mumbai coronavirus news: दस दिनों में मुंबई लौटे करीब साढ़े तीन लाख लोग, कोरोना टेस्टिंग में हुई चूक तो फिर हालात होंगे बेकाबू

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mumbai coronavirus news: दस दिनों में मुंबई लौटे करीब साढ़े तीन लाख लोग, कोरोना टेस्टिंग में हुई चूक तो फिर हालात होंगे बेकाबू

mumbai coronavirus news: दस दिनों में मुंबई लौटे करीब साढ़े तीन लाख लोग, कोरोना टेस्टिंग में हुई चूक तो फिर हालात होंगे बेकाबू

हाइलाइट्स:

  • मुंबई में एक ओर सुबह 11 बजे तक बाजारों में सामान्य भीड़ दिखाई देने लगी है
  • दूसरी ओर रेलवे से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार पिछले दस दिनों में करीब 3 लाख लोग ट्रेनों से मुंबई लौटे हैं
  • सूत्रों की मानें तो इनकी टेस्टिंग को लेकर ढिलाई बरती जा रही है, जिसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं

मुंबई
शहर में कोरोना संक्रमण के आंकड़ों को लेकर भले ही प्रशासन की पीठ थपथपाई जा रही हो, लेकिन टेस्टिंग में हो रही चूक से कहीं दोबारा खामियाजा न भुगतना पड़े। मुंबई में एक ओर सुबह 11 बजे तक बाजारों में सामान्य भीड़ दिखाई देने लगी है। दूसरी ओर रेलवे से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार पिछले दस दिनों में करीब 3 लाख लोग ट्रेनों से मुंबई लौटे हैं। सूत्रों की मानें तो इनकी टेस्टिंग को लेकर ढिलाई बरती जा रही है, जिसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।

उत्तर भारत से लौटे सबसे ज्यादा लोग
पश्चिम रेलवे से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, 1 मई से 9 मई तक 1,53,082 लोग मुंबई लौटे हैं। इनमें 60 हजार से ज्यादा लोग राजस्थान से लौटे हैं। इसी तरह मध्य रेलवे के मुंबई डिविजन में 1 से 9 मई के बीच करीब 2 लाख यात्री मुंबई लौटे हैं। इनमें से 70% यात्री यूपी और बिहार से आए हैं। महाराष्ट्र में लॉकडाउन के बाद जब मजदूरों का पलायन हो रहा था, तब पश्चिम रेलवे ने भी यूपी और बिहार के लिए ट्रेनें चलाई थीं। पश्चिम रेलवे पर करीब 50 हजार लोग यूपी, बिहार और उत्तराखंड से मुंबई लौटे हैं।

गोरखपुर की ट्रेनें फुल
प्रवासियों के पलायन के दौरान सबसे ज्यादा ट्रेनें गोरखपुर के लिए चलाई गई थीं। रेलवे के अनुसार करीब 150 ट्रेनें गोरखपुर के लिए चलाई गईं। अब गोरखपुर से मुंबई लौटने वाली ट्रेनों की ऑक्यूपेंसी भी 90 प्रतिशत के ऊपर हो गई है। किसी भी जगह से मुंबई आने वाली ट्रेनों में से ये सबसे ज्यादा आंकड़ा है। मध्य रेलवे ने बताया कि 1 मई से 9 मई तक गोरखपुर से मुंबई लौटी सभी ट्रेनों की औसत ऑक्यूपेंसी 90% से ऊपर थी, यही स्थिति पश्चिम रेलवे पर भी है।

पश्चिम रेलवे पर ट्रेन क्रमांक 05067 में 1646 बर्थ थीं, इसके लिए 3113 सीटें बुक हुईं लेकिन वेटिंग होने के कारण 1473 सीटें रद्द हो गईं। इस ट्रेन की ऑक्यूपेंसी 99.33% थी। गोरखपुर से लौटने वाली ये केवल एक ट्रेन का उदाहरण है।

राजस्थान से भी आ रहे हैं लोग
यूपी, बिहार के अलावा मुंबई में बड़ी संख्या में लोग राजस्थान से लौट रहे हैं। राजस्थान से मुंबई आने वाली सभी ट्रेनों में अगले एक सप्ताह तक किसी न किसी श्रेणी में वेटिंग चल रही है। पश्चिम रेलवे के अनुसार, 1 मई से 9 मई तक 60,375 यात्री राजस्थान से आने वाली ट्रेनों से आए हैं। जोधपुर से मुंबई आने वाली सूर्यनगरी एक्सप्रेस में 1 मई से 9 मई तक कुल 13815 सीटों के लिए 26155 यात्रियों ने बुकिंग की, वेटिंग होने के कारण करीब 13 हजार सीटें रद्द हो गईं। इस ट्रेन की कुल ऑक्यूपेंसी 84.96% रही।

इस ट्रेन की ऑक्यूपेंसी 140%
हम यहां राजस्थान और यूपी, बिहार की ट्रेनों की बात कर रहे हैं लेकिन पंजाब से आने वाली पश्चिम एक्सप्रेस के आंकड़े सबसे ज्यादा चौकाने वाले हैं। इस ट्रेन की कुल 9 ट्रिप में यात्रियों की ऑक्यूपेंसी 140% रही। ट्रेन क्रमांक 02926 अमृतसर बांद्रा टर्मिनस में 9 दिनों तक कुल 16470 सीटों के लिए 29251 यात्रियों ने टिकट बुक की थी, लेकिन वेटिंग वाली रद्द हो गईं। ऑक्यूपेंसी के हिसाब से आंकड़ा 140% के आसपास रहा।

सांकेतिक तस्‍वीर

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