Prashant Kishore: क्या प्रशांत किशोर को राज्यसभा भेजेगी टीएमसी? भवानीपुर सीट से PK के वोटर बनने के मायने क्या
हाइलाइट्स
- बक्सर के प्रशांत किशोर बंगाल की भवानीपुर सीट पर मतदाता बने
- सवाल उठ रहे कि क्या टीएमसी पीके को राज्यसभा भेजने वाली है?
- उपचुनाव में ममता बनर्जी भवानीपुर सीट से ही उम्मीदवार हैं
नई दिल्ली
चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर यानी पीके का नाम पश्चिम बंगाल की मतदाता सूची में शामिल किया गया है। चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, प्रशांत किशोर 159-भवानीपुर से मतदाता है। दिलचस्प बात यह है कि भवानीपुर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की पारंपरिक सीट भी है और वह यहां से उपचुनाव भी लड़ रही हैं। ममता की सीट पर प्रशांत किशोर के मतदाता के तौर पर शामिल होने की वजह सियासी गलियारों में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।
बीजेपी नेता ने शेयर की वोटर लिस्ट की फोटो
पश्चिम बंगाल बीजेपी मीडिया प्रकोष्ठ के प्रभारी सप्तर्षि चौधरी ने वोटर लिस्ट की फोटो ट्वीट की है। उन्होंने यह ट्वीट बंगाली में किया है जिसमें लिखा है, ‘आखिरकार प्रशांत किशोर भवानीपुर के मतदाता बन गए। क्या बंगाल की बेटी अब बहिरगातो (बाहरी) मतदाता के पक्ष में है या नहीं।’ टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष को टैग करते हुए उन्होंने लिखा- प्रदेश की जनता जानना चाहती है।
क्या प्रशांत किशोर का राज्यसभा भेजेगी टीएमसी?
रणनीतिकार प्रशांत किशोर के भवानीपुर से मतदाता बनने पर अब तमाम तरह कि अटकलें लग रही हैं। सियासी गलियारों में सवाल उठ रहे हैं कि क्या अब तृणमूल कांग्रेस प्रशांत किशोर को पश्चिम बंगाल की भवानीपुर से राज्यसभा में भेजने की तैयारी कर रही है? यह सवाल इसलिए भी उठ रहा है क्योंकि प्रशांत किशोर तृणमूल कांग्रेस के सलाहकार भी रहे हैं। हालांकि इस पर अभी तक टीएमसी ने स्पष्ट तौर पर कुछ कहा नहीं है।
टीएमसी नेता के इस बयान से लग रहीं अटकलें
टीएमसी के नेता सौगत रॉय ने कहा कि अगर कोई राज्यसभा चुनाव में हिस्सा लेना चाहता है तो जरुरी है कि वो उस राज्य का वोटर हो। सौगत रॉय ने कहा, ‘मैं देखता हूं कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है। वह एक भारतीय नागरिक हैं और किसी भी राज्य के वोटर बन सकते हैं। दूसरी बात यह है कि अगर कोई राज्यसभा का चुनाव लड़ना चाहता है तो जरुरी है कि वो उस राज्य का वोटर हो। मैं उनकी योजना के बारे में नहीं जानता।’
कांग्रेस में शामिल होने की भी थी चर्चा
प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की भी चर्चा चल रही थी। हालांकि बताया जा रहा है कि इस पर अंतिम फैसला पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी और उन्होंने इस मुद्दे पर कई वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा भी की है। सूत्रों ने कहा कि इनमें से कुछ नेताओं ने पार्टी में उनके शामिल होने पर आपत्ति जताई है, जबकि अन्य ने इसका समर्थन किया है क्योंकि उन्हें लगता है कि वह पार्टी के लिए लाभकारी होंगे।
आपको बता दें कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर बिहार के बक्सर जिले के रहने वाले हैं। अब पश्चिम बंगाल की भवानीपुर विधानसभा में उनका नाम एक वोटर के तौर पर दर्ज होने के बाद बीजेपी ने सवाल उठाया कि चुनाव आयोग को इस बात की जांच करनी चाहिए कि क्या उनका नाम बिहार की लिस्ट से हट गया है? गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में 30 सितंबर को होने वाले उपचुनाव में सीएम ममता बनर्जी भवानीपुर सीट से ही उम्मीदवार हैं।
हाइलाइट्स
- बक्सर के प्रशांत किशोर बंगाल की भवानीपुर सीट पर मतदाता बने
- सवाल उठ रहे कि क्या टीएमसी पीके को राज्यसभा भेजने वाली है?
