ITO आईटीओ बैराज का रखरखाव नहीं करती हरियाणा सरकार… खट्टर के इस दावे पर AAP ने चिट्ठी पोस्ट कर किया पलटवार

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ITO आईटीओ बैराज का रखरखाव नहीं करती हरियाणा सरकार… खट्टर के इस दावे पर AAP ने चिट्ठी पोस्ट कर किया पलटवार

ITO आईटीओ बैराज का रखरखाव नहीं करती हरियाणा सरकार… खट्टर के इस दावे पर AAP ने चिट्ठी पोस्ट कर किया पलटवार

चंडीगढ़: यमुना नदी में आई बाढ़ के बाद दिल्ली और हरियाणा सरकार के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। जिस आईटीओ बैराज को लेकर पिछले दो दिन से बयानबाजी हो रही है उसके गेट खोलने के लिए नेवी की टीम बुलानी पड़ गई। इस बीच हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि आईटीओ बैराज के रखरखाव के लिए हरियाणा कभी भी पैसा नहीं खर्च करता। उन्होंने कहा कि 2018 तक मेंटिनेंस का पैसा इंद्रप्रस्थ पावर प्लांट ने दिया था।सीएम खट्टर के इस बयान के बाद आम आदमी पार्टी ने पलटवार किया है। आप नेता अनुराग ढांडा ने ट्विटर पर एक चिट्ठी पोस्ट करते हुए कहा है कि आईटीओ बैराज पर सीएम खट्टर का झूठ बेनकाब हो गया है। दिल्ली सरकार ने 2022 में मरम्मत के लिए हरियाणा सरकार को चिट्ठी लिखी थी।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जी, ‘आप पढ़े लिखे हैं तो ये चिट्ठी पढ़िए। प्रेस कांफ्रेंस में आपने सरेआम झूठ बोला कि दिल्ली सरकार ने ITO बैराज के रखरखाव के लिए कभी हरियाणा सरकार को नहीं लिखा। अब थोड़ी भी शर्म बची है तो अपने इस झूठ पर माफी मांगिए वरना सबको पता चल जाएगा कि जोकर कौन है?’
आईटीओ बैराज के 32 में से पांच गेट ना खुलने के मामले पर हरियाणा सरकार ने कड़ा संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शनिवार की रात सिंचाई विभाग के दो चीफ इंजीनियर की अध्यक्षता में हाई लेवल फैक्ट फाइंडिंग टेक्निकल कमिटी बनाई। मुख्यमंत्री ने कमिटी को आदेश दिया है कि इस मामले की गहनता से जांच करके 24 घंटे में रिपोर्ट सौंपे। कमिटी में दो इंजीनियर इन चीफ को सदस्य बनाया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में हरियाणा सरकार पूरी निष्पक्षता के साथ बैराज के पांच गेट न खुलने के मामले की सत्यता को जानना चाहती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार बाढ़ से प्रभावित लोगों को पूरी गंभीरता के साथ राहत पहुंचाने में लगी हुई है। दिल्ली में घुसे बाढ़ के पानी को बाहर निकालने के लिए आईटीओ ब्रिज बैराज के सभी गेट खोलने जरूरी थी। इनमें से पांच गेट जाम थे। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि आईटीओ बैराज पर 32 में पांच गेट बंद हैं, जिन्हें हरियाणा सरकार संभालती है। इनके बंद होने से पानी की निकासी बाधित हो रही है।

यमुना का पानी तेजी से ओखला बैराज से होते हुए दिल्ली से बाहर निकल सके, इसके लिए बंद गेट खोलने जरूरी हैं। केजरीवाल का कहना है कि हरियाणा सरकार की ओर से संचालित इन पांच गेटों को पिछले कई दशक से नहीं खोला गया। उनसे इस बैराज का संचालन दिल्ली सरकार को देने का कई बार आग्रह भी किया गया है।

केजरीवाल ने कहा कि अब वह फिर हरियाणा सरकार से इन गेटों का संचालन उन्हें देने की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि इस विषय पर सभी प्रदेशों की सरकारों को एकजुटता दिखाते हुए काम करना चाहिए और एक-दूसरे पर दोषारोपण से बचना चाहिए क्योंकि बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा की मार हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, यूपी और दिल्ली सहित कई राज्यों को कई बार झेलनी पड़ी है।

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