Lungs Health Checkup: घर बैठे कैसे चेक करें फेफड़ों की ताकत, एक्‍सपर्ट से जानिए सबसे आसान तरीका

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Lungs Health Checkup: घर बैठे कैसे चेक करें फेफड़ों की ताकत, एक्‍सपर्ट से जानिए सबसे आसान तरीका

Lungs Health Checkup: घर बैठे कैसे चेक करें फेफड़ों की ताकत, एक्‍सपर्ट से जानिए सबसे आसान तरीका

हाइलाइट्स:

  • कोरोना के लक्षण दिखें तो डॉक्‍टर की बताई इन 6 बातों पर जरूर करें अमल
  • RT-PCR की रिपोर्ट का इंतजार न करें, फौरन कर लें खुद को आइसोलेट
  • खुद को मॉनिटर करते रहें, घबराएं नहीं, दवाएं और पौष्टिक भोजन लें
  • फेफड़ों की सेहत चेक करने का एक्‍सपर्ट ने बताया सबसे आसान तरीका

नई दिल्‍ली
कोविड-19 की दूसरी लहर जितनी तेजी से फैल रही है, लोगों में उतना ही डर बढ़ता जा रहा है। एक्‍सपर्ट्स के अनुसार, अगर आपको कोरोना वायरस के लक्षण दिखते हैं तो खुद को आइसोलेट जरूर करें। इसके लिए बुखार या RT-PCR टेस्‍ट की रिपोर्ट का इंतजार करने की जरूरत नहीं है। अगर गला खराब हो, नाक बह रही हो, बदन-दर्द हो, सिर घूम रहा हो या डायरिया हो तो सावधानी बरतना शुरू कर दें।

मेदांता अस्‍पताल के डॉक्‍टर अरविंद कुमार के अनुसार, छह M का ध्‍यान रखकर आप कोविड-19 से लड़ सकते हैं। एक न्‍यूज चैनल से बातचीत में डॉ कुमार ने वो छह उपाय बताए हैं जिनसे आप खुद को सुरक्षित रखते हुए फिटनेस चेक कर सकते हैं। उन्‍होंने घर पर रहकर फेफड़ों की जांच करने का तरीका भी बताया।

  • मिक्सिंग न करें। यानी अगर लक्षण दिखें तो खुद को आइसोलेट जरूर करें। संक्रमण को रोकने के लिए यह बहुत जरूरी है।
  • मेडिसिन लेना शुरू कर दें। बुखार न हो तो भी हर छह-छह घंटे पर पैरासिटामॉल लेना शुरू कर दें। जरूरत पड़े तो 4-4 घंटे के अंतराल पर भी ले सकते हैं। अगर डॉक्‍टर ने ऐंटी-वायरल या ऐंटी-बायोटिक दवाएं लिखी हैं तो ले सकते हैं। डॉ कुमार ने कहा कि अभी तक इस बात के सबूत नहीं हैं कि इसका असर होता है। अपना प्रिस्क्रिप्‍शन से किसी और को दवा लेने के लिए न कहें। हर मरीज पर अलग दवा असर करती है जो आपका डॉक्‍टर बेहतर बताएगा। खुद से ही इलाज न शुरू करें।
  • मील्‍स जरूर लें। यानी खाना बंद न करें। हाई प्रोटीन डायट लें। ताजे फल खाएं। दो-ढाई लीटर पानी और ताजा जूस लें। चिकनाई वाली चीजों से परहेज करें।
  • माइंडसेट को पॉजिटिव रखें। पैनिक न करें इससे और ज्‍यादा नुकसान होता है। 97%-98% मरीज ठीक हो जाते हैं। डॉक्‍टर की सलाह फॉलो करें।
  • मॉनिटरिंग जरूरी करें। बुखार को 4-4 घंटे करते रहें। पल्‍स ऑक्सिमीटर के जरिए ऑक्सिजन लेवल चेक करते रहें। नाखून पर नेल पॉलिश न हो। उंगली पूरी अंदर जाएं। 2-2 मिनट के लिए स्थिर रखने के बाद रीडिंग लें।
  • मूवमेंट टू हॉस्पिटल: अगर बुखार 104-105 फैरनहाइट से ज्‍यादा हो, सीने में दर्द हो, लगातार खांसी आ रही हो, सांस लेने में तकलीफ हो तो आपको ऑक्सिजन की जरूरत है। आप अस्‍पताल जा सकते हैं।


ऐसे चेक करें फेफड़ों की सेहत
डॉ कुमार के अनुसार, घर बैठे-बैठे सांस रोक कर और 6 मिनट वॉक के जरिए फेफड़ों को टेस्‍ट कर सकते हैं। बैठकर गहरी सांस लीजिए और सांस को अंदर रोक लीजिए। जितनी देर तक रोक सकते हैं, रोककर रखिए। हर घंटे में एक बार डीप ब्रीदिंग और सांस रोकने की प्रैक्टिस करिए। अगर आपका सांस रोकने का समय रोज 2-3 सेकेंड बढ़ रहा है और 25-30 सेकेंड से ऊपर है तो मोटे तौर पर फेफड़ों में समस्‍या नहीं है।

ऑक्सिजन सैचुरेशन चेक कीजिए। इसके बाद 6 मिनट वॉक कीजिए। उसके बाद फिर रीडिंग लीजिए। अगर सैचुरेशन में 3-4% से ज्‍यादा की गिरावट नहीं होती तो मतलब फेफड़े ठीक काम कर रहे हैं।

Covid-Patient

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