UP DGP एचसी अवस्थी को मिल सकता है एक साल का सेवा विस्तार!, एक सप्ताह में हो सकती है घोषणा
UP DGPउत्तर पदेश के वर्तमान डीजीपी को एक साल का सेवा विस्तार मिलने की उम्मीद है। यूपी के डीजीपी की नियुक्ति को लेकर जल्द ही दिल्ली में एक बैठक होने वाली है, उसके बाद नए डीजीपी का ऐलान हो संभव है।
लखनऊ.
UP DGP उत्तर प्रदेश का अगला डीजीपी कौन होगा इस रहस्य से जल्द ही पर्दा उठ सकता है। उम्मीद है कि उत्तर प्रदेश के वर्तमान पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी को एक साल का सेवा विस्तार दिया जा सकता है। इसके पीछे कारण यह कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था समेत कई मुद्दों पर अभियान जारी है। इन अभियानों की कमान खुद हितेश चंद्र अवस्थी संभाल रहे हैं। ऐसे में उनके हटने से ये अभिान प्रभावित हो सकते हैं या फिर इसमें किसी प्रकार की असुविधाएं भी पैदा हो सकती हैं। इन सबको देखते हुए वर्तमान यूपी डीजीपी का कार्यकाल एक साल के लिये बढ़ाया जा सकता है। सूत्रों की मानें तो आने वाले एक सप्ताह के अंदर ही यूपी के नए डीजीपी के नाम की घोषणा की जा सकती है।
यूपी के डीजीपी की नियुक्ति को लेकर जल्द ही राजधानी दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। माना जा रहा है कि इसी बैठक में यह तय होगा कि यूपी का अगला पुलिस महानिदेशक कौन होगा। उम्मीद है कि बैठक के बाद नाम का ऐलान कर दिया जाएगा।हालांकि इसके पहले हुई एक अनौपचारिक बैठक में मौजूदा यूपी डीजीपी हितेश चन्द्र अवस्थी को उनके कामकाज व ईमानदार छवि और आने वाले चुनाव को देखते हुए एक साल का सेवा विस्तार देने पर भी चर्चा हो चुकी है। उन्हें सेवा विस्तार दिया जाएगा या फिर कोई नया डीजीपी नियुक्ति होगा इसका पता इस बैठक के बाद चल जाएगा।
दरअसल हितेश चंद्र अवस्थी इसी महीने (जून में) रिटायर होने वाले हैं। उनकी सेवानिवृत्ति का समय नजदीक आते ही इस बात की चर्चा तेज हो गई कि यूपी का अगला डीजीपी कौन होगा। उधर नया डीजीपी कौन होगा इसको लेकर कवायदें भी तेज हो गईं। 1986 बैच से 1990 बैच के आईपीएस के चयन के लिये संभावित नामों की लिस्ट तैयार होने लगी। वरीयता सूची में आगे आने वाले अफसरों के नाम भी सामने आने लगे। सूत्रों के मुताबिक डीजीपी बनने की राह में सबसे आगे चल रहे नामों में आरपी सिंह, मुकुल गोयल और नासिर कमाल तीन प्रमुख नाम हैं।
सूत्र बताते हैं कि महानिदेशक पद के लिये प्रक्रिया के तहत 31 नामों पर विचार किया जाएगा। उन्हीं नामों पर विचार किया जा सकता है जिनका सेवा कार्यकाल छह महीना या उससे अधिक बचा हो। नियम के मुताबिक पुलिस महानिदेशक बनने के लिये छह महीने का सेवा कार्यकाल होना जरूरी है।
UP DGPउत्तर पदेश के वर्तमान डीजीपी को एक साल का सेवा विस्तार मिलने की उम्मीद है। यूपी के डीजीपी की नियुक्ति को लेकर जल्द ही दिल्ली में एक बैठक होने वाली है, उसके बाद नए डीजीपी का ऐलान हो संभव है।
लखनऊ.
UP DGP उत्तर प्रदेश का अगला डीजीपी कौन होगा इस रहस्य से जल्द ही पर्दा उठ सकता है। उम्मीद है कि उत्तर प्रदेश के वर्तमान पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी को एक साल का सेवा विस्तार दिया जा सकता है। इसके पीछे कारण यह कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था समेत कई मुद्दों पर अभियान जारी है। इन अभियानों की कमान खुद हितेश चंद्र अवस्थी संभाल रहे हैं। ऐसे में उनके हटने से ये अभिान प्रभावित हो सकते हैं या फिर इसमें किसी प्रकार की असुविधाएं भी पैदा हो सकती हैं। इन सबको देखते हुए वर्तमान यूपी डीजीपी का कार्यकाल एक साल के लिये बढ़ाया जा सकता है। सूत्रों की मानें तो आने वाले एक सप्ताह के अंदर ही यूपी के नए डीजीपी के नाम की घोषणा की जा सकती है।
यूपी के डीजीपी की नियुक्ति को लेकर जल्द ही राजधानी दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। माना जा रहा है कि इसी बैठक में यह तय होगा कि यूपी का अगला पुलिस महानिदेशक कौन होगा। उम्मीद है कि बैठक के बाद नाम का ऐलान कर दिया जाएगा।हालांकि इसके पहले हुई एक अनौपचारिक बैठक में मौजूदा यूपी डीजीपी हितेश चन्द्र अवस्थी को उनके कामकाज व ईमानदार छवि और आने वाले चुनाव को देखते हुए एक साल का सेवा विस्तार देने पर भी चर्चा हो चुकी है। उन्हें सेवा विस्तार दिया जाएगा या फिर कोई नया डीजीपी नियुक्ति होगा इसका पता इस बैठक के बाद चल जाएगा।
दरअसल हितेश चंद्र अवस्थी इसी महीने (जून में) रिटायर होने वाले हैं। उनकी सेवानिवृत्ति का समय नजदीक आते ही इस बात की चर्चा तेज हो गई कि यूपी का अगला डीजीपी कौन होगा। उधर नया डीजीपी कौन होगा इसको लेकर कवायदें भी तेज हो गईं। 1986 बैच से 1990 बैच के आईपीएस के चयन के लिये संभावित नामों की लिस्ट तैयार होने लगी। वरीयता सूची में आगे आने वाले अफसरों के नाम भी सामने आने लगे। सूत्रों के मुताबिक डीजीपी बनने की राह में सबसे आगे चल रहे नामों में आरपी सिंह, मुकुल गोयल और नासिर कमाल तीन प्रमुख नाम हैं।
सूत्र बताते हैं कि महानिदेशक पद के लिये प्रक्रिया के तहत 31 नामों पर विचार किया जाएगा। उन्हीं नामों पर विचार किया जा सकता है जिनका सेवा कार्यकाल छह महीना या उससे अधिक बचा हो। नियम के मुताबिक पुलिस महानिदेशक बनने के लिये छह महीने का सेवा कार्यकाल होना जरूरी है।