Pavitra Rishta 2: अंकिता लोखंडे ने कहा- मुझे टाइटल सॉन्ग से दर्द होता है, क्योंकि वो मेरे रूह में बसा है

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Pavitra Rishta 2: अंकिता लोखंडे ने कहा- मुझे टाइटल सॉन्ग से दर्द होता है, क्योंकि वो मेरे रूह में बसा है

ऐक्ट्रेस अंकिता लोखंडे (Ankita lokhande) और दिवंगत ऐक्टर सुशांत सिंह राजपूत (sushant singh rajput) ने 12 साल पहले टीवी शो पवित्र रिश्ता (Pavitra Rishta) के अर्चना-मानव के रूप में दर्शकों का दिल जीता था। अब यह शो (Pavitra Rishta 2) एक नए अंदाज में जी फाइव पर दोबारा आ रहा है। हालांकि, इसमें अंकिता जहां एक बार फिर अर्चना के रूप में स्क्रीन पर होंगी, वहीं मानव के रूप में दर्शक सुशांत की जगह शहीर शेख को देखेंगे। ऐसे में सुशांत के फैंस अब भी इस बदलाव के लिए तैयार नहीं हैं। लेकिन अंकिता के मुताबिक, शो में सुशांत की जगह न कोई ले सकता है, न ले रहा है। शो में शहीर ने सुशांत की नहीं, मानव की जगह ली है।


सुशांत को कोई रिप्लेस नहीं कर सकता
जब फैंस मानव के रूप में सुशांत की यादों को भुला नहीं पा रहे, ऐसे में कभी उनकी पूर्व गर्लफ्रेंड रहीं अंकिता के लिए तो उन यादों को दोबारा जीना और भी मुश्किल रहा होगा? यह पूछने पर वह कहती हैं, ‘मेरा मानना है कि कभी भी चीजों से भागना नहीं चाहिए। उसका सामना करना चाहिए और अपनी जिंदगी में मैं वही करती हूं। यह शो और अर्चना का किरदार मेरी अंतरात्मा से जुड़ा हुआ है। मैं मानती हूं कि पुरानी चीजें याद आती हैं। जब आप देखते हैं, तो भावुक होते हैं। आप तो ऑडियंस के तौर पर ये फीलिंग्स बता सकते हैं, पर एक सिलेब्रिटी होने के नाते मैं बता भी नहीं सकती कि मैं क्या फील करती हूं उस चीज को लेकर, लेकिन बतौर ऐक्टर मेरा जॉब है परफॉर्म करना। अगर भगवान ने मुझे ये मौका दिया है, तो मैं पूरे दिल से इसे करना चाहूंगी। फिर, सुशांत को कोई रिप्लेस नहीं कर सकता, पर मानव को तो कर ही सकता है। हितेन तेजवानी ने भी मानव का किरदार किया ही था बाद में, तो हम किरदार निभा रहे हैं। किसी इंसान को नहीं रिप्लेस कर रहे हैं।’


मुझे टाइटल सॉन्ग से दर्द होता है
उन्होंने आगे कहा, ‘ मुझे लगता है कि जो सुशांत और मेरी केमिस्ट्री थी, वही केमिस्ट्री यहां आपको मेरी और शहीर की दिखेगी। आप अगर ये सोचकर देखेंगे कि काश सुशांत होता, फिर तो तकलीफ सबको ही होनी है। बिल्कुल, जब मैं पवित्र रिश्ता के सेट पर गई, तो मेरे को बाकी चीजों से इतना फर्क नहीं पड़ता है, जितना मुझे टाइटल सॉन्ग से दर्द होता है, क्योंकि वो मेरे रूह-रूह में बसा हुआ है। मुझे उससे बहुत ज्यादा प्रॉब्लम होती है, पर मेरा मानना है कि दर्द को आप जितना फेस करो, आप उतने ही मजबूत बनते हैं। मैंने जिंदगी में यही सीखा है। साथ ही मैं कहना चाहूंगी कि मुझे शहीर में भी मानव दिखते हैं। इस रोल में वह परफेक्ट लगते हैं।’

ओटीटी पर जरूरी हैं फैमिली शोज
बहुत से लोगों का ये मानना है कि ऐसे यादगार शोज को दोबारा नहीं छेड़ना चाहिए? साथ ही कलाकार के रूप में एक किरदार पांच साल निभाने के बाद अंकिता फिर उसे क्यों जीना चाहती थीं? इन सवालों पर उनका कहना है, ‘इस शो से मैं इतना प्यार करती हूं और दिल से प्यार करती हूं कि मैं चाहती ही नहीं थी कि ये शो कभी बंद हो। अगर फिल्मों के भी ऑफर हों और पवित्र रिश्ता का कोई सीजन करना हो, तो मैं पवित्र रिश्ता को चुनूंगी, क्योंकि जिस जड़ से आप ऊपर उठते हो, उसे कभी छोड़ना नहीं चाहिए। मैंने जिंदगी में जो भी किया है अब तक, जो भी मेरी उपलब्धियां हैं, वो सिर्फ इस शो की वजह से है। रही बात ओटीटी पर इसे दोबारा लाने की, तो मुझे लगता है कि मानव और अर्चना जैसे किरदार आजकल की जिंदगी में बहुत कम हैं। जबकि आपको कभी-कभी अच्छाई दिखाना जरूरी है। सिर्फ क्राइम बेस्ड शो, मर्डर हो रहा है, चोरी हो रही है, ये कितना देखेंगे। इसलिए डिजिटल पर फैमिली शो आना बहुत जरूरी था, क्योंकि डिजिटल पर प्यार के नाम पर कुछ है ही नहीं, जबकि ये ऐसी कहानी है, जो पूरा परिवार साथ में बैठकर देख सकता है।’

बोल्डनेस के नाम पर सेक्स दिखाना गलत
ओटीटी पर डार्क और बोल्ड शोज की भरमार पर अंकिता आगे कहती हैं, ‘देखो, एक ऐक्टर के तौर पर मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है। अगर डिमांड है, तो वो तो बिकेगा न। फिर हम अडवांस हो गए हैं यार। हम ये सब चीजें देखते हैं, इसलिए हमें ये सब रियल लगती हैं। अब आप बोल्ड के नाम पर अगर सेक्स शो बना रहे हैं, सेक्स दिखा रहे, तो वो गलत है, लेकिन अगर सीन में किस की डिमांड है, तो वो एक सीन ही है न, वह एक फीलिंग है। वह भी एक अलग टाइप का सिनेमा है। उसे भी लोग पसंद करते हैं। रोमांस, क्राइम, थ्रिलर हर तरह के सिनेमा की अपनी जगह है, तो मुझे इससे दिक्कत नहीं है कि डार्क सिनेमा बन रहा है।’





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