इजराइल में नेतन्याहू जीत के बाद भी सरकार बनाने में नाकाम, सितम्बर में होगा दुबारा चुनाव

276

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू आधी रात की समय सीमा से पहले गठबंधन सरकार गठित करने में नाकाम रहे जिसके बाद इजराइली सांसदों ने अभूतपूर्व कदम उठाते हुए संसद को भंग करने के पक्ष में मतदान किया। सांसदों के इस कदम के बाद अब 17 सितंबर को फिर से आम चुनाव कराए जाएंगे। इजराइली सांसद छह सप्ताह पहले ही निर्वाचित हुए थे। ग़ौरतलब है कि इजराइल में पिछले महीने 9 अप्रैल को चुनाव हुए थे। गौरतलब है कि भारत में मोदी के जीतने पर बेंजामिन ने बधाई में मोदी को साथ मिलकर काम करने का वादा किया था।

उन्होंने 21वीं नेसेट (इजराइली संसद) को भंग करने के पक्ष में 45 के मुकाबले 74 मतों से मतदान किया। इजराइल के इतिहास में यह पहली बार है, जब कोई नामित प्रधानमंत्री सरकार गठन नहीं कर पाया है। नेतन्याहू ने नौ अप्रैल को हुए चुनाव में रिकॉर्ड पांचवीं बार उल्लेखनीय जीत हासिल की थी, लेकिन वे एक सैन्य विधेयक को लेकर गतिरोध के कारण गठबंधन करने में नाकाम रहे।

israel -

इजराइल देश के इतिहास में पहली बार है कि चुनाव जीतने के बाद कोई पार्टी सरकार नहीं बना पायी है। इज़राइल में अब 17 सितंबर को फिर से आम चुनाव कराए जाएंगे। इजराइल में मुख्य विपक्षी दल सेंट्रिस्ट ब्लू और व्हाइट ने अप्रैल में 35 सीटें जीती थीं। एक और लिबरल लिकुड के पास भी समान संख्या में सीट थी लेकिन उन्होंने सरकार के साथ गठबंधन करने से इंकार कर दिया। यही वजह है बेंजामिन नेतन्याहू सरकार नही गिर गयी।