डॉलर के मुकाबले में रुपया अब तक के अपने सबसे निचले स्तर पर हैं। रुपये में गिरावट लगातार हो रहीं हैं। लेकिन सरकार नें कहा की रुपये में इस तरह की गिरावट चिंता का विषय नहीं हैं। सरकार नें कहा है की विदेशी कारणों से रुपये में गिरावट आ रही हैं। उन्होंने एक इंटरव्यू में रुपये गिरने के कराणों की चर्चा की हैं। उन्होंने यह भी कहा की गिरते रुपये में किस तरह से सुधार किया जा सकता हैं।
रघुराम राजन नें बताया क्यों गिर रहा है रुपया
अपने बयान में रघुराम राजन नें कहा है की रुपये में गिरावट चिंता का विषय नहीं है। उन्होंने कहा कि एमर्जिंग बाजार के हालात 2013 के मुकाबले बेहतर है। इसलिए घबराने की ज़रुरत नहीं है। उन्होंने अपने बयान में आगे कहा की दरअसल, भारत में मंहगाई दर बहुत ज्यादा है जिसकी वजह से रुपये में कमजोरी देखने को मिल सकती हैं। उन्होंने कहा की हालात को बेहतर बनाने के लिए रुपये में और गिरावट की ज़रुरत हैं।
यह भी पढे़ें : रुपए में डॉलर के मुकाबले ऐतिहासिक गिरावट, 78 पैसे तक टूट गया भाव
दुसरी तरफ़ ट्रर्की में आर्थिक संकट पर भी रघुराम राजन नें कहा की ट्रर्की में सरकार की ग़लत नीतियों की वजह से वहां पर आर्थिक संकट गहरा गया हैं। इसी तरह के ख़राब आर्थिक हालात विश्व में बहुत से देशों के है। दरअसल, टर्की में मेटल इंपोर्ट पर ड्यूटी को अमेरिका ने दोगुनी कर दिया है। जिसेस करेंसी मार्केट में हडकंप मचा हुआ हैं। अमेरिका के इस कदम की वजह से ट्रर्की की लीरा करेंसी 40 प्रतिशत तर टुट चुकी हैं। वही डॉलर अपने 14 महीने के सबसे ऊंचाई पर हैं।
क्यो गिर रहा है रुपया
दरअसल में अमेरिका और चीन के बीच में ट्रेड वार के कारण रुपये में गिरावट दर्ज की जा रहीं है। अगले महीने अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने की भी उम्मीदें हैं। इसी कारण डॉलर को लगातार मजबूत मिल रही हैं। यूरोपीयन करेंसी में गिरावाट से भी डॉलर को मजबूती मिल रही हैं। यही कारण है की रुपये में गिरावट आ रही हैं।
यह भी पढे़ें : स्विस बैंक नें कहा मोदी राज में 80 फीसदी कम हुआ भारतीयों का काला धन