अफगानिस्तान पर ‘भाई-भाई’, शमी पर भारत में आग लगाने वाले ट्वीट, मैदान के बाहर पाक खेल रहा डर्टी गेम?

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अफगानिस्तान पर ‘भाई-भाई’, शमी पर भारत में आग लगाने वाले ट्वीट, मैदान के बाहर पाक खेल रहा डर्टी गेम?

नई दिल्ली/दुबई
T-20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की तरफ से भारत के खिलाफ क्या मैदान से बाहर एक अलग तरह का ‘माइंडगेम’ खेला जा रहा है! भारत-पाक मुकाबले और शुक्रवार, 29 अक्टूबर को पाक-अफगानिस्तान मैच के दरम्यान मैदान से बाहर की कुछ चीजों पर गौर करेंगे, तो यह शक बार-बार गहरा होता चला जाएगा।

शमी के खिलाफ नफरत भरे कुछ कॉमेंट्स पाकिस्तानी यूजर के पाए गए। इसके बाद अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले में मैच पाक जीता, पर पाकिस्तान की ओर से यह जताने की हर संभव कोशिश की जा रही है कि अफगानिस्तान हारा नहीं है। भाई-भाई के बीच यह दोस्ताना मैच था। खुद इमरान खान ने ट्वीट कर यह मेसेज देने की कोशिश की। क्या यह सोच-समझकर किया जा रहा है और इसके पीछे कोई माइंडगेम है?

भारत अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से मैच हारा। इसके बाद एक प्यारी सी तस्वीर सामने आई। कैप्टन विराट कोहली ने खेल भावना की मिसाल रखते हुए मैच के बाद मोहम्मद रिजवान को गले लगा लिया। पाक के युवा खिलाड़ी भी धोनी से सम्मान के साथ खेल का मंत्र लेते दिखे।

शुक्रवार को पाक-अफगानिस्तान के मैच के ठीक बाद भी एक और प्यारी से तस्वीर सामने आई। मैच पाक जीता। और पाक खिलाड़ियों ने भी खेल भावना दिखाते हुए अफगानिस्तान को बधाई दी। अब पाकिस्तान की ओर ट्विटर पर इन दोनों तस्वीरों पर रिएक्शन देखिए। मैच के ठीक बाद पाक की जीत को इस्लाम की जीत बताकर भारत में माहौल खराब करने की कोशिश की गई।

विराट-रिजवान की यह प्यारी सी तस्वीर पाक की ओर से चली नफरत की इस आंधी में कई खो सी गई। अब इसी तरह की तस्वीर पर कॉमेंट्स देखिए। इसे असली भाई का जामा पहनाया गया। अफगानियों के दिल में पहुंचने की कुटिल कोशिश है। यहां पाकिस्तानी पेसर हारिस राउफ अफगानिस्तान के स्पिनर राशिद खान को गले लगा रहे हैं।

अब पाकिस्तानी यूजर्स की ओर से शेयर किए जा रहे एक और वीडियो को देखिए। इस वीडियो में दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान के साथ मैच के दौरान वहां पढ़ रहे अफगानिस्तानी स्टूडेंट देखिए कैसे निडर होकर अपनी टीम को सपोर्ट कर रहे हैं। अगर वे भारत में होते तो पीट दिए जाते। भारत में यह उन कथित वीडियो की ओर इशारा था जिसमें कुछ ने पाक की जीत पटाखे जलाए और जश्न मनाया।

अगर इन वीडियो को सही भी मान लिया जाए तो आखिर अपनी टीम की हार पर जश्न क्या सही है? क्या भारत के हाथों पाकिस्तान की हार पर अगर बलूचिस्तान में पटाखे फूटें तो क्या पाकिस्तानी इसी शिद्दत से और गौरव के साथ इस लम्हे को शेयर कर पाएंगे। यहां ध्यान देने वाली बात पाकिस्तान की ओर से अफगानी छात्रों का जो वीडियो शेयर किया जा रहा है उसे जश्न में गलत है भी क्या। विदेशी धरती पर तो हर कोई अपनी टीम को सपोर्ट करता ही है। इसमें आपत्ति भी क्यों होनी चाहिए। पर इस वीडियो को पूरे मामले से हटाकर अफगानिस्तान में पाक की गोटी फिट करने का जरिया बनाया गया। भारत को अफगानिस्तान के दुश्मन के तौर पर दिखाने की पूरी कोशिश की गई।

अब एक तस्वीर यह भी है…

पाकिस्तानी पत्रकार भी इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देने से बाज नहीं आ रहे। पाकिस्तान के एक पत्रकार ने शुक्रवार को मैच के बाद अफगानिस्तान के कप्तान मोहम्मद नबी से ऐसा ही एक सवाल पूछा। पत्रकार ने पूछा कि अफगानिस्तान में सत्ता परिवर्तन का आपके खेल पर क्या असर पड़ा है।

इसके साथ ही उसने पूछा कि पाकिस्तान के उस सरकार के साथ बेहतर संबंध हैं इससे अफगानिस्तान क्रिकेट को क्या फायदा होगा। इस पर नबी ने दो टूक कहा कि वह क्रिकेट से इतर किसी सवाल का जवाब नहीं देंगे। पत्रकार के दोबारा पूछने पर भी नबी ने साफ कर दिया कि इसमें क्रिकेट और मैच से जुड़ा कोई सवाल नहीं है इसलिए वह इसका जवाब नहीं देंगे। इसके बाद वह पत्रकार वार्ता छोड़कर चले गए।

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