Aditi Singh: कांग्रेस से बगावत करने वाली अदिति सिंह कौन हैं? जिन्होंने UP चुनाव से पहले थाम लिया बीजेपी का दामन

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Aditi Singh: कांग्रेस से बगावत करने वाली अदिति सिंह कौन हैं? जिन्होंने UP चुनाव से पहले थाम लिया बीजेपी का दामन

रायबरेली
उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से कांग्रेस की बागी विधायक अदिति सिंह ने बुधवार को बीजेपी का दामन थाम लिया। वह लंबे समय से कांग्रेस पर हमलावर रही थीं। पूर्व कांग्रेसी और बाहुबली नेता अखिलेश सिंह की बेटी अदिति अपने पिता की ही राह पर चलती दिखाई दे रही हैं। उनके पिता अखिलेश की भी कांग्रेस से नहीं बनती थी जबकि वह कई बार कांग्रेस के टिकट पर ही चुनाव जीते। अब अदिति ने भी कांग्रेस छोड़ बीजेपी का झंडा थाम लिया है।

विदेश में की है पढ़ाई
15 नवंबर 1987 को जन्मीं अदिति सिंह विदेश में पढ़ी-लिखी हैं। विदेश जाने से पहले उन्होंने 10 साल मसूरी के बोर्डिंग स्कूल में पढ़ाई की। इसके बाद आगे की स्टडी के लिए दिल्ली चली गईं। अदिति ने मास्टर्स की पढ़ाई अमेरिका के ड्यूकन यूनिवर्सिटी से की। साल 2017 में जब उन्होंने पहली बार चुनाव लड़ा था, उसके तीन साल पहले ही वह अमेरिका से भारत वापस लौटी थीं। एक इंटरव्यू में अदिति सिंह ने बताया था कि पिता अखिलेश सिंह ने अपनी बीमारी के कारण उन्हें पॉलिटिक्स जॉइन करने के लिए प्रेरित किया, जिसके बाद उन्होंने अपने जीवन का पहला चुनाव लड़ा। अदिति ने बताया कि राजनीति उनकी पहली पसंद थी और वह 100 फीसदी इस क्षेत्र में आना चाहती थीं।

साल 2017 के विधानसभा चुनाव से अदिति सिंह का राजनीतिक करियर शुरू हुआ। बीजेपी लहर के बावजूद वह रायबरेली सदर सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीत गईं। उन्होंने अपने पिता अखिलेश सिंह की जगह ली, जो 5 बार से रायबरेली सदर के विधायक थे। अपनी सियासी यात्रा के बारे में बात करते हुए अदिति ने बताया था कि वह इतनी जल्दी राजनीति में नहीं आना चाहती थीं। उनके पिता भी यही चाहते थे कि वह साल 2022 के चुनाव के बाद ही राजनीति में एंट्री लें लेकिन अखिलेश सिंह की तबियत खराब होने के चलते उन्होंने 2017 में ही राजनीतिक एंट्री ले ली। साल 2019 में अखिलेश का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया।
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बाहुबली नेता रहे हैं पिता अखिलेश सिंह
अदिति के पिता रायबरेली के बाहुबली विधायक रहे थे। उन्होंने पहले कांग्रेस के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा और जीतते रहे। बाहुबली पहचान और अपराध के कई संगीन मामलों में आरोपी अखिलेश से बाद में कांग्रेस ने दूरी बनाना शुरू कर दिया था। इसके बाद वह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ते रहे। जेल से भी उनकी जीत का सिलसिला जारी रहा। 13 सालों तक अखिलेश कांग्रेस से बाहर रहे और कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ जहर उगलते रहे, लेकिन गिरते स्वास्थ्य की वजह से जब अपनी बेटी की राजनीति में एंट्री कराने की बारी आई तो उन्होंने ‘पुराने घर’ कांग्रेस को ही चुना।

कांग्रेस विधायक से की है शादी
अदिति सिंह ने पंजाब में कांग्रेस के विधायक अंगद सैनी से साल 2019 में शादी की है। दोनों की सगाई दिसंबर 2018 में हुई थी। अदिति ने बताया था कि पहली नजर में ही उन्हें अंगद से प्यार हो गया था। इसके बाद अदिति के पिता अखिलेश ने दोनों की शादी तय कर दी। अंगद पंजाब के शहीद भगत सिंह नगर से कांग्रेस के टिकट पर साल 2017 में ही चुनाव जीते। इसी साल अदिति ने भी राजनीति में प्रवेश लिया था। अदिति के बीजेपी में शामिल होने के बाद अब अंगद सैनी के लिए असहज स्थिति बन सकती है।



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