Price Hike: गारमेंट से लेकर फ्रिज-टीवी तक सब होने वाले हैं 8-10 फीसदी महंगे, जानिए क्या है वजह?

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Price Hike: गारमेंट से लेकर फ्रिज-टीवी तक सब होने वाले हैं 8-10 फीसदी महंगे, जानिए क्या है वजह?

नई दिल्ली
Costing: आने वाले समय में गारमेंट, इलेक्ट्रॉनिक्स, लिकर और कॉस्मेटिक्स बनाने वाली कंपनियां अपने प्रोडक्ट के भाव में आठ-दस फ़ीसदी की वृद्धि कर सकती हैं। कंपनियों का कहना है कि कच्चे माल के बढ़ते भाव और सप्लाई चेन की लागत में इजाफा होने की वजह से इस तरह की कई चीजों के भाव बढ़ने वाले हैं। उन्हें हालांकि यह लगता है कि भाव बढ़ने से इन प्रोडक्ट की डिमांड पर असर पड़ सकता है।

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नए साल में बढ़ेंगे भाव

ग्रॉसरी से लेकर पर्सनल केयर पैकेज्ड फूड और डाइनिंग सर्विसेज देने वाली कंपनियां पिछले कुछ दिनों में कीमत बढ़ा चुकी है। नए साल में कंपनियां फिर से एक प्रोडक्ट की कीमत बढ़ाने पर विचार कर सकती हैं। वास्तव में कीमत से जुड़ी चुनौती उस समय सामने आ रही है जब तक तकरीबन हर सेगमेंट के रिटेलर कोरोना संक्रमण से पहले की अवधि की बिक्री का रिकॉर्ड तोड़ चुके हैं। फेस्टिव सीजन के बाद भारत में प्रोडक्ट एवं सर्विसेस की बिक्री तेज हुई है और इसके अगले कुछ दिनों तक तेज रहने की ही उम्मीद बन रही है।

थोक महंगाई दर का असर

आदित्य बिरला फैशन एंड रिटेल के मैनेजिंग डायरेक्टर आशीष दीक्षित ने विश्लेषकों से कहा, “जब ऑर्गेनिक और मटेरियल के हिसाब से महंगाई आप पर असर डालती है तो कंपनियों के पास कीमत बढ़ाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता।” कारोबार के लागत में वृद्धि के संकेतक के रूप में होलसेल इन्फ्लेशन करीब 6 महीने से 2 अंकों में दर्ज किया जा रहा है। पिछले कुछ महीनों में हालांकि खुदरा महंगाई की दर कम हुई है, लेकिन थोक महंगाई की दर में इजाफा होने की वजह से कंपनियों की लागत बढ़ी है।

ईंधन के बढ़ते खर्च से दिक्कत
लाइफ़स्टाइल इंटरनेशनल के सीईओ देव रंजन नायर ने कहा, “कच्चे माल के भाव में जिस तरह की वृद्धि दर्ज की जा रही है ऐसा अब तक कभी नहीं हुआ। तकरीबन हर महीने कच्चे माल के भाव बढ़ रहे हैं। इस वजह से प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनियों के सामने कीमत बढ़ाने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है।” उन्होंने कहा कि हमने पहले कच्चे माल के बढ़ते भाव को कबूल खुद उठाने की कोशिश की लेकिन अब संतुलन बनाने के लिए प्रोडक्ट के भाव में इजाफा करना जरूरी हो गया है। ईंधन और माल भाड़े के बढ़ते खर्च की वजह से भी कंपनियां कीमत बढ़ाने जा रही हैं।

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