाने की कोशिश की थी। हमलावरों की धरपकड़ के दौरान ही पुलिस को पता चल गया था कि फायरिंग करने वाले आरोपी मानसरोवर स्थित कृष्णा होटल में ठहरे थे। पुलिस ने कृष्णा होटल पहुंच कर तलाशी ली तो होटल संचालक की ओर से हमलावरों को बचाने की कोशिश की गई।

आरोपियों के आधार कार्ड की फोटोकॉपी फाड़ दी गई

जी क्लब पर फायरिंग की घटना के बाद 31 दिसंबर की शाम पांच बजे पुलिस कृष्णा होटल पहुंची थी। पूछताछ और तलाशी के दौरान होटल मैनेजर और कर्मचारी पुलिस से उलझने लगे और कहने लगे कि यहां कोई आपराधिक प्रवृति का व्यक्ति नहीं आया। पुलिस ने होटल का रजिस्टर चैक करते हुए पिछले 5 दिन में ठहरे लोगों के पहचान पत्र मांगे तो होटल संचालन ने चालाकी दिखाई। फायरिंग के आरोपियों के आधार कार्ड की फोटोकॉपी पुलिस की नजरों से बचते हुए फाड़कर डस्टबिन में डाल दी। साथ ही अन्य लोगों की आईडी दिखा दी।

इसके बाद पुलिस होटल में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो एक कर्मचारी कागज फाड़कर डस्टबिन में डालता हुआ दिखा। शक होने पर पुलिस ने डस्टबिन को चैक किया। डस्टबिन में गिरे कागज के टुकड़ों को जोड़कर देखा तो फायरिंग के आरोप यशचंद राजवार और दूसरे नाबालिग की आईडी मिल गई।

नागौर के दो युवक चलाते थे होटल

जयपुर के मानसरोवर में स्थित होटल कृष्णा का संचालन नागौर के कुचामन सिटी निवासी रामचंद्र ऊर्फ रामसिंह कर रहा था। नागौर जिले के मौलासर निवासी मूलसिंह होटल का मैनेजर था। अपराधियों को ठहाने में इन दोनों की भूमिका सामने आई। होटल में ठहरने की एवज में बदमाशों ने होटल संचालक को पहले दिन 16 हजार रुपए दिए थे। ये रुपए एक जिम संचालक के की ओर से एक महिला के अकाउंट के जरिए दिए गए। पुलिस ने रामसिंह, मूलसिंह, जिम संचालक और एक महिला को भी फायरिंग के आरोपियों की मदद करने के मामले में गिरफ्तार किया।

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नाबालिग सहित चार बदमाशों को आगरा से पकड़ा पुलिस ने

जयपुर पुलिस ने जी क्लब पर फायरिंग की घटना को अंजाम देने वाले एक नाबालिग सहित तीन बदमाशों को आगरा से गिरफ्तार किया। इस दौरान आगरा पुलिस का सहयोग भी लिया गया। आरोपियों के ठिकाने पर दबिश देने के दौरान बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग की लेकिन पुलिस ने नाबालिग सहित चार युवकों को दबोच लिया। आर्म्स एक्ट का मुकदमा दर्ज होने के कारण आरोपी भुपेन्द्र गुर्जर ऊर्फ थापा को आगरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और नाबालिग सहित तीन आरोपियों को जयपुर की जवाहर सर्किल पुलिस ने गिरफ्तार किया। फायरिंग के आरोपियों को बचाने की कोशिश करने वाले आरोपी अब जेल की हवा खा रहे हैं।

जयपुर में पुलिस पर हमला कर भागने की कोशिश

जयपुर पुलिस एक नाबालिग सहित तीन आरोपियों को आगरा से लेकर जयपुर आ रही थी। इसी दौरान जयपुर में प्रवेश करते ही एक आरोपी ने लघुशंका और शौच का बहाना बनाकर पुलिस की गाड़ी रुकवाई। पुलिसकर्मी एक आरोपी को शौच के लिए सड़क किनारे ले गए, उसी दौरान दूसरे आरोपी ने एक पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनी और हमला करके भागने की कोशिश की। अचानक हुए हमले के कारण पुलिसकर्मी भी घबरा गए। इस दौरान तीनों आरोपी भागने लगे तो पुलिस ने तीनों आरोपियों के पैरों में गोली मार दी। घायलावस्था में तीनों को जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद दो आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया जबकि एक आरोपी का एसएमएस अस्पताल में इलाज जारी है। (रिपोर्ट – रामस्वरूप लामरोड़, जयपुर)

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