डॉक्टरी के पेशे को बदनाम वाले डॉक्टर को कोर्ट ने सुनायी ऐतिहासिक सज़ा

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डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता है. इसे दुनिया का सबसे इज्ज़तदार पेशा कहना गलत नही होगा. लेकिन एक डॉक्टर ने इस गरिमा को चूर-चूर कर दिया है. इलाज के नाम पर कई युवतियों के यौन उत्पीड़न के मामले में अमेरिका में जिमनास्टिक से जुड़े पूर्व डॉक्टर लैरी नासर ने एक ऐसा कृत्य किया है जिसपर कोर्ट इतना कड़ा फैसला लेने के लिए मजबूर हो गयी है. कोर्ट ने लैरी को 40 से 175 साल की जेल की सज़ा सुनाई गई है. इस सज़ा के तहत डॉक्टर लैरी नासर को अपना पूरा जीवन जेल की सलाखों के पीछे ही गुज़ारना होगा. इस डॉक्टर पर 150 से अधिक लड़कियों के यौन शोषण का आरोप है.

पीड़ितों के बयान पर हुई सज़ा

डॉक्टर लैरी नासर की शिकार बनीं 150 से अधिक युवतियों की गवाही के बाद सज़ा सुनाते वक़्त जज रोजमैरी एक्विलीन ने मिशिगन की एक अदालत में कहा, ‘मैंने अभी आपके डेथ वारंट पर हस्ताक्षर किया है. आप फिर कभी जेल से बाहर निकलने के हक़ नहीं हैं. आप उतने खतरनाक हैं, जहां तक कोई सोच भी नहीं सकता है.’

जानकारी के मुताबिक, शुरूआत में सात महिलाओं ने  जिमनास्टिक से जुड़े डॉक्टर लैरी नासर पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था. इसके बाद जैसे-जैसे ये केस आगे बढ़ता गया, लैरी पर लगभग 156 महिलाओं ने आरोप लगाए. कोर्ट में लगभग सात दिनों तक इस मामले की कार्यवाही लगातार चली.

पीड़ितों ने कहा जिंदगीभर दर्द झेलो

कोर्ट में जज के सामने पीड़ित महिलाओं ने बताया कि डॉक्टर लैरी नासर इलाज के नाम पर उनका यौन शोषण किया करते थे. वह अपनी गंदी हरकतों को इलाज का नाम देते थे. इसलिए शुरूआत में कुछ महिलाओं ने इस पर प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन लगातार शिकार हो रही महिलाओं के बीच ये बात आग की तरह फैल गई.

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ओलिंपिक में गोल्ड मेडल विजेता जिम्नास्ट ऐली रेसमन ने कहा, ‘तुम इतने घटिया हो. मैं जब भी तुम्हारे बारे में सोचती हूं, इतना गुस्सा आता है कि मैं खुद समझ नहीं पाती हूं. अब तुम्हे महसूस होगा कि तुमने जिन लोगों का उत्पीड़न किया आज वह ताकत बन चुकी हैं. तुम कुछ भी नहीं हो.”

माहिलाओं के आरोपों ने आँखें खोल दी

सज़ा सुनने के बाद डॉक्टर लैरी नासर ने कहा कि पिछले सात दिनों से वह महिलाओं का बयान सुनकर अंदर तक दहल गए हैं. इस बात ने उनके दिल को झकझोर दिया है. वह अपने क्लाइंट का अच्छे से इलाज किया करते थे. यही वजह है कि वे बार-बार उनके पास आते थे, लेकिन मीडिया ने मामले को अलग रंग दे दिया.

करीब 156 पीड़ित महिलाओं के बयान दर्ज किए गए. आखिरी बयान देने वाली पीड़िता रैचल डेनहॉलेंडर थीं. उन्होंने सबसे पहले सार्वजनिक रूप से नैसर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. उन्होंने थाने में उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. 15 साल की उम्र में लैरी ने रैचल का यौन शोषण किया था.