Amit Shah Rally: मुजफ्फरपुर से गांधी की धरती चंपारण और तिरहुत को साधेंगे अमित शाह, ये 3 बातें अहम

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Amit Shah Rally: मुजफ्फरपुर से गांधी की धरती चंपारण और तिरहुत को साधेंगे अमित शाह, ये 3 बातें अहम

Amit Shah Rally: मुजफ्फरपुर से गांधी की धरती चंपारण और तिरहुत को साधेंगे अमित शाह, ये 3 बातें अहम

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Amit Shah Rally: बिहार के मुजफ्फरपुर में पहली रैली करने आ रहे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह यहां से तिरहुत और चंपारण की 8 लोकसभा सीटें सोधेंगे। सभा स्थल पताही हवाई अड्डा मैदान वैशाली लोकसभा क्षेत्र में आता है। निषाद और भूमिहार वोटों के बड़े असर वाले इस क्षेत्र में शाह की रैली भाजपा के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है। भाजपा ने इसे सफल बनाने में पूरी ताकत झोंक दी है। रैली में शामिल होने के लिए भाजपा ने उत्तर बिहार के सभी पैक्स अध्यक्षों को न्योता दिया है। बड़ी संख्या में किसानों को भी बुलाया गया है।

रैली में शाह का जोर तीन मुद्दों पर रह सकता है। वे बिहार में हुई जाति गणना से उपजे सवालों पर अपना मंतव्य रख सकते हैं। साथ ही बोचहां विस सीट गंवाने के बाद उपजी परिस्थितियों पर भी शाह अपनी बात रख सकते हैं। सहयोगी दलों के साथ मुजफ्फरपुर की दोनों सीटों को लेकर समझौते की राह भी इस रैली से खुलने की संभावना है। वैशाली सीट अभी लोजपा के पास है और भाजपा इस बार यहां दावेदारी कर सकती है। राजनीतिक गलियारों में इसकी चर्चा गर्म है। शाह के सामने उन जातीय समूह को फिर से जोड़ने की भी चुनौती होगी जो बोचहां और कांटी विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की तरफ चली गई और भाजपा के हाथ से दोनों विधानसभा सीट फिसल गई थीं।

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माना जाता है कि निषाद और भूमिहार समाज इसके कारक रहे। वे इन जातियों को संदेश दे सकते हैं ताकि दो चुनावों से भाजपा की कोर वोटर माने जाते रहे इस बड़ वर्ग को लोकसभा चुनाव में फिसलने से बचाया जा सके। मंच पर इन दोनों जातियों को अधिक मौका मिल सकता है। शाह रोजगार के मुद्दे पर भी बात रख सकते हैं। महागठबंधन सरकार द्वारा बड़ी संख्या में शिक्षक नियुक्ति और पुलिस भर्ती से भाजपा पर दबाव बना दिया है। शाह के संबोधन में राम मंदिर, चंद्रयान और जी20 जैसे राष्ट्रीय मुद्दे भी शामिल हो सकते हैं।

पताही हवाई अड्डा को लेकर बड़ी उम्मीद

अमित शाह के इस दौरे में जिस बात सबसे अधिक चर्चा है, वह पताही हवाई अड्डा चालू करने को लेकर है। यह मुद्दा यहां के लोगों की संवेदना से जुड़ा है। इस पर लगातार बातें हो रही है। केंद्र सरकार व राज्य सरकार में इसको लेकर काफी पत्राचार भी हुआ है। भाजपा कहती रही है कि हवाई अड्डा चालू करने में जमीन की कमी आड़े आ रही है। केंद्र सरकार ने 475 एकड़ जमीन की मांग की है। राज्य सरकार इसमें केंद्र सरकार की ओर से कमी बताती रही है।

दरभंगा में हवाई सेवा शुरू होने और मुजफ्फरपुर में बात अटकी रहने से लोगों में मलाल है। पताही हवाई अड्डे की मांग को लेकर महागठबंधन के नेता वादाखिलाफी का आरोप लगाकर मुखर हैं। इसके अलावा बिहार में हुए जातीय सर्वे से भाजपा की राजनीतिक की धार को कूंद करने की बड़ी कोशिश हुई है। तीसरी बड़ी चुनौती अमित शाह के सामने उन जातीय समूह को फिर से जोड़ने की है, जो बोचहां और कांटी विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की तरफ चली गई और भाजपा के हाथ से दोनों विधानसभा सीट फिसल गई थी।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा, जिलाध्यक्ष रंजन कुमार, पूर्व मंत्री सुरेश कुमार शर्मा व अजीत कुमार आदि नेताओं ने जनसंपर्क अभियान चलाया। नेताओं ने वैशाली व मुजफ्फरपुर लोस क्षेत्र में घूमकर लोगों से शामिल होने का आह्वान किया।

रैली के लिए पताही हवाई अड्डा मैदान में मंच तैयार हो गया है। शनिवार को सुरक्षा अधिकारियों ने फिर सभा स्थल की जांच की। डॉग स्क्वायड से भी पूरे सभा स्थल की जांच करायी गई। डीएम व एसएसपी ने स्थल का दौरा कर सुरक्षा अधिकारियों से मंत्रणा की।

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