Snowfall In Delhi: दिल्ली में बर्फ नहीं गिर सकती, जानिए क्यों गलत है यह थ्योरी

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Snowfall In Delhi: दिल्ली में बर्फ नहीं गिर सकती, जानिए क्यों गलत है यह थ्योरी

Snowfall In Delhi: दिल्ली में बर्फ नहीं गिर सकती, जानिए क्यों गलत है यह थ्योरी

नई दिल्ली: कड़ाके की ठंड और घने कोहरे का सितम झेल रहे दिल्लीवाले बीते 24 घंटे से इस गफलत में हैं कि दिल्ली में बर्फबारी होने वाली है। दरअसल इन दिनों सोशल मीडिया पर एक प्राइवेट वेदर एक्सपर्ट का ट्वीट वायरल है। जिसमें प्राइवेट वेदर एक्सपर्ट नवदीप दहिया ने बताया है कि दिल्ली का न्यूनतम तापमान 15 से 19 जनवरी के बीच 5 से माइनस 1 डिग्री तक जा सकता है। वहीं, राजस्थान के इलाकों में यह 3 से माइनस 4 तक जा सकता है। इस अनुमान के तहत शनिवार सुबह राजस्थान का न्यूनतम तापमान माइनस 3.5 डिग्री दर्ज किया गया है। लेकिन यहां सवाल खड़ा होता है कि जब दिल्ली का तापमान माइनस 1 डिग्री तक पहुंचेगा तो बर्फबारी क्यों नहीं हो सकती। आइए कुछ ऐसे जगहों के उदाहरण आपके साथ साझा करते हैं, जहां कभी किसी ने नहीं सोचा था कि यहां बर्फबारी भी हो सकती है।

सहारा रेगिस्तान में बर्फबारी का नजारा दुनिया ने देखा

बीते साल जनवरी महीने में अफ्रीका के सहारा रेगिस्तान के एंट्री पॉइंट कहे जाने वाले अल्जीरिया के आईन सेफरा में तपने वाली रेत के टीलों पर बर्फबारी का अद्भुत नजारा देखने को मिला था। सहारा रेगिस्तान में पिछले 42 साल में ये पांचवीं बार था, जब यहां बर्फबारी दर्ज की गई है। इससे पहले यहां पर 1979, 2016, 2018 और 2021 में बर्फबारी का रेकॉर्ड है। तपती रेत में बर्फबारी का नजारा देखकर दुनिया के सभी देश हैरान थे। उस वक्त दुनियाभर के पर्यावरण और मौसम एक्सपर्ट का कहना था कि जलवायु परिवर्तन के कारण इस तरह की घटनाएं देखने को मिलती है।

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सऊदी अरब में भीषण बर्फबारी देश दुनिया रह गई दंग

रेगिस्तान और भीषण गर्मी के लिए प्रसिद्ध सऊदी अरब में बीते साल के पहले दिन हुई बर्फबारी ने लोगों को हैरान कर दिया था। रेगिस्तान की सुनहरी रेत पर बर्फ की सफेद चादर मीलों दूर तक फैली नजर आ रही थी। सऊदी के उत्तर-पश्चिमी शहर ताबुक में कुदरत के इस अनोखे खेल का स्थानीय लोगों ने खूब आनंद उठाया। सऊदी के सरकारी न्यूज एजेंसी एसपीए ने ताबुक में हुई बर्फबारी की तस्वीरें शेयर की थी। इन तस्वीरों में कारों के ऊपर बर्फ की मोटी परत दिखाई दे रही थी। इतना ही नहीं, स्थानीय लोग और पर्यटक इस बर्फबारी का जमकर मजे लेते भी नजर आ रहे थे।

चीन के रेगिस्तान में बर्फबारी का दुर्लभ नजारा दिखा था

चीन के उत्तर-पश्चिमी झिंजियांग में टकलामाकन रेगिस्तान को दुनिया के दूसरे सबसे बड़े और चीन के सबसे बड़े रेगिस्तान के रूप में जाना जाता है। यहां साल 2021 में दिसंबर महीने में बर्फबारी का नजारा देखने को मिला था। यह साल 2021 में दूसरा मौका था जब यहां बर्फबारी हुई थी। रेगिस्तान में बर्फबारी का नजारा देखकर चीन समेत दुनिया के अधिकांश लोग दंग थे। टकलामाकन रेगिस्तान चीन के 330,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक के क्षेत्र को कवर करता है।

क्यों नहीं गिर सकती दिल्ली में बर्फ

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मैदानी इलाकों में बर्फ गिरने की संभावना नहीं हैं। यह जरूर हो सकता है कि तापमान बहुत अधिक नीचे जाने से ओस की बूंदें पतों और पेड़ों पर कुछ हिस्सों में जम जाएं। इसे पानी जमने की स्थिति कहा जाता है और यह बर्फबारी से बिलकुल अलग है। मैदानी इलाकों में जमाव की स्थिति दिखना असामान्य नहीं हैं। सर्दियों में ऐसा कई जगहों पर होता है। खासतौर पर खुले इलाकों में। मौसम एक्सपर्ट का कहना है कि बर्फ के लिए बादलों को बनने की जरूरत है। यदि सर्दियों के दौरान दिल्ली में आसमान में बादल छाए रहते हैं, तो बादल इसके विपरीत होने की बजाय गर्मी को रोक लेते हैं। वहीं एक्सपर्ट कहते हैं कि दिल्ली में कई कारणों से बर्फबारी नहीं हो सकती है। दिल्ली का तापमान ठंडा होने पर भी हिमपात की अनुमति नहीं देता है। दिल्ली एक अत्यंत शुष्क शहर है और जनवरी में सर्दी अपने चरम पर होती है जब हिमालय से बर्फीली हवाएं मैदानी इलाकों में चलती हैं, जिससे तापमान कम हो जाता है। इसका मतलब यह नहीं है कि दिल्ली में बर्फबारी होगी।

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