लोकसभा चुनाव : ‘पुरी में संबित पात्रा की राह मुश्किल’, BJP ने कभी नहीं जीती ये सीट

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आम चुनाव का शंखनाद हो चुका है और सभी सियासी पार्टियों ने चुनावी अभियान के लिए कमर कस ली है। इसी बीच, पार्टियों की तरफ़ से लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया जा रहा है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। बीजेपी ने उन्हें उडिसा की पुरी संसदीय सीट से टिकट दिया है। ये सीट उडिसा की क्षेत्रीय पार्टी BJD का गढ़ मानी जाती है। 1998 के चुनाव के बाद से यहां न तो बीजेपी जीत पाई है और न ही कांग्रेस पार्टी। इस सीट पर बीजेपी की स्थिति कमज़ोर है।

हर मुद्दे पर बेबाकी और मज़बूती से बीजेपी का पक्ष रखने वाले डॉ. संबित पात्रा इस बार टी.वी. बहस में नहीं, बल्कि चुनावी अखाड़े में होंगे। बीजेडी को चित्त करने के लिए बीजेपी ने संबित पात्रा को पुरी लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा है जहां उनका मुक़ाबला बीजेडी के पिनाकी मित्रा से होगा। 1952 के पहले आम चुनाव में बनीं इस सीट पर कभी एक पार्टी का दबदबा नहीं रहा। बीजू जनता दल के गठन के बाद, इस सीट से ना तो बीजेपी और ना ही कांग्रेस का उम्मीदवार जीत पाया है। इस सीट पर 1998 से बीजेडी का क़ब्ज़ा है।

Election 3 -

2014 में हुए लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के बावजूद, बीजेपी इस सीट पर तीसरे पायदान पर रही थी और मोदी लहर का असर यहां नहीं दिखा। बीजेपी उम्मीदवार अशोक साहू 2,15,763 वोट पाकर तीसरे पायदान पर रहे थे। बीजेडी के पिनाकी मिश्रा ने कांग्रेस के उम्मीदवार सुचित्रा मोहन्ती को ढाई लाख से ज़्यादा वोटों से हराया था। उडिसा में 2014 के चुनाव में बीजेपी की हालत कमज़ोर रही और वह 21 में से सिर्फ़ एक ही सीट पाई। 20 सीटें बीजेडी के खाते में गईं। पुरी की लोकसभा सीट पर बीजेपी कभी नहीं जीत पाई, लेकिन अब सवाल ये है कि हर मुद्दे पर बेबाकी और मज़बूती से बीजेपी का पक्ष रखने वाले संबित क्या बीजेडी के मज़बूत क़िले में सेंध लगा पाएंगे ?

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