Bihar Government announces three-day Mithila Vibhuti festival as a tribute to poet Vidyapati – तीन दिवसीय 51वां मिथिला विभूति पर्व समारोह आज से, दरभंगा न्यूज
बिहार सरकार द्वारा राजकीय पर्व के रूप में घोषित कवि कोकिल विद्यापति के निर्वाण दिवस कार्तिक धवल त्रयोदशी पर होने वाले तीन दिवसीय मिथिला विभूति पर्व समारोह का शुभारंभ शनिवार 25 नवंबर को सुबह 10 बजे…
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,दरभंगाFri, 24 Nov 2023 11:23 PM
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दरभंगा। बिहार सरकार द्वारा राजकीय पर्व के रूप में घोषित कवि कोकिल विद्यापति के निर्वाण दिवस कार्तिक धवल त्रयोदशी पर होने वाले तीन दिवसीय मिथिला विभूति पर्व समारोह का शुभारंभ शनिवार 25 नवंबर को सुबह 10 बजे विद्यापति चौक स्थित महाकवि कोकिल विद्यापति की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ होगा। इसके बाद मिथिला के पारंपरिक परिधान में भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसमें शोभायात्रा प्रभारी विनोद कुमार झा एवं प्रो. चन्द्रशेखर झा के नेतृत्व में आकर्षक झांकियां निकलेंगी। यह जानकारी देते हुए विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डॉ. बैद्यनाथ चौधरी ने बताया कि शोभायात्रा के मार्ग में पड़ने वाले मिथिला विभूतियों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया जाएगा। शोभायात्रा में लनामि विवि के कुलपति प्रो. सुरेन्द्र प्रताप सिंह, संस्कृत विवि के कुलपति प्रो. शशिनाथ झा, सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर, नगर विधायक संजय सरावगी, बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा, पूर्व विधान पार्षद डॉ. दिलीप कुमार चौधरी, पूर्व मेयर वैजयन्ती खेड़िया आदि शामिल होंगे। पहले दिन के संध्याकालीन कार्यक्रम की शुरुआत विद्यापति संगीत की पारंपरिक प्रस्तुति के साथ होगी। इसके बाद भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम और मैथिली नाटक ‘गोनू झा का मंचन होगा। समारोह के दूसरे दिन ‘मिथिलाक गाम विषयक राष्ट्रीय सेमिनार एवं भव्य कवि सम्मेलन होगा। सेमिनार प्रभारी मणिकांत झा ने बताया कि सेमिनार के लिए प्रस्तावित विषय पर छह दर्जन से अधिक आलेख प्राप्त हुए हैं, जिन्हें पुस्तकाकार किए जाने का कार्य अंतिम चरण में है। कवि गोष्ठी संयोजक हरिश्चंद्र हरित ने बताया कि समारोह के दूसरे दिन संध्या बेला में भव्य कवि सम्मेलन होगा। समारोह के तीसरे दिन रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। डॉ. चौधरी ने बताया कि यह साहित्यिक एवं सांस्कृतिक महाकुंभ यादगार होगा। इसमें आम मिथिलावासी से लेकर भारी संख्या में पड़ोसी देश नेपाल एवं प्रवासी मैथिल भाग लेंगे। मिथिला लोक-चित्रकला प्रतियोगिता 2023 के परिणाम की घोषणा 27 नवम्बर को व पुरस्कार वितरण मुख्य समारोह इसी दिन होगा। समारोह के अंतिम दिन इस बार मिथिला व्यंजन मेले का भी आयोजन होगा। इसमें लोग मिथिला के पारंपरिक लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठा सकेंगे।
यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
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दरभंगा। बिहार सरकार द्वारा राजकीय पर्व के रूप में घोषित कवि कोकिल विद्यापति के निर्वाण दिवस कार्तिक धवल त्रयोदशी पर होने वाले तीन दिवसीय मिथिला विभूति पर्व समारोह का शुभारंभ शनिवार 25 नवंबर को सुबह 10 बजे विद्यापति चौक स्थित महाकवि कोकिल विद्यापति की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ होगा। इसके बाद मिथिला के पारंपरिक परिधान में भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसमें शोभायात्रा प्रभारी विनोद कुमार झा एवं प्रो. चन्द्रशेखर झा के नेतृत्व में आकर्षक झांकियां निकलेंगी। यह जानकारी देते हुए विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डॉ. बैद्यनाथ चौधरी ने बताया कि शोभायात्रा के मार्ग में पड़ने वाले मिथिला विभूतियों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया जाएगा। शोभायात्रा में लनामि विवि के कुलपति प्रो. सुरेन्द्र प्रताप सिंह, संस्कृत विवि के कुलपति प्रो. शशिनाथ झा, सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर, नगर विधायक संजय सरावगी, बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा, पूर्व विधान पार्षद डॉ. दिलीप कुमार चौधरी, पूर्व मेयर वैजयन्ती खेड़िया आदि शामिल होंगे। पहले दिन के संध्याकालीन कार्यक्रम की शुरुआत विद्यापति संगीत की पारंपरिक प्रस्तुति के साथ होगी। इसके बाद भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम और मैथिली नाटक ‘गोनू झा का मंचन होगा। समारोह के दूसरे दिन ‘मिथिलाक गाम विषयक राष्ट्रीय सेमिनार एवं भव्य कवि सम्मेलन होगा। सेमिनार प्रभारी मणिकांत झा ने बताया कि सेमिनार के लिए प्रस्तावित विषय पर छह दर्जन से अधिक आलेख प्राप्त हुए हैं, जिन्हें पुस्तकाकार किए जाने का कार्य अंतिम चरण में है। कवि गोष्ठी संयोजक हरिश्चंद्र हरित ने बताया कि समारोह के दूसरे दिन संध्या बेला में भव्य कवि सम्मेलन होगा। समारोह के तीसरे दिन रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। डॉ. चौधरी ने बताया कि यह साहित्यिक एवं सांस्कृतिक महाकुंभ यादगार होगा। इसमें आम मिथिलावासी से लेकर भारी संख्या में पड़ोसी देश नेपाल एवं प्रवासी मैथिल भाग लेंगे। मिथिला लोक-चित्रकला प्रतियोगिता 2023 के परिणाम की घोषणा 27 नवम्बर को व पुरस्कार वितरण मुख्य समारोह इसी दिन होगा। समारोह के अंतिम दिन इस बार मिथिला व्यंजन मेले का भी आयोजन होगा। इसमें लोग मिथिला के पारंपरिक लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठा सकेंगे।
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