केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मार्क ज़ुकरबर्ग को डांटा और चुनाव में नेताओं को फेसबुक इस्तेमाल करने की ताकीद की

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केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद के फेसबुक को भारत की चुनावी प्रक्रिया में किसी तरह की गड़बड़ी करने की सूरत में अंजाम भुगतने की चेतावनी देने के बाद बीजेपी की संसदीय दल की बैठक में सांसदों से इसका खूब इस्तेमाल करने को कहा गया.

सांसदों का सोशल मीडिया स्टेटस

इंडियन एक्सप्रेस की पत्रकार लिज मैथ्यू ने अखबार में छपी एक खबर को ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी. खबर में कहा गया है कि केंद्रीय कानून मंत्री ने भले ही फेसबुक के सीईओ मार्क ज़ुकरबर्ग को देश की चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने पर समन भेजने की बात कही हो, लेकिन सत्तारूढ़ बीजेपी चाहती है कि उसके सांसद सरकार और उसकी पहल के बारे में अच्छी बातें फैलाने के लिए फेसबुक अकाउंट का इस्तेमाल करें.

शुक्रवार को बीजेपी मुख्यालय पर हुई पार्टी की संसदीय दल की बैठक में सांसदों को सोशल मीडिया, खासकर फेसबुक की अहमियत के बारे में बताया गया जिसके ज़रिये वे अपनी पहुंच से परे जाकर कार्यक्रम और चुनावी कैंपेन कर सकते हैं. बैठक में पता चला कि बीजेपी के केवल 229 सांसद ही फेसबुक का असरदार तरीके से इस्तेमाल कर रहे हैं. 43 सांसदों के पास फेसबुक अकाउंट ही नहीं हैं और 77 के फेसबुक अकाउंट वेरीफाइड नहीं हैं. सभी सांसदों से ज़्यादा उत्साह के साथ फेसबुक का ज़रूरी इस्तेमाल करने के लिए कहा गया.

ये है पूरा मामला

बता दें कि बुधवार 21 मार्च को कैम्ब्रिज एनालिटिका और फेसबुक बिग डेटा लीक का मामला सामने आने के बाद अमेरिका, यूरोप और भारत समेत पूरे विश्व में हड़कंप मच गया था. अमेरिका के बाद भारत में फेसबुक के सबसे ज्यादा यूजज़र माने जाते हैं. भारत में फेसबुक यूज़रों की संख्या 20 करोड़ के आसपास बताई जाती है. हाल ही में मीडिया रिपोर्ट्स में यह बात सामने आई है कि सूचनाओं के आधार पर आकलन करने के क्षेत्र में दुनिया की बेहतरीन कंपनियों में मानी जाते वाली ब्रिटेन की कैम्ब्रिज एनालिटिका नाम की कंपनी ने फेसबुक के पांच करोड़ ग्राहकों के डेटा से ली गई जानकारी का इस्तेमाल अमेरिकी चुनाव में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को जिताने के लिए किया था.

Ravishankar prasad -

क़ानून की धमकी

इन खबरों के आने के बाद अमेरिकी ग्राहकों के हितों की रक्षा करने वाली एजेंसी फेडरल ट्रेड कमीशन (एफटीसी) ने फेसबुक के खिलाफ जांच शुरु कर दी तो ब्रिटेन और यूरोपीय कमीशन में भी फेसबुक के खिलाफ जांच शुरु हो गई. वहीं भारत में भी इस खबर के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने फेसबुक को सख्त चेतावनी दी थी. रविशंकर प्रसाद ने कहा था- ”मैं यह बात स्पष्ट करता हूं कि भारत सरकार प्रेस की स्वतंत्रता, फेसबुक जैसी सोशल साइट्स पर विचारों और भावनाओं के आदान-प्रदान का समर्थन करती है. लेकिन अगर भारत की चुनावी प्रक्रिया को किसी गड़बड़ तरीके से प्रभावित करने की कोशिश होती है तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अगर ज़रुरी हुआ तो कठोरतम कार्रवाई की जाएगी. भारत में आइटी कानून के तहत तमाम ऐसे प्रावधान है जिनका इस्तेमाल किया जा सकता है. हम फेसबुक के सीईओ मार्क ज़ुकरबर्ग को पूछताछ के लिए भारत भी बुला सकते हैं.”

पीएम के चुनाव की बात

द प्रिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों से कहा कि वे सोशल मीडिया पर अपने कम से कम तीन लाख फॉलोअर बनाएं. अगर वे ऐसा नहीं करते तो अगले साल लोकसभा चुनाव में उनके टिकट पर संकट आ सकता है. मोदी ने सांसदों को यह भी चेतावनी दी कि फॉलोअर्स फर्जी नहीं होने चाहिए. सूत्रों के मुताबिक, पार्टी मुख्यालय में हुई इस बैठक में पीएम ने सांसदों को जरूरी निर्देशों की एक सूची दी, जिसमें सबसे ऊपर सोशल मीडिया का इस्तेमाल था. सांसदों को नरेंद्र मोदी ऐप पर एक प्रेजेंटेशन भी दिया गया. रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम ने सांसदों को कहा कि वे 5000 से ज़्यादा आबादी वाली मलिन बस्तयों में जाकर ठहरें. अपने संसदीय इलाकों में सभी मलिन बस्तियों को कवर करने के लिए पीएम ने उन्हें चार महीने का वक्त दिया.