Gujarat Assembly Election: गुजरात विधानसभा चुनाव में पानी का समाधान होने से बीजेपी की होगी नैया पार!

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Gujarat Assembly Election: गुजरात विधानसभा चुनाव में पानी का समाधान होने से बीजेपी की होगी नैया पार!

राजकोट (गुजरात): गुजरात में खासकर सौराष्ट्र (Saurashtra) के इलाके में लंबे वक्त से पानी एक अहम मुद्दा रहा है। बीजेपी (BJP) सरकार ने वहां सौनी योजना यानी सौराष्ट्र नर्मदा अवतरण इरिगेशन योजना (Saurashtra Narmada Avtaran Irrigation) शुरू की। पहला फेज पूरा हो गया और दूसरा फेज इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election 2022) के आसपास पूरा होने की उम्मीद है। तीसरे फेज पर भी काम चल रहा है। बीजेपी को उम्मीद है कि सरकार की अलग अलग योजनाओं के लाभार्थी ही मिलकर गुजरात में फिर से छठी बार बीजेपी की सरकार लाने में अहम साबित होंगे।

सौराष्ट्र रीजन गुजरात के वेस्टर्न हिस्से में है। इसमें 11 जिले आते हैं। राजकोट, जामनगर, पोरबंदर, अमरेली, जूनागढ़, भावनगर, सुरेंद्रनगर, मोरबी, देवभूमि-द्वारका, गिर-सोमनाथ और बोटड। राजकोट की 8 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने पिछले विधानसभा चुनाव में 7 सीटें जीती। तब बीजेपी ने जामनगर की पांच में से तीन सीटें, पोरबंदर की 2 में से 1 सीट, अमरेली की पांच में से एक सीट, जूनागढ़ की पांच में से 2, भावनगर की 7 में से 6 सीट, सुरेंद्रनगर की 5 में से 3, मोरबी की 3 में से 1, बोटड की 2 में से दोनों सीटें जीती। जबकि गिर-सोमनाथ की 4 और द्वारका की 2 में से एक भी सीट नहीं जीत पाई।

बीजेपी के गुड गवर्नेंस डिपार्टमेंट के मेंबर वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी की जीत में राज्य सरकार और केंद्र सरकार की स्कीम के लाभार्थियों ने अहम भूमिका निभाई। गुजरात में भी बीजेपी सरकार की स्कीम के इतने लाभार्थी हैं कि उनके बूते ही बीजेपी को फिर से सत्ता में वापसी की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि सौनी योजना के जरिए लोगों को पीने के पानी के साथ ही सिंचाई के लिए भी पानी मुहैया कराने का लक्ष्य रखा गया।

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लागत करीब 18563 करोड़ रुपये
इस पूरे प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत करीब 18563 करोड़ रुपये है। इस योजना का पहला फेज अप्रैल 2014 में शुरू किया गया। यह फेज 2018 में पूरा हो गया और 16 रिजरवॉयर के जरिए एक लाख 66 हजार एकड़ एरिया में सिंचाई की सुविधा दी गई है। इस योजना के जरिए राजकोट, जामनगर, मोरबी, गोंडाल, बोटड, जेतपुर, भावनगर और रणपुर सिटी की पीने के पानी की दिक्कत का परमानेंट समाधान दिया गया है। सौनी योजना का दूसरा फेज इस साल के अंत तक या जनवरी तक पूरा हो जाएगा।

इसका करीब 97 पर्सेंट काम पूरा हो गया है। तीसरा फेज अगले साल के अंत तक पूरा होगा और इस फेज के लिए रिजरवॉयर बनाने और लिंक लाइन बनाने का काम करीब 65 पर्सेंट पूरा हो गया है। सौनी योजना के पहले फेज में 158 गांवों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध हुआ है साथ ही 490 गांवों और 7 नगरों को पीने के पानी की सप्लाई हुई। फेज टू पूरा होने के बाद 457 गांवों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा, 367 गांवों और 19 नगरों को पीने के पानी की दिक्कत का समाधान मिलेगा। इसी तरह योजना के तीसरे फेज में 357 गांवों को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा और 425 गांवों के साथ ही 5 नगरों को पीने के पानी की सप्लाई सुनिश्चित होगी।



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