इस वजह से बीएसपी प्रमुख मायावती नहीं जाएँगी राज्यसभा

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बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने राजद के एक बड़े प्रस्ताव को ठुकरा दिया है. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने उन्हें एक अच्छा ऑफर दिया था, लेकिन अपने पुराने अनुभावों की वजह से उन्होंने साफतौर मना कर दिया. खबर है कि लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने बसपा सुप्रीमो मायावती को राज्यसभा सांसद बनने का प्रस्ताव दिया था.

Rajyasabha -
माया ने क्यूँ ठुकराया प्रस्ताव

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव शुक्रवार को पटना में रविदास जयंती के मौके पर पार्टी को नेताओं को संबोधित कर रहे थे. इस मौके पर उन्होंने पार्टी के उज्जवल भविष्य के लिए कई सुझाव दिए. तेजस्वी यादव ने बताया कि जैसे ही राज्यसभा चुनाव की सुचना जारी हुई उन्होंने मायावती को फ़ोन किया और चुनाव लड़ने का आग्रह किया. उन्होंने अपने इस फैसले के पीछे अपने पिता को ज़िम्मेदार ठहराया. तेजस्वी ने कहा उनके पिता राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव चाहते हैं कि बिहार की राज्यसभा सीट से वे बहनजी (मायावती) को अपनी पार्टी के समर्थन से भेजे और वो ये चुनाव जीते.
तेजस्वी ने बताया कि उनके इस प्रस्ताव पर मायावती ने असहमति जतायी. बसपा सुप्रीमो ने साफ़ शब्दों में कह दिया कि “जब तक सदन में भारतीय जनता पार्टी का बहुमत रहेगा और पार्टी सत्ता में रहेगी तब तक मैं राज्यसभा में कदम नहीं रखुंगी.”
तेजस्वी यादव की इस पूरी बात से ये साफ़ हो गया है कि बिहार से राष्ट्रीय जनता दल कि तरफ से अब सिर्फ 2 ही सदस्य राज्यसभा जायेंगे. ये बात भी साफ़ है कि राष्ट्रीय जनता दल, बहुजन समाज पार्टी के साथ दोस्ती बनाये रखेंगे क्यूंकि बिहार के कुछ जिलो में दलितों पर बहुजन समाज पार्टी का अच्छा खासा प्रभाव है.
गौरतलब है कि बहुजन समाज पार्टी के पास अभी इतने विधायक नहीं है कि पार्टी सुप्रीमो मायावती खुद अपने दम पर राज्यसभा संसद बने.
कहा अगर उनको बोलने की इज़ाज़त नहीं दी गई तो वो अपने पद से इस्तीफा दे देगी और उन्होंने ये बोलके सदन से वॉकआउट