संसद में हुई राम मंदिर ट्रस्ट की घोषणा

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संसद में हुई राम मंदिर ट्रस्ट की घोषणा

अयोध्या राम मंदिर केस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने फ़ैसला सुनाते हुए केंद्र सरकार को मंदिर निर्माण के लिए तीन महीने का समय दिया था. इसकी तारीख नौ फरवरी को ख़त्म होने वाली थी.

राम मंदिर ट्रस्ट मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने आज संसद में कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को ध्यान में रखते हुए भाजपा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार श्रीराम जन्मस्थली पर भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण के लिए और इससे संबंधित अन्य विषयों के लिए एक योजना तैयार की है.

प्रधानमंत्री ने कहा की सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुसार एक ट्रस्ट ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ के गठन का प्रस्ताव पारित किया गया है. ये ट्रस्ट अयोध्या में भगवान श्रीराम की जन्मस्थली पर भव्य और दिव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण और उससे संबंधित विषयों पर निर्णय लेने के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होगा.”

संसद में प्रधानमंत्री मोदी के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में 15 ट्रस्टी होंगे जिसमें से एक ट्रस्टी हमेशा दलित समाज से रहेगा।उन्होंने आगे कहा की सामाजिक सौहार्द को मजबूत करने वाले ऐसे अभूतपूर्व निर्णय के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अनेक अनेक बधाई देता हूँ.

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बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पाँच जजों की संविधान पीठ ने 40 दिनों की सुनवाई के बाद पिछले साल नौ नवंबर को सर्वसम्मति से फ़ैसला सुनाया था.

वहीं इस फैसले के बाद विवादित स्थल पर पूजा के अधिकार को मंज़ूरी और मस्जिद के लिए पांच एकड़ ज़मीन देने के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर निर्माण के लिए रास्ता तैयार कर दिया था.