Vodafone Idea : कुमार मंगलम बिड़ला ने छोड़ा नॉन-एग्जिक्यूटिव चेयरमैन पद , जानिए कौन बना नया चैयरमैन

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Vodafone Idea : कुमार मंगलम बिड़ला ने छोड़ा नॉन-एग्जिक्यूटिव चेयरमैन पद , जानिए कौन बना नया चैयरमैन

हाइलाइट्स

  • हिमांशु कपानिया को कंपनी का नया नॉन-एग्जिक्यूटिव चेयरमैन चुन लिया गया है।
  • 31 अगस्त, 2018 में वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेल्युलर का विलय हुआ था।
  • कुमार मंगलम बिड़ला वोडाफोन आइडिया को बचाने की लगातार कोशिश कर रहे थे।

नई दिल्ली
कुमार मंगलम बिड़ला (Kumar Mangalam Birla) ने वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) के नॉन-एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर (Non-Executive Director) और नॉन-एग्जिक्यूटिव चेयरमैन (Non-Executive Chairman) पद से इस्तीफा दे दिया है।

वोडाफोन आइडिया के बोर्ड ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है। कंपनी ने इस बारे में बीएसई (BSE) को जानकारी दी है। उसने कहा है कि बिड़ला के इस्तीफे के बाद हिमांशु कपानिया (Himanshu Kapania) को एक राय से कंपनी का नया नॉन-एग्जिक्यूटिव चेयरमैन (Non-Executive Chairman) चुन लिया गया है।

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हिमांशु कपानिया अभी वोडाफोन आइडिया के नॉन-एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर हैं। कपानिया वोडाफोन आइडिया के बोर्ड में आदित्य बिड़ला ग्रुप के नॉमिनी हैं। उन्हें टेलीकॉम इंडस्ट्री (Telecom Industry) का 25 साल का अनुभव है। उन्हें दुनिया की दिग्गज टेलीकॉम कंपनियों के बोर्ड का भी अनुभव है। वह ग्लोबल जीएसएमए के बोर्ड में भी दो साल तक रहे हैं। वह दो साल के लिए सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) का चेयरमैन भी रह चुके हैं।

कपानिया अभी टेलीकॉम, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड डिजिटल इकोनॉमी पर फिक्की की काउंसिल के चेयरमैन हैं। कंपनी ने कहा है कि नॉमिनेशन एंड रेम्यूनरेशन कमेटी की सिफारिश पर बोर्ड ने सुशील अग्रवाल को आदित्य बिड़ला ग्रुप के नॉमिनी के रूप में अतिरिक्त डायरेक्टर नियुक्त किया है।

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वोडाफोन आइडिया गंभीर वित्तीय संकट से गुजर रही है। फंड जुटाने की उसकी कोशिशें नाकाम रही हैं। उसके ग्राहकों की संख्या लगातार घट रही है। कामकाज जारी रखने के लिए भी उसके पास पर्याप्त पैसे नहीं है। उसे सरकार को एजीआर बकाया के रूप में भी बड़ी रकम चुकानी है। 31 अगस्त, 2018 में वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेल्युलर का विलय हुआ था। तब से यह कंपनी लगातार लॉस में है। इस पर 1.8 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है।

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