दीपिका पादुकोण: विरोध से डर नहीं लगता, फिर करूंगी एतिहासिक फिल्में

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संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ भारी विवाद के बेच रिलीज़ हो गयी और इसने सफलता के झंडे गाद दिए हैं. फिल्म को रिलीज़ हुए अभी 1 हफ्ता ही हुआ है और इसकी कमाई सारे रिकॉर्ड तोड़ रही है. ज़ाहिर है फिल्म से जुड़े कलाकारों के लिए ये बेहद खुशी का मौक़ा है.

फिल्म में रानी पद्मावती का मुख्या किरदार निभाने वाली दीपिका पादुकोण ने एक साक्षात्कार में कई खुलासे किये. दीपिका ने अपनी मुश्किलों और फिल्म से जुड़े विवाद पर खुलकर बात की.

जो ठीक लगेगा वही करूंगी  

करणी सेना के इतने पुरज़ोर विरोध और हंगामे के बावजूद दीपिका के हौसले पर ज़रा भी फर्क नही पडा है. उन्होंने कहा कि अगर मुझे पद्मावती जैसा मज़बूत रोल दिया जाएगा तो मैं ज़रूर करूंगी. मेरी प्राथमिकता है कि मेरा किरदार मुख्य न हो तो भी कोई बात नहीं, लेकिन उसे मज़बूत होना चाहिए. मैं ऐसे ही रोल्स चुनने की कोशिश करती हूँ.

जब दीपिका से जेंडर केज और पद्मावती के बीच सबसे पसंदीदा रोल पूछा गया तो उन्होंने कहा, “मैं ये सलेक्ट नहीं कर सकती. हर रोल अपने आप में खास होता है और उसकी अलग अहमियत होती है. हर फिल्म से कुछ नया सीखने को मिलता है. अगर मैं लीला, मस्तानी और नैना माथुर नहीं होती तो शायद आज पद्मावती भी नहीं होती. अपने द्वारा आज तक किए गए हर किरदार की वजह से मैं पद्मावती बनी हूं. मैंने अपने हर करेक्टर से कुछ ना कुछ सीखा है.”

बता दें कि कई राज्यों में फिल्म रिलीज़ न हो पाने के बावजूद इसने अब तक 150 करोड़ की कमाई का आंकड़ा छू लिया है. इसपर दीपिका ने कहा, ‘आप जब सही करते हो तो अपने आप उसका जवाब मिल जाता है, फिर चाहे वो नंबर के फॉर्म में ही क्यों न हो. एक वक्त के बाद आप लोगों को नहीं रोक सकते.’

डर नहीं लगा पर बुरा महसूस हुआ

इस बीच जब दीपिका से करणी सेना ने नाक काटने की धमकी पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘उस वक़्त मेरे दिमाग में कुछ नहीं चल रहा था. मैं धमकियों के सामने नहीं झुकती. मैं निडर हूं. हालांकि जब फिल्म के सेट पर हमला हुआ था तो वो बहुत ज़्यादा निराश करने वाला था. उस वक़्त मैंने भंसाली सर से कहा था कि फिल्म को कुछ वक्त के लिए होल्ड कर देना चाहिए. लेकिन उन्होंने कहा कि नहीं वे ये फिल्म करेंगे, यही उनका बेस्ट पार्ट है.

Interview -

हालांकि मैं कोई भी खतरा लेने को तैयार थीं. मैं एक बड़े लक्ष्य के लिए मज़बूती से खड़े रहना चाहती थीं. जो हुआ उसने मुझे सरप्राइज नहीं किया, लेकिन मैंने रिस्क लिया. इन सब बातों के बारे में कहने को बहुत कुछ है मगर मैं अभी सिर्फ इस पल का जश्न मनाना चाहती हूं. कुछ दिन पहले मैं अपने परिवार के साथ दिल्ली में थी. मेरे पापा को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड मिला और इस मौके को हम सबने मिलकर सेलिब्रेट किया. मेरे माता-पिता को मुझ पर गर्व है.

ये लगी सबसे खास बधाई   

अपने दमदार रोल के लिए दीपिका को हर किसी से तारीफ़ मिल रही है लेकिन एक शख्स है जिसके अलफ़ाज़ उन्हें सबसे ज़्यादा छू गए. दीपिका ने बताया कि  अभी तक का सबसे अच्छा कॉम्प‍िलिमेंट मुझे जावेद साहब ने दिया. उन्होंने कहा कि मैंने फिल्म देखी और मैं जब नरगिस और मधुबाला के बारे में सोचता हूं और मुझे लगता है कि मदर इंडिया और मुगले आजम…पद्मावती तुम्हारी मदर इंडिया है.

वहीं फिल्म अभिनेत्री स्वरा भास्कर के आरोपों पर बात करते हुए दीपिका ने कहा, कुछ लोग इस तथ्य को भूल जाते हैं कि इस फिल्म की पृष्ठभूमि 13वीं सदी पर आधारित हैं. तब इस तरह की प्रथाएं समाज में देखी जाती थीं. दीपिका ने कहा, ‘शायद उन्होंने फिल्म के शुरू में दिए डिस्क्लेमर को नहीं देखा कि ये फिल्म सिर्फ जौहर के बारे में नहीं है बल्कि महिलाशक्ति और गरिमा का उत्सव है.