JP Nadda: आखिरकार बीजेपी को एहसास हुआ… दरगाह पर जेपी नड्डा ने चढ़ाई चादर तो अघाड़ी का तंज, क्यों विवाद?
विपक्ष ने साधा निशाना
उद्धव ठाकरे गुट के शिवसेना के प्रवक्ता आनंद दुबे ने नवभारत टाइम्स ऑनलाइन को बताया कि जिस तरह से जेपी नड्डा ने चंद्रपुर की दरगाह में जाकर चादर चढ़ाई। उससे यह स्पष्ट हो गया है कि बीजेपी खुद मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति पर चल रही है। हालांकि, वह अपना असली रूप कभी भी जनता के सामने आने नहीं देती। यह बात हमेशा से सिद्ध होती रही है कि बीजेपी की कथनी और करनी में अंतर है। बीजेपी खुद को हिंदुओं का रहनुमा बताती है और हिंदुत्व की बात करती है लेकिन पर्दे के पीछे मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति का गंदा खेल खेला जा रहा है।
इस मुद्दे पर मुंबई कांग्रेस के प्रेसिडेंट भाई जगताप ने नवभारत टाइम्स ऑनलाइन को बताया कि बीजेपी का यह पुराना दस्तूर है। जिसे अब जनता धीरे-धीरे समझ रही है। इस साल देश के कुछ राज्यों में चुनाव होने हैं। इसकी वजह से जेपी नड्डा को दरगाह में भी जाना पड़ रहा है। हालांकि, उनकी पार्टी हमेशा से हिंदुत्व की बातें करती आ रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जब जेपी नड्डा अपने गृह प्रदेश में इज्जत नहीं बचा सके तो फिर उनका यह हथकंडा भी काम नहीं आएगा। जिस तरह से राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को जनता का प्रतिसाद मिला है। उससे कहीं न कहीं बीजेपी के अंदर खौफ है और यह सब उसी का नतीजा है। वहीं एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता महेश तपासे ने बताया कि अगर दरगाह में जाकर जेपी नड्डा को सर्वधर्म समभाव की भावना समझ में आ रही है तो हम इसका स्वागत करते हैं।
पार्टी ने नहीं जारी की तस्वीरें
विपक्ष ने आरोप लगाया कि जेपी नड्डा के चंद्रपुर और औरंगाबाद दौरे की ज्यादातर तस्वीरें सोशल मीडिया पर बीजेपी द्वारा शेयर की गई। उनके मंदिर जाने की भी तस्वीरें सामने आई लेकिन दरगाह में चादर चढ़ाने की तस्वीर को शेयर नहीं किया गया। इस मुद्दे पर बीजेपी प्रवक्ता और विधायक अतुल भातखलकर ने नवभारत टाइम्स ऑनलाइन से बातचीत के दौरान कहा कि विपक्ष के द्वारा जो भी आरोप लगाए गए हैं वह बिल्कुल गलत और बेबुनियाद हैं। हमारी पार्टी हिंदुत्व की बात करती है लेकिन इसका यह मतलब बिल्कुल भी नहीं है कि हम दूसरे धर्म के खिलाफ हैं। हमारी पार्टी का नारा है सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास। भारतीय जनता पार्टी की सरकार में मुस्लिम समाज के लोग भी हमारे साथ जुड़ रहे हैं। कांग्रेस की सरकार में सेकुलरिज्म के नाम पर मुस्लिमों का शोषण किया गया। उन्हें मुख्यधारा में आने से रोका गया, उनका सर्वांगीण विकास न हो इसलिए उन्हें शिक्षा से दूर रखा गया। लेकिन हमारी सरकार में उनके साथ भी न्याय किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष द्वारा इन तस्वीरों को छुपाए जाने का आरोप भी गलत है। अगर हमें इन चीजों को छुपाना होता तो वहां कैमरा या मोबाइल फोन ले जाने की इजाजत नहीं दी जाती, यह सारे आरोप गलत है।