jyotiraditya scindia : उड्डयन मंत्री का नया प्रयोग, देश की ड्रोन पॉलिसी पर लाइव चैटिंग, देखें Live
New drone policy: नागरिक उड्डयन मंत्री का नया प्रयोग, सरकारी योजनाओं पर लाइव फीडबैक की कर रहे हैं शुरुआत…।
भोपाल। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya m scindia ) ने सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में लाइ फीडबैक लेने का प्रयोग शुरू किया है। इसी सिलसिले में वे यूट्यूब के माध्यम से सीधे जनता से संवाद कर रहे हैं। सिंधिया देश में ड्रोन नीति (New drone policy) पर लोगों की राय ले रहे हैं।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री लाइव चैट के जरिए सिंधिया रिअल टाइम सवाल और चैट पर जवाब दे रहे हैं। सिंधिया का मानना है कि इस पहल से योजना को और भी बेहतर तरीके से क्रियान्वित किया जा सकेगा।
देखें Live Updates
4.35 pm
एक सवाल के जवाब में सिंधिया ने कहा कि 200 स्टार्ट्प ड्रोन के जरिए काम कर रहे हैं। इसमें साफ्टवेयर अलग-अलग होंगे। माइनिंग, स्वास्थ्य उद्योग के क्षेत्र में अलग-अलग साफ्टवेयर वाले ड्रोन उपयोग होंगे। ड्रोन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। इस ड्रोन पालिसी के जरिए नई जनरेशन और नए सिस्टम का जन्म होने जा रहा है। कई लोगों को रोजगार मिलेगा।
4.30 pm
क्या हम ड्रोन का उपयोग मेडिकल सुविधाओं के लिए करेंगे, मरीज के लिए दवा पहुंचाने के लिए मददगार साबित होगा। इस सवाल पर सिंधिया ने कहा कि मैं आपका ध्यान पहाड़ी राज्यों की ओर आकर्षित कर रहा हूं। उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर में दवा का वितरण और वैक्सीन का वितरण ड्रोन के द्वारा हो रहा है। मणिपुर में एक तालाब के पार ड्रोन के जरिए वैक्सीन पहुंचाई। नर्स ने डिलिवरी ली, रजिस्टर में एंट्री की और डाक्टर ने वैक्सीन निकाली और तुरंत वैक्सीनेशन अभियान शुरू कर दिया। 31 किमी दूर ड्रोन पहुंच गया, इससे करीब दो घंटों की बचत हुई।
4.20 pm
सिंधिया ने टेक्नालाजी के बारे में बताते हुए मोबाइल का उदाहरण दिया। कहा कि पहले 93 में यह डिब्बा बहुत महंगा मिलता था। बात करने के लिए 16 रुपए मिनट का खर्च आता था। आज इस डिब्बे की कीमत दो हजार की नहीं रही। इसी प्रकार ड्रोन के बारे में बताते हुए कहा कि यह आने वाले दिनों में बहुत अहम होने वाला है। ड्रोन भी कई प्रकार के हैं, जिसके लिए लाइसेंस की जरूरत होती है। सिंधिया ने कहा कि 6 लाख गांवों में यदि एक लाख ड्रोन भी होंगे, तो ड्रोन पायलट के रूप में युवाओं को रोजगार मिलेगा।
4.10 pm
ज्योतिरादित्य सिंधिया ड्रोन चिकित्सा उपकरणों की डिलीवरी को नया आयाम देंगे। योजना के क्रियान्वयन के लिए जनता की भी राय ली जा रही है।
4.00 pm
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से यूट्यूब के जरिए आम लोग भी पूछ सकते हैं सवाल। स्वास्थ्य सेवा में ड्रोन की भूमिका के बारे में अधिक जानने के लिए YouTube लाइव चैट में HMCA Sh @JM_Scindia और टीम से जुड़ें।
3.55 pm
थोड़ी देर में शुरू होने वाला है ज्योतिरादित्य सिंधिया का यूट्यूब लाइव।
एक्टिव मोड में हैं सिंधिया
ज्योतिरादित्य सिंधिया केंद्र में मंत्री बनने के बाद से लगातार सक्रिय है। वे मध्यप्रदेस समेत देश के कई राज्यों को नई उड़ानों और नए एयरपोर्ट के विस्तार समेत नई ड्रोन पॉलिसी पर काम कर रहे हैं। हाल ही में सिंधिया ने 126 करोड़ से ड्रोन नीति का क्रियान्वयन शुरू किया है। सिंधिया इसकी ब्रीफ डिटेल देकर ड्रोन पर चर्चा कर रहे हैं। उनकी मंशा है कि जनता को ड्रोन नीति के बारे में अधिक से अधिक जागरूक किया जा सके, साथ ही इसके फायदे भी बताए जा सकें। वहीं जनता के मन में भ्रम की कोई गुंजाइश न रहे। यदि कोई भ्रम हो तो उसे लाइव संवाद के जरिए दूर किया जा सके।
