Delhi Corona News : इस रफ्तार से कोरोना के खिलाफ टीकाकरण का काम पूरा होने में दो साल लग जाएंगे : अरविंद केजरीवाल

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Delhi Corona News : इस रफ्तार से कोरोना के खिलाफ टीकाकरण का काम पूरा होने में दो साल लग जाएंगे : अरविंद केजरीवाल

हाइलाइट्स:

  • अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली समेत पूरे देश में कोरोना वैक्सीन की कमी है
  • उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए कि वो टीका उत्पादन में बड़ी वृद्धि करे
  • केजरीवाल ने कहा कि भारत बायोटेक और SII के सिवा दूसरी कंपनियां भी वैक्सीन प्रॉडक्शन करे

नई दिल्ली
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि जिस गति से देश में टीकाकरण अभियान चल रहा है, उससे तो इसे पूरा होने में दो साल लग जाएंगे। मुख्यमंत्री ने डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस में आज कहा कि टीका बनाने वाली हर कंपनी को कोरोना वैक्सीन का उत्पादन करने की अनुमति दी जानी चाहिए। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम ने जहां अपने सरकार की पीठ खूब थपथपाई, वहीं केंद्र सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली समेत पूरे देश में वैक्सीन की अभी काफी किल्लत है। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कुछ दिनों की ही वैक्सीन बची है।

वैक्सीन की कमी की बड़ी चुनौती

सीएम ने कहा, “हमने पिछले कुछ दिनों में ऑक्सिजन के खूब बैड बनाए हैं। कल जीटीबी के सामने 500 आईसीयू बेड शुरू हो गए हैं। अब दिल्ली में आईसीयू और आईसीयू बेड की कमी नहीं है। दिल्ली में वैक्सीनेशन शुरू हो गया है, लोग बहुत खुश हैं। अच्छे से वैक्सीन लगवा रहे हैं।” केजरीवाल ने टीकाकरण अभियान को बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए स्कूलों के कर्मचारियों को धन्वयाद कहा। उन्होंने कहा कि वैक्सीन की उपलब्धता का संकट सबसे बड़ी चुनौती है।

सीएम ने कहा, “अभी 1.25 लाख डोज रोजाना लगा रहे हैं। जल्दी रोजाना 3 लाख से अधिक वैक्सीन लगाना शुरू कर देंगे। हमारा लक्ष्य है कि आने वाले तीन महीने में सभी दिल्ली वालों को वैक्सीन लगा दी जाए लेकिन एक बड़ी समस्या आ रही है, वो है वैक्सीन की कमी की। दिल्ली में हमारे पास अब केवल कुछ दिन की वैक्सीन बची है।”

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…तब तो दो साल लग जाएंगे

केजरीवाल ने कहा कि यह समस्या देशव्यापी है। पूरे देश में इस वक्त वैक्सीन की भारी कमी हो रही है। उन्होंने कहा, “कुछ राज्य तो ऐसे हैं, जहां वैक्सीन नहीं होने के कारण शायद वैक्सीनेशन शुरू भी नहीं हो पाया। वैक्सीन की कमी इस वक्त देश के सामने बहुत बड़ी चुनौती बन गई है। आज केवल दो कंपनियां वैक्सीन बना रही हैं। ये दोनों मिलकर महीने में 6-7 करोड़ वैक्सीन बनाती हैं। इस तरह तो पूरे देश को वैक्सीन लगाने में 2 साल लग जाएंगे। तब तक तो कोविड की कितनी लहरें आ जाएंगी। पता नहीं कितनी बर्बादी हो जाएगी।”

सभी वैक्सीन उत्पादक कंपनियों को फॉर्म्युला देने का सुझाव

उन्होंने वैक्सीन की कमी पूरा करने के लिए उत्पादन बढ़ाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा, “जरूरी है कि भारत में वैक्सीन का उत्पादन युद्धस्तर पर बढ़ाए जाएँ और देश के हर नागरिक को कुछ महीने में वैक्सीन लगाने की राष्ट्रीय योजना बनाई जाए। जब तक हर भारतीय को वैक्सीन नहीं लगती, तब तक यह जंग जीती नहीं जा सकती। मैं एक सुझाव देना चाहता हूं कि वैक्सीन बनाने का काम केवल दो कंपनियां नहीं करें। कई कंपनियों को वैक्सीन बनाने में लगाया जाए। केंद्र सरकार इन दोनों कंपनियों से वैक्सीन बनाने का फॉर्म्युला ले ले और उन सभी कंपनियों को दे दे, जो सुरक्षित तरीके से वैक्सीन बना सकती हैं।”

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सभी सक्षम संयंत्रों में बने वैक्सीन

केजरीवाल ने जिम्मेदारियों का बोझ केंद्र पर फेंकते हुए कहा, “ऐसे कठिन समय में केंद्र सरकार के पास पावर है कि वह ऐसा कर सकती है। वैक्सीन बनाने का फॉर्म्युला सार्वजनिक करके उन कंपनियों को दे सकती है, जो वैक्सीन बनाना चाहती हैं। यह सुनिश्चित किया जाए कि भारत में जो भी प्लांट वैक्सीन बनाने में सक्षम है, उन सबमें वैक्सीन का उत्पादन हो। हर भारतवासी को वैक्सीन लगनी चाहिए, यही एक तरीका है जिसके जरिए जल्दी से जल्दी सभी भारतीयों को वैक्सीन लगवा सकते हैं।”

पीपीई किट का दिया उदाहरण

सीएम ने पीपीई किट उत्पादन का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “आपको याद है जब पहली लहर आई थी, हमारे देश में पीपीई किट की कितनी किल्लत थी? कितना संघर्ष करना पड़ता था? सोचो अगर उस समय केवल दो कंपनियों को पीपीई किट बनाने का अधिकार होता, तो क्या आज देश में पीपीई किट मिलते? आज कई भारतीय कंपनियां पीपीई किट बना रही हैं, इसलिए हम किसी और पर पीपीई किट के लिए निर्भर नहीं हैं।”

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अगली लहर से देशवासियों को बचाना प्राथमिकता

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में बेहतरीन इंडस्ट्रियलिस्ट हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पास दुनिया की सबसे बड़ी फार्मा कंपनियां हैं। हमारे पास विश्व के सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक हैं। मैं निश्चित तौर पर यह कह सकता हूं कि यदि उन्हें यह अवसर दिया गया, तो वह अपना भरपूर सहयोग देंगे। उन्होंने कहा, “वैक्सीन का उत्पादन करने वाली कंपनियों के लाभ का एक अंश हम रॉयल्टी के रूप में उन दोनों कंपनियों को दे सकते हैं जिन्होंने मूल फॉर्म्युले की खोज की है। मुझे पूरा विश्वास है कि कोरोना की अगली लहर के पहले देशवासियों को बचा पाएंगे। मेरा एक ही मकसद है कि हर भारतीय को कोरोना से बचाया जाए।”

Arvind-Kejriwal

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल।

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