- उपचुनाव में ममता बनर्जी भवानीपुर सीट से ही उम्मीदवार हैं
चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर यानी पीके का नाम पश्चिम बंगाल की मतदाता सूची में शामिल किया गया है। चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, प्रशांत किशोर 159-भवानीपुर से मतदाता है। दिलचस्प बात यह है कि भवानीपुर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की पारंपरिक सीट भी है और वह यहां से उपचुनाव भी लड़ रही हैं। ममता की सीट पर प्रशांत किशोर के मतदाता के तौर पर शामिल होने की वजह सियासी गलियारों में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।
बीजेपी नेता ने शेयर की वोटर लिस्ट की फोटो
पश्चिम बंगाल बीजेपी मीडिया प्रकोष्ठ के प्रभारी सप्तर्षि चौधरी ने वोटर लिस्ट की फोटो ट्वीट की है। उन्होंने यह ट्वीट बंगाली में किया है जिसमें लिखा है, ‘आखिरकार प्रशांत किशोर भवानीपुर के मतदाता बन गए। क्या बंगाल की बेटी अब बहिरगातो (बाहरी) मतदाता के पक्ष में है या नहीं।’ टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष को टैग करते हुए उन्होंने लिखा- प्रदेश की जनता जानना चाहती है।
क्या प्रशांत किशोर का राज्यसभा भेजेगी टीएमसी?
रणनीतिकार प्रशांत किशोर के भवानीपुर से मतदाता बनने पर अब तमाम तरह कि अटकलें लग रही हैं। सियासी गलियारों में सवाल उठ रहे हैं कि क्या अब तृणमूल कांग्रेस प्रशांत किशोर को पश्चिम बंगाल की भवानीपुर से राज्यसभा में भेजने की तैयारी कर रही है? यह सवाल इसलिए भी उठ रहा है क्योंकि प्रशांत किशोर तृणमूल कांग्रेस के सलाहकार भी रहे हैं। हालांकि इस पर अभी तक टीएमसी ने स्पष्ट तौर पर कुछ कहा नहीं है।
टीएमसी नेता के इस बयान से लग रहीं अटकलें
टीएमसी के नेता सौगत रॉय ने कहा कि अगर कोई राज्यसभा चुनाव में हिस्सा लेना चाहता है तो जरुरी है कि वो उस राज्य का वोटर हो। सौगत रॉय ने कहा, ‘मैं देखता हूं कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है। वह एक भारतीय नागरिक हैं और किसी भी राज्य के वोटर बन सकते हैं। दूसरी बात यह है कि अगर कोई राज्यसभा का चुनाव लड़ना चाहता है तो जरुरी है कि वो उस राज्य का वोटर हो। मैं उनकी योजना के बारे में नहीं जानता।’
कांग्रेस में शामिल होने की भी थी चर्चा
प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की भी चर्चा चल रही थी। हालांकि बताया जा रहा है कि इस पर अंतिम फैसला पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी और उन्होंने इस मुद्दे पर कई वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा भी की है। सूत्रों ने कहा कि इनमें से कुछ नेताओं ने पार्टी में उनके शामिल होने पर आपत्ति जताई है, जबकि अन्य ने इसका समर्थन किया है क्योंकि उन्हें लगता है कि वह पार्टी के लिए लाभकारी होंगे।
आपको बता दें कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर बिहार के बक्सर जिले के रहने वाले हैं। अब पश्चिम बंगाल की भवानीपुर विधानसभा में उनका नाम एक वोटर के तौर पर दर्ज होने के बाद बीजेपी ने सवाल उठाया कि चुनाव आयोग को इस बात की जांच करनी चाहिए कि क्या उनका नाम बिहार की लिस्ट से हट गया है? गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में 30 सितंबर को होने वाले उपचुनाव में सीएम ममता बनर्जी भवानीपुर सीट से ही उम्मीदवार हैं।