Faridabad: एक्सप्रेसवे पर बड़ा सड़क हादसा, 12 फीट गहरे गड्ढे में गिरे 2 युवकों की मौत

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Faridabad: एक्सप्रेसवे पर बड़ा सड़क हादसा, 12 फीट गहरे गड्ढे में गिरे 2 युवकों की मौत

फरीदाबाद
सराय थाना क्षेत्र में रविवार देर रात दिल्ली-वड़ोदरा-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रही कंपनी की लापरवाही से दो लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ गई। इसी एक्सप्रेसवे किनारे बन रहे 12 फीट के गहरे नाले में दो बाइक सवार गिर गए, जिससे उनकी मौत हो गई। दोनों के शव रातभर यहीं पड़े रहे। सुबह उस रोड से राहगीर गुजर रहे थे तो उन्हें दो युवक लहूलुहान हालत में बाइक के साथ गड्ढे में दिखे। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए बीके अस्पताल में पहुंचाया।

मृतकों की पहचान यशोदा नगर कानपुर निवासी 48 वर्षीय ज्योतिप्रकाश और 27 वर्षीय आलोक गुप्ता के रूप में हुई। दोनों यहां बड़खल में एक फैक्ट्री में नौकरी करते थे। सेक्टर-31 में किराए के कमरे में रहते थे। उनकी जेब में फैक्ट्री का आईकार्ड मिला है। आईकार्ड से पुलिस फैक्ट्री पहुंची। फैक्ट्री के कर्मचारियों ने दोनों की पहचान की। पुलिस ने मृतकों के परिवार वालों को सूचित किया है। दोनों के परिवार वाले मंगलवार को यहां पहुंचेंगे।

इतने हल्के बैरिकेड कि बाइक की टक्कर से गिर गए

हादसे में दिल्ली-वड़ोदरा-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रहे राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की लापरवाही सामने आई है। निर्माणाधीन नाले से कुछ दूरी पर बैरिकेड हैं, लेकिन वे इतने हल्के हैं कि, बाइक की टक्कर से गिर गए। घटनास्थल के पास लाइट लगी हैं पर निर्माण कार्य के चलते बंद रहती हैं। रात में यहां अंधेरा रहता है। पुलिस का अनुमान है कि, ज्योतिप्रकाश और आलोक गुप्ता बदरपुर बॉर्डर की तरफ से सेक्टर-31 जाने के लिए बाइक पर निकले होंगे। अंधेरा होने के कारण उन्हें बैरिकेडिंग दिखाई नहीं दी और उसमें सीधी टक्कर हो गई। इससे बैरिकेड गिर गए और बाइक असंतुलित हो गई। इसके बाद दोनों करीब 100 मीटर आगे निर्माणाधीन नाले में जा गिरे और उनकी मौत हो गई।

एक महीने में बाईपास पर 29 हादसे

एक महीने में इस बाईपास पर 29 सड़क हादसे हो चुके हैं, जिनमें 6 लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं। सेक्टर-2 स्थित बाईपास रोड पर ‌फ्लाईओवर के लिए बनाए जा रहे गड्ढे में 4 दिसंबर को एक युवक मृत मिला था। मृतक की बाइक भी पास में ही खड़ी थी और उसके सिर में चोट के निशान थे। करीब 25 साल का युवक अपने घर का इकलौता बेटा था। सिटी थाना पुलिस के अनुसार बाईपास रोड पर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का काम चल रहा था। रोड पर बनाए जाने वाले फ्लाईओवर के लिए बड़े-बड़े गढ्ढे खोदे गए थे, जिसमें गिरने से नरियाला गांव निवासी महेश के बेटे विकास की जान चली गई थी।

27 किलोमीटर के बाईपास पर अंधेरा

बाईपास पर निर्माणाधीन फ्लाईओवर के चलते पूरे 27 किलोमीटर के बाईपास पर अंधेरा छाया रहता है। इससे लोगों को रात में सड़क पर खुदे गड्ढे नहीं दिखते हैं। वहीं निर्माणाधीन कंपनी ने जो बैरिकेडिंग कर रखी है, उन पर सही से रिफ्लेक्टर भी नहीं लगे हैं।

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