Covid Updates Gurugram: 8 महीने बाद मिले 3897 नए कोरोना मरीज, मौत का आंकड़ा भी बढ़ा

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Covid Updates Gurugram: 8 महीने बाद मिले 3897 नए कोरोना मरीज, मौत का आंकड़ा भी बढ़ा

गुरुग्राम
कोरोना वायरस की तीसरी लहर (Third Wave Of Corona) अब जानलेवा साबित होने लगी है। आठ माह बाद कोरोना के रेकॉर्ड 3895 नए संक्रमितों की पहचान हुई। इससे पूर्व पिछले साल 5 मई को 4740 संक्रमितों का पता एक दिन में चला था। राहत रही कि 1531 मरीज कोरोना को मात देकर स्वस्थ हुए। जिले का रिकवरी रेट (Recovery Rate) अब 92.10 प्रतिशत पर पहुंच गया है।

8 माह बाद एक दिन में 3897 संक्रमितों की पहचान ने लोगों को हैरानी में डाल दिया है। वहीं दो सप्ताह में चार संक्रमितों की मौत चुकी है। इनमें दो संक्रमितों की मौत शुक्रवार को हुई। जिनमें एक 61 वर्षीय पुरुष व एक 63 वर्षीय महिला शामिल हैं। एक संक्रमित को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी थीं, जबकि एक को वैक्सीन नहीं लगी थी। दोनों को कोरोना के अलावा अन्य गंभीर बीमारियां होना बताया जा रहा है। जिले में अब मरने वालों की संख्या 931 हो गई है।

अब सक्रिय संक्रमितों (Active Patients) का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। जिले में 17 हजार 539 सक्रिय संक्रमित हैं। इनमें 17 हजार 401 संक्रमित होम आइसोलेशन व 138 मरीज हॉस्पिटल में इलाज करा रहे हैं। कोरोना की दूसरी के मुकाबले तीसरी लहर में फिलहाल राहत है कि संक्रमित घर में रहकर ठीक हो रहे हैं। शुक्रवार से ज्यादा 18 हजार 091 सक्रिय संक्रमित पिछले साल 19 मई को थे। इनमें उस समय 15 हजार 761 संक्रमित होम आइसोलेशन में थे, जबकि 2292 मरीज हॉस्पिटल व 38 मरीज कोविड केयर सेंटर में इलाज करा रहे थे।

6 डॉक्टर्स सहित 2 कर्मचारी संक्रमित

जिले में 6 डॉक्टर संक्रमित हो चुके हैं। इनमें सेक्टर- 10 सिविल हॉस्पिटल में 5 डॉक्टर्स व सेक्टर-31 पॉलीक्लिनिक में एक डॉक्टर शामिल है। वहीं पॉलीक्लिनिक में एक डेटा ऑपरेटर सहित दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। डॉक्टर्स के लगातार संक्रमित होने पर स्वास्थ्य सेवाओं पर भी प्रभाव पड़ सकता है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा फिलहाल सभी सेवाएं चालू रखने का दावा किया जा रहा है। दूसरी लहर में संक्रमण के बढ़ने पर अस्पतालों में मोतियाबिंद, हड्डियों व दांतों की सर्जरी बंद कर दी गई थी। क्योंकि सर्जरी करने से डॉक्टर सीधे मरीजों के संपर्क में आते हैं और उनके संक्रमित होने का भय अधिक रहता है। सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टर मनीष राठी ने बताया कि फिलहाल गैर जरूरी सर्जरी की जा रही हैं। अगर आदेश आते हैं तो रोक लगाई जाएगी।

मरीज नहीं लगाते मास्क

सिविल हॉस्पिटल, पॉली क्लिनिक सहित अन्य सरकारी हॉस्पिटल्स में रोजाना मरीजों व उनके तीमारदारों की भीड़ रहती है। यहां टीकाकरण के लिए भी लोगों की कतारें लगी रहती हैं। भीड़ अधिक होने के कारण सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं हो रहा है। कई बार मरीज बिना मास्क पहने ही डॉक्टर व अन्य स्टाफ के रूम में घुस जाते हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं और बिना मास्क लगाए मरीज के संपर्क में आने से डॉक्टर्स को खतरा ज्यादा रहता है।

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