विधाता की जीवन-मरण की पुस्तक में हर प्राणी के जीवन की आयु निर्धारित की गई है। कुछ लोग इस अमूल्य जीवन में अपने करिश्माई व्यक्तित्व के बल पर उपलब्धियों की नदी में डुबकी लगाते हैं और अपने जीवन के अंत को धन्य प्रवाह में विसर्जित करते हैं। जिंदगी के महत्व को समझते हुए हर शख्स को नीचे बताई गई 10 फिल्में जरूर देखनी चाहिए।
1- लक्ष्य- जिंदगी में एक वक्त ऐसा भी आता है जब इंसान को अपनी जिन्दगी में कोई लक्ष्य नहीं दिखता। चमत्कार एक दिन में नहीं होते हैं। जैसी जिन्दगी आप जी रहे हैं उसे छोड़कर दूसरी जिन्दगी जीना ‘लक्ष्य’ फिल्म सिखाती है।
2- जिन्दगी ना मिलेगी दोबारा- 25 साल वह उम्र होती है जब आप अपने जीवन का एक चौथाई हिस्सा पूरा कर लेते हैं। जीवन में कुछ भी चीज और कोई भी प्लानिंग परमानेंट नहीं होती है। ‘जिन्दगी ना मिलेगी दोबारा’ हमें जिन्दगी जीने का सही मतलब सिखाती है।
3- दिल चाहता है- इंसान को जिन्दगी के तमाम वर्ष बढ़ने का डर लगा रहता है और सोचता है कि जहां वह है, वहीं उसे रहना चाहिए। मगर बढ़ती हुई जिन्दगी की सच्चाई सबको स्वीकार करनी चाहिए। यही सीख ‘दिल चाहता है’ फिल्म देती है।
4- थ्री इडियट्स- यह फिल्म समाज में फैली में ज्यादा नंबर वाली मानसिकता का भ्रम तोड़ती है। यह फिल्म सीख देती है कि शिक्षा व्यवस्था सिर्फ नंबर या परसेंटेज पर निर्भर नहीं होना चाहिए।
5- रंग दे बसंती- 20 साल की उम्र बहुत ही युवा होती है। देश में व्याप्त में तमाम तरह के मुद्दों पर यह फिल्म युवाओं का जोर दिखाती है।
6- भाग मिल्खा भाग- लाखों लोगों को प्रेरित करने वाली यह फिल्म हर किसी को देखनी चाहिए। यह कहानी एक युवा नौजवान की एक लक्ष्य के प्रति सच्ची गाथा है।
7- रॉकस्टार- सिंगर बनने की चाहत रखने वाले तमाम लोगों को यह फिल्म जरूर देखनी चाहिए। यह फिल्म एक सिंगर के संघर्ष को दिखाती है।
8- वेक अप सिद- इस फिल्म की कहानी का जोर अपने टैलेंट को खोजकर उसकी तरफ बढ़ने का होता है। यह दिखाती है कि इंसान को अपनी तरह से जिन्दगी जीनी चाहिए।
9- क्वीन- जब व्यक्ति कामयाबी के शिखर पर होता है तो उसे कोई चिंता नहीं रहती। मगर जब नाकाम हो जाते हैं तो इंसान की हिम्मत टूटने लगती है। उस दौरान हर किसी ‘क्वीन’ फिल्म से सीख लेनी चाहिए।
10- इकबाल- खुद को कमजोर महसूस करना जिंदगी में सबसे बड़ी कमजोरी होती है और खुद की कमजोरी पर विजय हासिल करना सबसे बड़ी कामयाबी होती है। यह फिल्म यही सिखाती है।