मारा गया ‘आतंक का डॉक्टर’, कश्मीर के दर्जनों लड़कों को बनाया था आतंकी

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मारा गया ‘आतंक का डॉक्टर’, कश्मीर के दर्जनों लड़कों को बनाया था आतंकी

श्रीनगर: सुरक्षा बलों ने रविवार को चलाए गए एक ऑपरेशन में हिज्बुल (Hizbul Mujahideen) आतंकी सैफुल्ला (Saifullah) को मार गिराया. श्रीनगर एनकाउंटर में मारा गया सैफुल्लाह कश्मीर में हिज्बुल मुजाहिदीन का टॉप कमांडर था.

कश्मीर में हिज्बुल का चीफ कमांडर था सैफुल्ला
बता दें कि आतंकी रियाज़ नायकू जम्मू-कश्मीर में हिज्बुल मुजाहिद्दीन का टॉप कमांडर था. 6 मई 2020 को सुरक्षाबलों ने हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी चीफ सैयद सलाहुद्दीन के राइट हैंड आतंकी रियाज़ नायकू का खात्मा किया था. इसके बाद सैयद सलाहुद्दीन ने सैफुल्लाह को सैफुल्लाह को हिज्बुल का नया कमांडर घोषित किया. सैयद सलाहुद्दीन को लगा कि आतंक के इस डॉक्टर को हिज्बुल का कमांडर बनाकर वो जम्मू-कश्मीर की शांति को भंग कर पाएगा, लेकिन नायकू के अंत के ठीक 179 दिन बाद सैफुल्लाह भी एनकाउंटर में मारा गया.

‘आतंक के डॉक्टर’ का अंत
जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि हिज्बुल मुजाहिद्दीन एक बार फिर से लीडर लेस हो गया है. सैफुल्ला पाकिस्तान की टेरर फैक्ट्री को कश्मीर में जिंदा रखे हुए था. वह शायद टारगेट किलिंग करने के लिए श्रीनगर में पहुंचा था. तभी मुखबिर की सूचना पर उसके खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया गया. जिसमें वह मारा गया.

श्रीनगर के बाहरी इलाके में हुआ एनकाउंटर
सूत्रों के मुताबिक सुरक्षाबलों को पक्की खबर मिली थी कि श्रीनगर के बाहरी इलाके रंगरेथ में एक घर में कुछ आतंकवादी छिपे हुए हैं. ये सूचना मिलते ही सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया. आतंकवादियों ने खुद को घिरा पाकर सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी और जवाबी कार्रवाई में एक आतंकवादी मारा गया,  जबकि एक को गिरफ्तार किया गया. मारे गए आतंकवादी की जब पड़ताल हुई तो पता चला कि जिस आतंकवादी को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है. वह कोई और नहीं बल्कि हिज्बल मुजाहिदीन का टॉप कमांडर सैफुल्लाह है. इस साल रियाज़ नायकू और सैफुल्लाह का मारा जाना वाकई बड़ी कामयाबी है.

बीजेपी नेताओं की हत्या के बाद से तलाश में थी पुलिस
बता दें कि बीते गुरुवार को कुलगाम में आतंकवादी हमला हुआ था. जिसमें बीजेपी के तीन कार्यकर्ताओं फिदा हुसैन, उमर आजम और उमर रशीद बेग की हत्या कर दी  गई थी. इस हमले का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि हिज्बुल का यही टॉप कमांडर आतंकी सैफुल्लाह ही था. इस हत्याकांड के 72 घंटे में ही आतंकी सैफुल्लाह मारा गया. यानी बीजेपी नेताओं की हत्या का बदला सिर्फ 72 घंटे में पूरा हो गया.

दर्जनों लड़कों को आतंकी बनाया
डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि बीजेपी नेताओं की हत्या के बाद से ही इसके साजिशकर्ताओं की तलाश हो रही थी. पता चला था कि इन हमलों मे सैफुल्ला का हाथ है. उसके बाद से उसे ट्रैक करने की कोशिश की जा रही थी. उसने घाटी के दर्जनों लड़कों को आतंकी बनाया और पाकिस्तान के आतंकियों को कश्मीर में घुसने का रास्ता मुहैया करवाया. डीजीपी ने कहा कि सैफुल्ला के मारे जाने से जम्मू कश्मीर में शांति की उम्मीद बढ़ेगी.

आतंक के डॉक्टर’ सैफुल्लाह का अंत 
– आतंकवादी सैफुल्लाह का पूरा नाम सैफुल्लाह मीर था
– 12वीं पास सैफुल्लाह ने पुलवामा ITI से बायो-मेडिकल का कोर्स किया था
– रियाज़ नायकू के कहने पर हिज्बुल में भर्ती हुआ
– सैफुल्लाह मीर जम्मू-कश्मीर में 2014 से सक्रिय था
– घाटी में दर्जनों युवकों को आतंकी बनाया
– सैफुल्लाह को आतंकी ‘डॉक्टर साहिब’ बुलाते थे
– क्योंकि सैफुल्लाह इन घायल आतंकवादियों का इलाज करता था

आतंकियों का काल साबित हो रहा है वर्ष 2020
वर्ष 2020 जम्मू-कश्मीर में आतंक के अंत का साल भी माना जा रहा है. इस साल आतंकियों के खिलाफ लगातार ऑपरेशन चल रहे हैं. जिनमें बड़ी संख्या में आतंकी मारे गए हैं. इस साल अब तक करीब 200 आतंकी मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं.

बदल रहे हैं युवाओं के रोल मॉडल
कश्मीर से आतंक के कमांडरों का सफाया हो रहा है. साथ ही घाटी के युवाओं के रोल मॉडल भी बदल रहे हैं. कभी बंदूक पकड़कर फोटो खिंचवाने को शान की बात समझने वाले हाथों में अब बैट, बॉल और फुटबॉल हैं. भारतीय सेना की ओर युवाओं की ऊर्जा का सही इस्तेमाल करने के लिए कई प्रकार के कार्यक्रम चला जा रहे हैं. जिसका फायदा उठाकर युवा अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं.

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युवाओं पर पड़ रहा है अच्छा असर
कश्मीर में आतंक रोधी ऑपरेशन करने वाली किलो फोर्स के कमांडर मेजर जनरल एचएस साही ने कहा कि सेना की पहल का युवाओं पर काफी अच्छा असर पड़ रहा है. धीरे-धीरे युवा खेलों की ओर जुड़ते जा रहे हैं. क्रिकेट में देखें तो कई युवा रणजी और नेशनल टीम में भी दावेदारी ठोंकने के लिए तैयार हैं.

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