दो दिन में लागू होने वाली है नई ड्रोन पॉलिसी, पांच सेकंड में मिलेगा लाइसेंस या रिजेक्शन
New drone policy: नागरिक उड्डयन मंत्री का नया प्रयोग, सरकारी योजनाओं पर लाइव फीडबैक की कर रहे हैं शुरुआत…।
भोपाल। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya m scindia ) ने सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में लाइ फीडबैक लेने का प्रयोग शुरू किया है। इसी सिलसिले में वे यूट्यूब के माध्यम से सीधे जनता से संवाद कर रहे हैं। सिंधिया देश में ड्रोन नीति (New drone policy) पर लोगों की राय ले रहे हैं।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री लाइव चैट के जरिए सिंधिया रिअल टाइम सवाल और चैट पर जवाब दे रहे हैं। सिंधिया का मानना है कि इस पहल से योजना को और भी बेहतर तरीके से क्रियान्वित किया जा सकेगा।
देखें Live Updates
4.35 pm
एक सवाल के जवाब में सिंधिया ने कहा कि 200 स्टार्ट्प ड्रोन के जरिए काम कर रहे हैं। इसमें साफ्टवेयर अलग-अलग होंगे। माइनिंग, स्वास्थ्य उद्योग के क्षेत्र में अलग-अलग साफ्टवेयर वाले ड्रोन उपयोग होंगे। ड्रोन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। इस ड्रोन पालिसी के जरिए नई जनरेशन और नए सिस्टम का जन्म होने जा रहा है। कई लोगों को रोजगार मिलेगा।
4.30 pm
क्या हम ड्रोन का उपयोग मेडिकल सुविधाओं के लिए करेंगे, मरीज के लिए दवा पहुंचाने के लिए मददगार साबित होगा। इस सवाल पर सिंधिया ने कहा कि मैं आपका ध्यान पहाड़ी राज्यों की ओर आकर्षित कर रहा हूं। उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर में दवा का वितरण और वैक्सीन का वितरण ड्रोन के द्वारा हो रहा है। मणिपुर में एक तालाब के पार ड्रोन के जरिए वैक्सीन पहुंचाई। नर्स ने डिलिवरी ली, रजिस्टर में एंट्री की और डाक्टर ने वैक्सीन निकाली और तुरंत वैक्सीनेशन अभियान शुरू कर दिया। 31 किमी दूर ड्रोन पहुंच गया, इससे करीब दो घंटों की बचत हुई।
4.20 pm
सिंधिया ने टेक्नालाजी के बारे में बताते हुए मोबाइल का उदाहरण दिया। कहा कि पहले 93 में यह डिब्बा बहुत महंगा मिलता था। बात करने के लिए 16 रुपए मिनट का खर्च आता था। आज इस डिब्बे की कीमत दो हजार की नहीं रही। इसी प्रकार ड्रोन के बारे में बताते हुए कहा कि यह आने वाले दिनों में बहुत अहम होने वाला है। ड्रोन भी कई प्रकार के हैं, जिसके लिए लाइसेंस की जरूरत होती है। सिंधिया ने कहा कि 6 लाख गांवों में यदि एक लाख ड्रोन भी होंगे, तो ड्रोन पायलट के रूप में युवाओं को रोजगार मिलेगा।
4.10 pm
ज्योतिरादित्य सिंधिया ड्रोन चिकित्सा उपकरणों की डिलीवरी को नया आयाम देंगे। योजना के क्रियान्वयन के लिए जनता की भी राय ली जा रही है।
4.00 pm
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से यूट्यूब के जरिए आम लोग भी पूछ सकते हैं सवाल। स्वास्थ्य सेवा में ड्रोन की भूमिका के बारे में अधिक जानने के लिए YouTube लाइव चैट में HMCA Sh @JM_Scindia और टीम से जुड़ें।
3.55 pm
थोड़ी देर में शुरू होने वाला है ज्योतिरादित्य सिंधिया का यूट्यूब लाइव।
एक्टिव मोड में हैं सिंधिया
ज्योतिरादित्य सिंधिया केंद्र में मंत्री बनने के बाद से लगातार सक्रिय है। वे मध्यप्रदेस समेत देश के कई राज्यों को नई उड़ानों और नए एयरपोर्ट के विस्तार समेत नई ड्रोन पॉलिसी पर काम कर रहे हैं। हाल ही में सिंधिया ने 126 करोड़ से ड्रोन नीति का क्रियान्वयन शुरू किया है। सिंधिया इसकी ब्रीफ डिटेल देकर ड्रोन पर चर्चा कर रहे हैं। उनकी मंशा है कि जनता को ड्रोन नीति के बारे में अधिक से अधिक जागरूक किया जा सके, साथ ही इसके फायदे भी बताए जा सकें। वहीं जनता के मन में भ्रम की कोई गुंजाइश न रहे। यदि कोई भ्रम हो तो उसे लाइव संवाद के जरिए दूर किया जा सके।
दो दिन में लागू होने वाली है नई ड्रोन पॉलिसी, पांच सेकंड में मिलेगा लाइसेंस या रिजेक्शन