Punjab CM Channi: 16 को पंजाब CM चरणजीत सिंह चन्नी का UP दौरा, रविदास जयंती पर वाराणसी से दलित वोटरों को साधेंगे

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Punjab CM Channi: 16 को पंजाब CM चरणजीत सिंह चन्नी का UP दौरा, रविदास जयंती पर वाराणसी से दलित वोटरों को साधेंगे

अभिषेक कुमार झा, वाराणसी: पंजाब की सियासत में संत रविदास के अनुयायियों की अच्छी-खासी संख्या है। संत शिरोमणि रविदास की जयंती पर पंजाब और हरियाणा से लाखों की संख्या में श्रद्धालु काशी के सीर गोवर्धनपुर स्थित संत रविदास जयंती पर शीश नवाने आते हैं।

पंजाब की सियासत में संत रविदास को मानने वाले श्रद्धालुओं की इस मंदिर में गहरी आस्था है। पंजाब-हरियाणा और पश्चिमी यूपी की सियासत में संदेश देने के लिए यहां राजनेताओं का जमावड़ा लगा रहता है। हर बार की तरह इस बार भी मंदिर प्रबंधन ने तमाम राजनेताओं को रविदास जयंती पर आने का आमंत्रण दिया है। यूपी चुनाव के साथ-साथ पंजाब में भी चुनाव है। ऐसे में पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी 16 फरवरी को वाराणसी आ रहे हैं। ये उनका पहला दौरा होगा।

पहली बार आएंगे पंजाब के सीएम चन्नी
पंजाब में अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू की आपसी लड़ाई में चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का सीएम बनाया गया। खुद एक दलित समुदाय से आने वाले चन्नी के ऊपर पंजाब चुनाव में जीत दिलाने की बड़ी जिम्मेदारी दी है। पंजाब में दलितों की बड़ी भूमिका सरकार बनाने में रहती है। खास कर दोआबा के क्षेत्र में। पंजाब के दलितों में संत रविदास के प्रति गहरी आस्था है और देश-दुनिया में फैले रैदासियों का जमावड़ा रविदास जयंती पर काशी में आता है।

सीर गोवर्धनपुर का ये क्षेत्र रविदास जयंती पर मिनी पंजाब में तब्दील हो जाता है। मंदिर प्रबंधन के मैनेजर रणवीर ने बताया कि हर साल की तरह पीएम नरेंद्र मोदी, पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, अखिलेश यादव, मायावती, प्रियंका गांधी, अरविंद केजरीवाल समेत कई बड़े राजनेताओं को आमंत्रण भेज गया है। पंजाब के सीएम की आने की संभावना है। उन्होंने आमंत्रण को स्वीकार कर लिया है, लेकिन अभी तक आधिकारिक रूप से उनका प्रोटोकॉल उनके कार्यालय से नहीं मिला है।

जयंती की वजह से पंजाब में वोटिंग की तारीख बदली गई
पीएम नरेंद्र मोदी भी यहां दो बार आकर शीश नवा चुके हैं। पीएम मोदी ने यहां पर लंगर भी खाया था। संत रविदास जयंती की वजह से ही पंजाब में चुनाव की तारीख बदली गई है। पहले चुनाव आयोग ने 14 फरवरी की तारिख घोषित की थी, लेकिन पंजाब से बड़ी संख्या में श्रद्धालु जयंती पर वाराणसी आते हैं। ऐसे में पंजाब के बड़ी संख्या में रैदासियों को वोट देने से वंचित होना पड़ता। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस, भाजपा समेत सभी दलों ने चुनाव आयोग से तारीख आगे बढ़ाने की गुहार लगाई थी। चुनाव आयोग ने तारीख को आगे बढ़ा कर पंजाब में वोटिंग की तारीख 20 फरवरी को तय की। संत रविदास की जन्मस्थली पर पंजाब और हरियाणा के दलित समुदाय को सन्देश देने के लिए मायावती, अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल, योगी आदित्यनाथ, चंद्रशेखर रावण समेत कई राजनेता यहां आते रहे हैं।



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