क्या स्वदेशी का दावा करने वाली पतंजलि के प्रोडक्ट देश के बाहर भी बनते हैं ?

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क्या स्वदेशी का दावा करने वाली पतंजलि के प्रोडक्ट देश के बाहर भी बनते हैं ?
क्या स्वदेशी का दावा करने वाली पतंजलि के प्रोडक्ट देश के बाहर भी बनते हैं ?

क्या स्वदेशी का दावा करने वाली पतंजलि के प्रोडक्ट देश के बाहर भी बनते हैं ? ( Are Patanjali’s products claiming to be indigenous are made outside the country as well? )

वर्तमान समय में हमें कई तरह की स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ता है. जिसके लिए लोगों का भरोसा कुछ सालों में आयुर्वेदिक पद्दति पर बढ़ा है. आयुर्वेदिक दवाओं के ब्रांड की बात करें, तो इसमें पतंजलि का एक बड़ा नाम है. पतंजलि आयुर्वेद के प्रोड्क्ट स्वदेशी होते हैं ऐसा दावा किया जाता है. पतंजलि आयुर्वेद के प्रचार में स्वदेशी शब्द का भी बड़ा अहम योगदान रहा है. इसी कारण लोगों के मन में इससे संबंधित कई तरह के सवाल पैदा होते हैं. ऐसा ही एक सवाल जो आमतौर पर पूछा जाता है कि क्या स्वदेशी का दावा करने वाली पतंजलि के प्रोडक्ट देश के बाहर भी बनते हैं ? अगर आपके मन में भी ऐसा ही सवाल है , तो इस पोस्ट में इसी सवाल का जवाब जानते हैं.

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पतंजलि गाय की घी

पतंजलि के प्रोडक्ट देश के बाहर भी बनते हैं –

वैसे तो पतंजलि उत्पादों की मुख्य उत्पादन यूनिट हरिद्वार में है. लेकिन अगर इस सवाल की बात करें कि क्या पतंजलि के उत्पाद देश के बाहर भी बनते हैं, तो इसका जवाब होगा- हाँ. लेकिन यहां यह बात ध्यान देने की है कि जो उत्पाद हम भारत देश में खरीदते हैं, वो सभी भारत में ही निर्मित होते हैं तथा उनपर made in India लिखा हुआ होता है. लेकिन उदाहरण के तौर पर विदेशों में बिकने वाले उत्पाद की बात करें, तो अगर आप Amazon.co.uk यानि की Amazon की ब्रिटेन की साइट खोलकर देखते हैं तथा पतंजली का घी खोजते हैं, तो उसमें आपको जो पतंजलि का घी दिखाई देगा, उस पर Made in Britain लिखा हुआ दिखाई देगा. इसका अर्थ यह हुआ कि पतंजलि का घी जो विदेशों में बिकता है, वो ब्रिटेन में तैयार होता है. यहां फिर से आपको याद दिला दें कि भारत में बिकने वाले पतंजलि के उत्पाद भारत में निर्मित ही होते हैं.

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पतंजलि

पतंजलि आयुर्वेदिक लिमिटेड कंपनी की शुरूआत भारत के एक राज्य उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में की गई थी. इसके शुरू करने के उद्देश्य की बात करें, तो इसका मुख्य उद्देश्य स्वदेशी निर्मित शुद्ध और गुणवत्ता पूर्ण उत्पाद देश के लोगों को उपलब्ध कराना था. वर्ष 2006 में पतंजलि आयुर्वेद की स्थापना की गई थी. वर्तमान समय की बात करें, तो यह अनेंक खाद्य और आयुर्वेदिक औषधियों का उत्पादन करती है. भारत के पतंजलि आयुर्वेद ने एक मजबूत पकड़ बनाई है. धीरे धीरे विदेशों में भी अपने उत्पादों को फैलने की योजना पर भी काम किया जा रहा है. अगर इसकी शुरूआत की बात करें, तो शुरूआत में यह आयुर्वेदिक औषधियों का निर्माण करती थी. लेकिन धीरे धीरे खाद्य उत्पाद बनाना भी शुरू कर दिया है. इसके उत्पाद बाजार में आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं या फिर आप इनको Online भी घर मंगा सकते हैं.

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पतंजलि आयुर्वेद के प्रसार और प्रचार में बाबा रामदेव जी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. इसके साथ ही इन आयुर्वेदिक दवाओं के साथ साथ वे योग के माध्यम से भी लोगों को रोग से मुक्त कराने का दावा करते हैं. योग के बारे में जागरूकता फैलाने में उनका विशेष योगदान रहा है. उनके इस प्रयास के कारण लोगों का भरोसा उनपर बढ़ता गया. योग का भी विदेशों में पतंजलि के उत्पादों को पहुँचाने में विशेष योगदान रहा है. इसके अलावा अगर भारत में प्रचार की बात करें, तो स्वदेशी के नारे ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

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