Narendra Modi: इतना प्रतिभा, टैलंट और कॉन्फिडेंस… शिक्षा समागम में पीएम मोदी ने सुनाई काशी के सरकारी स्‍कूल के बच्‍चों की कहानी

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Narendra Modi: इतना प्रतिभा, टैलंट और कॉन्फिडेंस… शिक्षा समागम में पीएम मोदी ने सुनाई काशी के सरकारी स्‍कूल के बच्‍चों की कहानी

Narendra Modi: इतना प्रतिभा, टैलंट और कॉन्फिडेंस… शिक्षा समागम में पीएम मोदी ने सुनाई काशी के सरकारी स्‍कूल के बच्‍चों की कहानी

वाराणसी: पीएम नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) वाराणसी (Varanasi News) दौरे पर हैं। वाराणसी के रुद्राक्ष सम्मेलन केंद्र में उन्होंने शिक्षा मंत्रालय के अखिल भारतीय शिक्षा समागम (Shiksha Samagam) का उद्घाटन किया। यहां अपने संबोधन में मोदी ने शिक्षाविदों से अपील की कि वे आने वाली पीढ़ी के बच्‍चों की मेधा के अनुरूप शिक्षा संस्‍थानों को तैयार करें। मोदी ने नई शिक्षा नीति पर भी चर्चा की।

वाराणसी के सरकारी के स्‍कूल के बच्‍चों से अपनी मुलाकात का जिक्र करते हुए मोदी बोले, ‘मैं अभी एक कार्यक्रम करके आ रहा हूं। यहां मध्याह्न भोजन के लिए सेंट्रलाइज्ड किचन का काम था। वहां मुझे मेरी काशी के सरकारी स्कूल के 10-12 साल के बच्चों के साथ गप्प गोष्ठी करने का अवसर मिला। वहां से मैं सीधे यहां आया हूं। मैं उनसे सुनकर आया हूं और आपको सुनाने आया हूं। मैं चाहूंगा कि मैं जब अगली बार आऊंगा तो जिस स्कूल के बच्चों से मिला हूं, उनके टीचर से मिलना चाहूंगा।’

बच्‍चों से प्रभावित हुए पीएम मोदी
इस मुलाकात का जिक्र करते हुए मोदी बोले, ‘आप कल्पना कर सकते हैं कि मेरे मन में ऐसा विचार क्यों आया? मेरे मन पर ऐसा प्रभाव पैदा हुआ इस 10-15 मिनट के दौरान.. जो उन बच्चों में प्रतिभा, टैलंट था ,जो कॉन्फिडेंस था, जो वैविध्यता थी, वह भी एक सरकारी स्कूल के सामान्य परिवार के बच्चों की। जो टैलंट वह बच्चे प्रस्तुत कर रहे थे, आपके परिवार में भी आपका पोता-नाती, अगर ऐसा टैलंट आपके सामने रखेगा, तो जब भी मेहमान घर में आएंगे, तो आप उसे आगे कर सुनाने को कहेंगे।’

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पूरे भाषण में नई पीढ़ी के इसी टैलंट और आत्‍मविश्‍वास को केंद्र में रखते हुए राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति पर चर्चा की। मोदी बोले, 29 जुलाई को राष्ट्रीय शिक्षा नीति को 2 साल पूरे होने वाले हैं। बड़े मंथन के बाद ये शिक्षा नीति बनाई गई है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति का इतनी विविधताओं से भरे देश में स्वागत हो, ये अपने आप में बहुत बड़ी सिद्धि है। हमने हर पल इस राष्ट्रीय शिक्षा नीति को जिंदा रखा है। मैं स्वयं इतने कम समय में कम से कम 25 सेमिनार में गया हूं और इसी विषय पर बोलता रहा हूं।

‘नई शिक्षा नीति को लागू करने की दिशा में ठोस कदम उठाए’
पीएम मोदी ने कहा, कस्तूरीरंगन जी भी इस रिपोर्ट को देने के बाद लगातार लोगों से इस विषय पर संवाद कर रहे हैं। इन 2 वर्षों में देश राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने की दिशा में कई ठोस कदम उठा चुका है।

पीएम मोदी बोले, ‘इस दौरान क्‍वॉलिटी और भविष्‍य की तैयारी जैसे जरूरी विषयों पर हुई वर्कशॉप ने भी बहुत मदद की है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लिए देश के एजुकेशन सेक्टर में एक बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर के पुनर्गठन पर भी काम हुआ है।

राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति में मातृभाषा को जगह
राष्ट्रीय शिक्षा नीति अब मातृभाषा में पढ़ाई के रास्ते खोल रही है। इसी क्रम में, संस्कृत जैसी प्राचीन भारतीय भाषाओं को भी आगे बढ़ाया जा रहा है। आज देश में बड़ी संख्या में नए कॉलेज खुल रहे हैं, नए विश्वविद्यालय खुल रहे हैं, नए IIT और IIM की स्थापना हो रही है।

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