children की सेहत सुधारने governmentउन्हें खिलाई moong dal | To improve the health of children, the government fed them moong dal | Patrika News
– प्रदेश के 65 लाख बच्चों को स्कूलों में मिलेगी 10 से 15 किलो मूंग
– 600 करोड़ रुपए तक खर्च करेगी सरकार
भोपाल
Published: April 24, 2022 08:24:07 pm
बच्चों की सेहत सुधारने सरकार उन्हें खिलाई मूंग दाल
भोपाल। स्कूल के बच्चों की Health सुधारने के लिए government उन्हें मूंग दाल खिलाएगी। moong का वितरण प्राथमिक और माध्यमिक शाला में पढऩे वाले 65 लाख बच्चों को ही किया जाएगा। इसका वितरण उचित मूल्य की दुकानों के जरिए government schools से ही होगा, लेकिन मूंग वितरण की जिम्मेदारी खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम को सौंपी गई है।
प्राथमिक कक्षा में पढऩे वाले बच्चों को इस शिक्षा सत्र में 10 किलो तथा माध्यमिक कक्षा में पढऩे वाले बच्चों को 15 किलो मूंग दी जाएगी। मूंग का वितरण मिड्डेेमिल के तरह किया जा रहा है, इसमें उन्हें बच्चों को शामिल किया जाएगा, जिनका रजिस्ट्रेशन स्कूलों में हुआ है। इसका लाभ सिर्फ शासकीय स्कूल में पढऩे वाले बच्चों को ही मिल पाएगा। मूंग की खेप चार हजार से अधिक शासकीय उचित मूल्य की दुकानों तक पहुंचा दी गई है। बताया है कि 65 लाख बच्चों को 70 हजार मीट्रिक टन मूंग बाटी जाएगी। इसमें सरकार को करीब 600 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। वैसे प्रदेश में शासकीय और निजी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में एक करोड़ 17 लाख से अधिक बच्चे रजिस्टर्ड हैं। गौरतलब है कि सरकार के पास पिछले दो तीन वर्षों से लाखों मीट्रिक टन मूंग गोदामों में रखी हुई है। इस वर्ष फिर से 12 लाख मीट्रिक टन मूंग खरीदी का अनुमान है।
स्कूल बंद की भरपाई कर रही सरकार
कोरोना काल के दौरान स्कूल बंद थे। इस दौरान स्कूलों में बच्चों को मध्यान्ह भोजन नहीं मिल पा रहा था। सरकार अब इसकी भरपाई मूंग वितरण से कर रही है। हालांकि इसके एवज में बच्चों को खाद्यान्न का वितरण किया गया था, लेकिन मध्यान्ह भोजन में खाना बनाने सहित अन्य खर्च नहीं हुए थे उसके बदले में मूंग का वितरण किया जा रहा है। इसकी घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 25 अप्रैल को कर सकते हैं। इसके वितरण के लिए जिला और ब्लाक स्तर पर कार्यक्रम भी किए जाएंगे, जिसमें मंत्री और जनप्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
मई में वितरण की योजना
स्कूलों में बच्चों को मूंग का वितरण मई में किया जाएगा। इसे एक माह के अंदर वितरण के लिए अधिकारियों को कहा गया है। क्योंकि बारिश के दौरान अगर मूंग में पानी पड़ा तो वह अंकुरित हो जाएगी। इससे सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान होगा। इसके अलावा अगर बच्चों के घर ले जाते समय बारिश में मूंग भींगी तो भी उन्हें इसे सुखाने में दिक्कत होगी। इसके चलते इसे एक माह के अंदर अभियान के रूप में बाटने के लिए स्टेटजिक प्लान तैयार करने हेतु अधिकारियों को कहा गया है।
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– प्रदेश के 65 लाख बच्चों को स्कूलों में मिलेगी 10 से 15 किलो मूंग
– 600 करोड़ रुपए तक खर्च करेगी सरकार
भोपाल
Published: April 24, 2022 08:24:07 pm
भोपाल। स्कूल के बच्चों की Health सुधारने के लिए government उन्हें मूंग दाल खिलाएगी। moong का वितरण प्राथमिक और माध्यमिक शाला में पढऩे वाले 65 लाख बच्चों को ही किया जाएगा। इसका वितरण उचित मूल्य की दुकानों के जरिए government schools से ही होगा, लेकिन मूंग वितरण की जिम्मेदारी खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम को सौंपी गई है।
प्राथमिक कक्षा में पढऩे वाले बच्चों को इस शिक्षा सत्र में 10 किलो तथा माध्यमिक कक्षा में पढऩे वाले बच्चों को 15 किलो मूंग दी जाएगी। मूंग का वितरण मिड्डेेमिल के तरह किया जा रहा है, इसमें उन्हें बच्चों को शामिल किया जाएगा, जिनका रजिस्ट्रेशन स्कूलों में हुआ है। इसका लाभ सिर्फ शासकीय स्कूल में पढऩे वाले बच्चों को ही मिल पाएगा। मूंग की खेप चार हजार से अधिक शासकीय उचित मूल्य की दुकानों तक पहुंचा दी गई है। बताया है कि 65 लाख बच्चों को 70 हजार मीट्रिक टन मूंग बाटी जाएगी। इसमें सरकार को करीब 600 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। वैसे प्रदेश में शासकीय और निजी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में एक करोड़ 17 लाख से अधिक बच्चे रजिस्टर्ड हैं। गौरतलब है कि सरकार के पास पिछले दो तीन वर्षों से लाखों मीट्रिक टन मूंग गोदामों में रखी हुई है। इस वर्ष फिर से 12 लाख मीट्रिक टन मूंग खरीदी का अनुमान है।
कोरोना काल के दौरान स्कूल बंद थे। इस दौरान स्कूलों में बच्चों को मध्यान्ह भोजन नहीं मिल पा रहा था। सरकार अब इसकी भरपाई मूंग वितरण से कर रही है। हालांकि इसके एवज में बच्चों को खाद्यान्न का वितरण किया गया था, लेकिन मध्यान्ह भोजन में खाना बनाने सहित अन्य खर्च नहीं हुए थे उसके बदले में मूंग का वितरण किया जा रहा है। इसकी घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 25 अप्रैल को कर सकते हैं। इसके वितरण के लिए जिला और ब्लाक स्तर पर कार्यक्रम भी किए जाएंगे, जिसमें मंत्री और जनप्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
मई में वितरण की योजना
स्कूलों में बच्चों को मूंग का वितरण मई में किया जाएगा। इसे एक माह के अंदर वितरण के लिए अधिकारियों को कहा गया है। क्योंकि बारिश के दौरान अगर मूंग में पानी पड़ा तो वह अंकुरित हो जाएगी। इससे सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान होगा। इसके अलावा अगर बच्चों के घर ले जाते समय बारिश में मूंग भींगी तो भी उन्हें इसे सुखाने में दिक्कत होगी। इसके चलते इसे एक माह के अंदर अभियान के रूप में बाटने के लिए स्टेटजिक प्लान तैयार करने हेतु अधिकारियों को कहा गया है।
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