Uddhav Thackeray: अंधेरी में नोटा के लिए बंट रहे हैं नोट, उद्धव ठाकरे की उम्मीदवार ऋतुजा लटके के खिलाफ नई साजिश?

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Uddhav Thackeray: अंधेरी में नोटा के लिए बंट रहे हैं नोट, उद्धव ठाकरे की उम्मीदवार ऋतुजा लटके के खिलाफ नई साजिश?

Uddhav Thackeray: अंधेरी में नोटा के लिए बंट रहे हैं नोट, उद्धव ठाकरे की उम्मीदवार ऋतुजा लटके के खिलाफ नई साजिश?

मुंबई: शिवसेना (Shivsena) नेता और पूर्व मंत्री अनिल परब (Anil Parab) ने आरोप लगाया है कि विधानसभा की अंधेरी पूर्व सीट के लिए होने वाले चुनाव में ‘नोटा’ पर वोट देने के लिए नोट बांटे जा रहे हैं। उन्होंने यह आरोप मंगलवार को अंधेरी (Andheri By Election) में एक संवाददाता सम्मेलन में लगाया। इस मौके पर अंधेरी पूर्व सीट से चुनाव लड़ रहीं शिवसेना उद्धव गुट की उम्मीदवार ऋतुजा लटके (Rutuja Latke) और शिवसेना के अन्य नेता भी उपस्थित थे। परब ने कहा कि हमारे पास इसके सबूत के रूप में विडियो क्लिप है, जिसे हमने पुलिस को सौंप दिया है। अब यह पुलिस और चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि वह इसकी जांच करें और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे। बता दें कि अंधेरी पूर्व सीट के उप चुनाव को लेकर शुरू से ही विवाद छाए रहे हैं। पहले इस सीट से बीजेपी ने शिवसेना उद्धव गुट की उम्मीदवार ऋतुजा लटके के खिलाफ मूरजी पटेल को अपना उम्मीदवार बनाकर चुनाव मैदान में उतारा था। लेकिन, नामांकन वापस लेने के ऐन आखिरी वक्त पर शिवसेना शिंदे गुट और राज ठाकरे के राजनीतिक दबाव के चलते बीजेपी ने पटेल की उम्मीदवारी वापस ले ली थी।

बीजेपी ने भले ही दिवंगत विधायक की विधवा के खिलाफ उम्मीदवार न देने की महाराष्ट्र की संस्कृति का हवाला देते हुए यह फैसला लिया था, लेकिन बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस के इस फैसले के खिलाफ मूरजी पटेल समर्थकों में काफी गुस्सा है। इसीलिए फडणवीस विरोधी बीजेपी के कुछ नेताओं की शह पर ही नोटा पर ज्यादा से ज्यादा मतदान कराने का प्रयास किया जा रहा है। इस पर टिप्पणी करते हुए शिवसेना नेता अनिल परब ने कहा कि यह एक तरफ दिवंगत विधायक रमेश लटके की पत्नी ऋतुजा लटके के पक्ष में सहानुभूति दिखाई जाती है, दूसरी तरफ नोटा के लिए नोट बांटने का यह विडियो इस बात का सबूत है कि नाम वापस लेने वाले उम्मीदवार के समर्थकों में उनकी अपनी पार्टी के प्रति गुस्सा है।

क्यों महत्वपूर्ण है अंधेरी उप चुनाव
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना में हुई बगावत के बाद यह पहला चुनाव है। इसे आगामी बीएमसी और विधानसभा चुनावों से पहले जनता का मूड टेस्टिंग चुनाव माना जा रहा है। खास बात यह भी है कि यह चुनाव बीजेपी, शिंदे गुट और मनसे मिलकर लड़ने वाले थे, जबकि दूसरी तरफ शिवसेना के साथ कांग्रेस और एनसीपी है।

जनसंपर्क के हो चुके हैं दो राउंड
इस चुनाव में शिवसेना उद्धव गुट की उम्मीदवार ऋतुजा लटके के समक्ष कोई मजबूत उम्मीदवार न होने से उनकी जीत की संभावना जताई जा रही है। परंतु, उनका मुकाबला सात निर्दलीय उम्मीदवारों से है, इसलिए शिवसेना उद्धव गुट इस चुनाव को बिल्कुल हल्के में नहीं ले रहा है। परब ने बताया कि उनकी पार्टी की उम्मीदवार ऋतुजा लटके अब तक डोर टू डोर कैंपेन के दो चरण पूरे कर चुकी हैं। उन्होंने उम्मीद जताई की 3 नवंबर को होने वाले चुनाव में 98 प्रतिशत मतदान लटके के समर्थन में होगा।

अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रचार खत्म
मंगलवार शाम पांच बजे अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव के लिए चुनाव प्रचार थम गया। गुरुवार 3 नवंबर को मतदान होगा। मतों की गणना 6 नवंबर को होगी। चुनाव मैदान में 7 उम्मीदवार डटे हैं। शांतिपूर्ण चुनाव के लिए प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं। मतदान के लिए विधानसभा क्षेत्र के 39 मतदान केंद्रों पर 256 बूथ बनाए जा रहे हैं, जहां पर सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा। अंधेरी पूर्व विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए उद्धव ठाकरे गुट ने ऋतुजा रमेश लटके को उम्मीदवार बनाया है। बीजेपी ने अपने उम्मीदवार मुरजी पटेल का नाम वापस ले लिया, जिससे चुनाव में कोई दम नहीं रहा। मंगलवार 1 नवंबर को शाम 6 बजे से चुनाव प्रचार खत्म हो गया। चुनाव प्रचार में कोई दम नहीं रहा। कहने वाले यहां तक कह रहे हैं कि चुनाव प्रचार में दम नहीं होने से बहुत सारे उस क्षेत्र के मतदाताओं को पता ही नहीं है कि उनके यहां उपचुनाव है। हालांकि, वहां वोटिंग वाले दिन सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की गई है।

जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के कार्यालयों, अर्ध-सरकारी कार्यालयों, सार्वजनिक उपक्रमों, बैंकों और अन्य पर यह छुट्टी लागू हैं। यह अवकाश उन मतदाताओं के लिए भी मान्य होगी, जो विधानसभा क्षेत्र की सीमा से बाहर काम करते हैं। जून में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास आघाडी सरकार के सत्ता से हटने के बाद राज्य में यह पहला उपचुनाव होगा। शिवसेना के विधायक रमेश लटके के निधन के कारण उपचुनाव कराए जा रहे हैं।

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