Gujarat Election: गुजरात में चुनाव से पहले किस तरफ जाएंगे नरेश पटेल… कांग्रेस और BJP दोनों के संपर्क में, AAP के भी रह चुके फैन
नई दिल्ली: गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले सभी पार्टियां अपने समीकरण सही करने में जुटी हैं। इस साल के अंत में गुजरात में विधानसभा चुनाव हैं। पिछले कई महीनों से गुजरात में एक नाम चर्चा में है, वह है नरेश पटेल का। वह गुजरात में पाटीदार समाज की धार्मिक संस्था खोडलधाम के चेयरमैन हैं। चुनाव से पहले वह किस पार्टी का दामन थामेंगे, इस पर सबकी नजरें हैं। बीजेपी और कांग्रेस नेताओं से तो वह संपर्क में हैं ही लेकिन वह आम आदमी पार्टी की भी तारीफ कर चुके हैं।
पहले चर्चा चल रही थी कि नरेश पटेल कांग्रेस जॉइन कर सकते हैं। लेकिन दो दिन पहले वह जामनगर में एक कार्यक्रम में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल के साथ नजर आए। हालांकि पटेल ने कहा कि उनके बीच कोई राजनीतिक बातचीत नहीं हुई, लेकिन उनकी मुलाकात के ही मायने निकाले जा रहे हैं, वह भी तब जब इससे पहले नरेश पटेल ने चार बीजेपी विधायकों के साथ भी मीटिंग की थी। कांग्रेस, बीजेपी और आम आदमी पार्टी आखिर क्यों नरेश पटेल को अपने साथ लाना चाहती हैं?
पाटीदार समाज में है दबदबा
नरेश पटेल का पाटीदार समाज में काफी दबदबा है। वे पाटीदार समाज के यूथ आइकन के तौर पर देखे जाते हैं। विदेशों में बसे गुजरातियों के बीच भी उनकी अच्छी पकड़ है। कांग्रेस उन्हें पिछले साल ही अपने साथ आने का निमंत्रण दे चुकी है। तब राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत से भी नरेश पटेल ने मुलाकात की थी। पिछले महीने जब एनबीटी ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से नरेश पटेल को लेकर सवाल पूछा था तो सीएम ने कहा था कि ‘कोई भी अगर किसी पार्टी में जाना चाहेगा तो उसे थोड़ा स्टेटस तो चाहिए ही। अब स्टेटस कौन सी पार्टी दे सकती है, ये सब जवाब तो उन्हें मिल चुके होंगे। अभी स्टेटस एक ही पार्टी दे सकती है- वह है बीजेपी। तो इसके सिवा वे कहीं नहीं जाने वाले।
आम आदमी पार्टी का भी कर चुके हैं गुणगान
इससे पहले नरेश पटेल आम आदमी पार्टी की भी तारीफ कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि गुजरात में एंट्री के बाद आम आदमी पार्टी ने अच्छा काम किया है। पार्टी का भविष्य उज्जवल है और उनकी कार्यशैली नेक और साफ है। नरेश पटेल उस पाटीदार समुदाय से आते हैं जिसकी गुजरात की राजनीति में अहम भूमिका रहती है। गुजरात में करीब 15 फीसदी पाटीदार हैं और लगभग हर जिले में इनकी ठीक ठाक संख्या है। सौराष्ट्र में पाटीदारों की संख्या सबसे ज्यादा है। गुजरात की कुल 182 विधानसभा सीटों में से 70 सीटों पर पाटीदार समुदाय चुनाव को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं।
पाटीदार समाज में है दबदबा
नरेश पटेल का पाटीदार समाज में काफी दबदबा है। वे पाटीदार समाज के यूथ आइकन के तौर पर देखे जाते हैं। विदेशों में बसे गुजरातियों के बीच भी उनकी अच्छी पकड़ है। कांग्रेस उन्हें पिछले साल ही अपने साथ आने का निमंत्रण दे चुकी है। तब राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत से भी नरेश पटेल ने मुलाकात की थी। पिछले महीने जब एनबीटी ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से नरेश पटेल को लेकर सवाल पूछा था तो सीएम ने कहा था कि ‘कोई भी अगर किसी पार्टी में जाना चाहेगा तो उसे थोड़ा स्टेटस तो चाहिए ही। अब स्टेटस कौन सी पार्टी दे सकती है, ये सब जवाब तो उन्हें मिल चुके होंगे। अभी स्टेटस एक ही पार्टी दे सकती है- वह है बीजेपी। तो इसके सिवा वे कहीं नहीं जाने वाले।
आम आदमी पार्टी का भी कर चुके हैं गुणगान
इससे पहले नरेश पटेल आम आदमी पार्टी की भी तारीफ कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि गुजरात में एंट्री के बाद आम आदमी पार्टी ने अच्छा काम किया है। पार्टी का भविष्य उज्जवल है और उनकी कार्यशैली नेक और साफ है। नरेश पटेल उस पाटीदार समुदाय से आते हैं जिसकी गुजरात की राजनीति में अहम भूमिका रहती है। गुजरात में करीब 15 फीसदी पाटीदार हैं और लगभग हर जिले में इनकी ठीक ठाक संख्या है। सौराष्ट्र में पाटीदारों की संख्या सबसे ज्यादा है। गुजरात की कुल 182 विधानसभा सीटों में से 70 सीटों पर पाटीदार समुदाय चुनाव को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं।